
Suggestions For Indore BRTS: बीआरटीएस, ट्रैफिक जाम और हम
इंदौर से डॉ रजनीश श्रीवास्तव की विशेष रिपोर्ट
इंदौर : अभी कुछ दिन पूर्व माननीय मुख्यमंत्री जी ने भोपाल में बीआरटीएस की रेलिंग हटाने का आदेश दिया और वहां बीआरटीएस की रेलिंग हटाने की कार्रवाई संपन्न भी हो गई है।वर्तमान में इंदौर में भी BRTS की रेलिंग हटाने की घोषणा मुख्यमंत्री जी के द्वारा की गई है।
BRTS की दोनों तरफ की रेलिंग हटाने के बाद सड़क के बीचो-बीच में एक डिवाइडर बनाना होगा। इस प्रकार बीआरटीएस हटाने में दो रेलिंग तोड़ने का खर्च और बीच में एक डिवाइडर बनाने का खर्च शासन पर आएगा। इसके साथ ही एक नए बस स्टॉप को सड़क के दोनों किनारे पर बनाया जाएगा जिससे दोहरा खर्च आएगा।
इंदौर में BRTS की रेलिंग हटाने के पहले इंदौर के सभी जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों, पुलिस अधिकारियों और गणमान्य नागरिकों को मेरे निम्नलिखित सुझाव पर एक बार विचार विमर्श जरूर करना चाहिए।
मेरा एक सुझाव यह है कि अभी BRTS रेलिंग को हटाने के बजाय एक एक माह के लिए दो प्रयोग कर लिए जाएं।
एक तो यह कि एक माह तक BRTS लेन के अन्दर सभी बसें और चार पहिया वाहन चलाए जाएं और बीआरटीएस लेन के बाहर सभी दोपहिया और तीन पहिया वाहन चलाए जाएं। ट्रैफिक व्यवस्था का यह प्रयोग एक माह तक किया जाए।
उसके पश्चात एक माह तक बीआरटीएस लेन के अन्दर दो पहिया और तीन पहिया वाहन चलाए जाएं और बीआरटीएस लेन के बाहर सभी बसें और चार पहिया वाहन चलाए जाएं।

दोनों परिस्थितियों में ट्रैफिक व्यवस्था और ट्रैफिक जाम में क्या अंतर आ रहा है इसकी समीक्षा किया जाए।
यदि इन दोनों परिस्थितियों में से किसी परिस्थिति में ट्रैफिक व्यवस्था सुचारू रूप से चलती हुई ट्रैफिक जाम से मुक्त प्रतीत हो तो उस व्यवस्था को स्थाई रूप से लागू कर दिया जाए।
यदि दोनों ही व्यवस्थाओं में ट्रैफिक जाम लगता है तो फिर बीआरटीएस की रेलिंग हटाने के बारे में विचार किया जाना चाहिए।
यदि उपरोक्त दोनों प्रयोग करने के बाद ट्रैफिक जाम नहीं होता है और निष्कर्ष बीआरटीएस नहीं हटाने का आता है तो इस निष्कर्ष से मुख्यमंत्री जी को भी उनके बीआरटीएस हटाने के निर्णय पर पुनर्विचार करने हेतु अवगत करवाया जाना उचित होगा।और उच्च न्यायालय को भी अवगत कराया जाना उचित होगा।
वर्तमान समय में एबी रोड पर होने वाले जाम में यह BRTS ही पुलिस, एम्बुलेंस और फायर ब्रिगेड की गाड़ियों के निकलने के लिए सुगम है।

डॉ रजनीश श्रीवास्तव
लेखक -राज्य प्रशासनिक सेवा के सेवानिवृत अधिकारी हैं .इंदौर के ADM रहे हैं .





