Suicide Due to Police : व्यापारी ने फांसी लगाई, सुसाइड नोट में पुलिस वालों के नाम लिखे!
Indore : गुरुवार रात एक व्यापारी राजीव शर्मा ने पुलिस की प्रताड़ना और बार-बार पैसे लेने से परेशान फांसी लगाकर जान दे दी। मरने से पहले पांच पन्ने के सुसाइड नोट में व्यापारी ने एक एसआई और एसटीएफ में पदस्थ एक सिपाही समेत कई लोगों को अपनी मौत का जिम्मेदार बताया। सुसाइड नोट में लिखा कि उसे झूठे केस में फंसाया गया और पुलिसवालों ने उससे लाखों रुपए वसूले। मरने से पहले भी उससे 15 हजार रूपए छीन लिए। व्यापारी ने अपनी पत्नी निशा और दोनों बच्चों के लिए भी कई भावुक बातें लिख गए।
व्यापारी ने अपने 5 पन्ने के नोट में हर बात का खुलासा किया है। लिखा कि इन पुलिसवालों की डिमांड इतनी बढ़ गई थी, कि वे उससे पत्नी के जेवर तक मांग रहे थे। व्यापारी ने भंवरकुआं इलाके की द ग्रैंड होटल में गुरुवार रात सुसाइड कर लिया। भंवरकुआं पुलिस ने बताया कि रायल बंगलों में रहने वाले राजीव पुत्र सुधीर प्रसाद शर्मा ने सुसाइड कर लिया।
पुलिस को जो सुसाइड नोट मिला, उसमें पुलिस एसआई महेश चौहान और एसटीएफ के सिपाही प्रशांत परिहार के नाम लिखे हैं। जिस बिल्डिंग में राजीव का शोरूम था, उसके मालिक अशोक गोयल और दुकान के कर्मचारी विकास जड़िया और उसकी मां नर्मदा बाई समेत कई अन्य लोगों के नाम लिखे हैं। राजीव ने सुसाइड नोट में लिखा कि वह गुरुवार दोपहर 15 हजार रुपए लेकर घर से निकला था। उसे भी एसटीएफ के सिपाही प्रशांत परिहार के साथी ने रास्ते में छीन लिए। इसके बाद वह होटल में आया और फांसी लगा ली। पुलिस ने सुसाइड नोट जब्त कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
राजीव शर्मा ने सुसाइड नोट में खुलासा किया कि इन लोगों की धमकी के कारण मैं 1 लाख 90 हजार दे चुका हूंं। आज भी 15 हजार रुपए जो मुझे होटल में देना थे, वह भी ले लिए। … और कितना परेशान होउं। मैं अब सुसाइड कर रहा हूं। प्रशांत इतना गिर चुका है कि उसे आदमी की औलाद नहीं कह सकते। प्रशासन से निवेदन है कि उन्हें उचित सजा मिले। मेरा सारा सामान घर वालों को दिया जाए। इन लोगों से मेरी पत्नी और बच्चों को सुरक्षा दी जाए। मेरे परिवार को परेशान नहीं किया जाए।