Substandard Moong For Child : सेहत सुधारने के बजाए बिगाड़ने आया मूंग
धार से छोटू शास्त्री की ख़ास रिपोर्ट
Dhar : प्रदेश शासन ने स्कूली बच्चों की सेहत सुधारने के लिए मूंग बांटने की योजना बनाई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने बकायदा मंच से स्कूली बच्चों को मूंग बांटकर इस योजना की शुरुआत की। लेकिन, सरकार की बल्ले बल्ले होती, उससे पहले ही मूंग की घटिया क्वालिटी ने इस पूरे सरकारी अभियान और सरकार की नीति और नीयत पर सवाल खड़ा कर दिया।
दरअसल शासकीय प्राथमिक व माध्यमिक स्कूलों के बच्चों की सेहत सुधारने के लिए मध्याह्न भोजन के तहत बांटा जा रहा निःशुल्क मूंग धार में घटिया क्वालिटी का भेज दिया। जैसे ही खराब मूंग बंटने की जानकारी मिली, वैसे ही प्रशासन ने इस मूंग की जांच के लिए एक दल गठित कर दिया है। इस मामले में अब कार्रवाई करने की बात की जा रही है।
कलेक्टर डॉ पंकज जैन ने कहा कि ज्ञात हुआ है कि जिले में ख़राब मूंग का वितरण हुआ है। इसके लिए अधिकारियों का एक दल गठित किया जा रहा है, जो मूंग के अलावा जो भी अतिरिक्त खाद्यान्न आता है, सभी की गुणवत्ता सुनिश्चित करेगा। जो शिकायत प्राप्त हुई है, इसके लिए दल बनाकर कार्यवाही की जाएगी।
धार जिले में 2.29 लाख बच्चों को मूंग बांटने की योजना है। जिले में कई जगह नेताओं के हाथों मूंग का वितरण कार्यक्रम चलाया जा रहा है। लेकिन, यह कोई बताने को तैयार नहीं कि घटिया स्तर का मूंग यहां कैसे आ गया। जिले के बच्चों को यह घाटियां मूंग अच्छा स्वास्थ्य दे पाएगा। हालांकि, अफसर इस खराब मूंग को वापस लौटाने की बात कह रहे हैं।
धार में मूंग हरदा और देवास जिले से परिवहन होकर आ रहा है। गोदाम से खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा राशन की दुकान के माध्यम से इसे बंटवाया जा रहा है। विपणन विभाग ने 480 कट्टे की क्वालिटी खराब होने की जानकारी मिलने पर इसी के बदले 480 कट्टे मूंग नहीं भेजे।
इस मूंग में मिट्टी, कंकड़ व धूल मिली है। कुछ जगह यह बांटा भी जा चुका है। शिकायत मिलने पर 480 बोरी गोदाम पर एक तरफ रखवा दिया गया। जिससे शहर व ग्रामीण क्षेत्रों की कई दुकानों से शुक्रवार को मूंग वितरण नहीं हो पाया। इधर प्रशासन ने ताबड़तोड़ इस मामले में जांच कमेटी बनाई, जो मामले की जांच कर के अपनी रिपोर्ट देगी।
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धार के वरिष्ठ पत्रकार हैं|