Summer Camps: भुगतान अटका, 5 जिलों ने स्वीकृत बजट से अधिक खर्च की राशि
भोपाल,प्रदेश के पंद्रह जिलोंं में राज्य सरकार ने शाला से बाहर एवं पलायन करने वाले परिवारों के बच्चों के लिए कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय एवं नेताजी सुभाष चंद्र बोस बालक छात्रावास में समर कैंप का संचालन किया गया लेकिन इन कैंपों का भुगतान अटक गया है। इनमें पांच जिलों ने तो स्वीकृत बजट से अधिक राशि खर्च कर डाली है।
राज्य शिक्षा केन्द्र के अपर संचालक आर उमा महेश्वरी ने इन सभी पंद्रह जिलों के कलेक्टरों को कैंपों में हुए खर्च की जानकारी मांगी है। भोपाल, छतरपुर, बड़वानी एवं सीहोर जिलों में समर कैँप में स्वीकृत बजट से ज्यादा राशि खर्च कर दी गई। राज्य शिक्षा केन्द्र ने इन जिलों के कलेक्टरों से इसका पूरा ब्यौरा मांगा है।
प्रदेश के उमरिया, मुरैना, बुरहानपुर, नीमच, सीहोर, भोपाल, खंडवा, छतरपुर, बड़वानी, खरगौन, धार ,झाबुआ, सतना, सिवनी और बालाघाट जिलों के कलेक्टरों का भुगतान अटका हुआ है।
जिलों द्वारा छात्रावासों में समर कैंप आयोजन करने के पश्चात किये गये व्यय की प्रतिपूर्ति हेतु मांग की जा रही है।
राज्य शिक्षा केन्द्र ने प्रत्येक जिले में अधिकतम दो सौ छात्र, छात्राओं के लिए पचास बालक और डेढ़ सौ बालिकाएं के समर कैंप का छात्रावास में संचालन एक मई से 15 जून तक जिले के किसी भी एक केजीबीव्ही एवं बालक छात्रावास का चयन कर समर कैंप आयोजित किए गए थे।
सभी कलेक्टरों से मदवार खर्च की जानकारी कलेक्टर के हस्ताक्षर से मांगी गई थी। सतना, नीमच, उमरिया, धार एवं सीहोर कलेक्टरों ने खुद हस्ताक्षर कर जानकारी भेजी बाकी जिलों में जिला परियोजना समन्वयक के हस्ताक्षर से जानकारी भेजी गई। चार जिलों ने स्वीकृत बजट से ज्यादा राशि खर्च कर दी है। राज्य शिक्षा केन्द्र ने एक बार फिर से जानकारी मांगी है ताकि भुगतान किया जा सके।
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