Super Section Classes : सरकारी स्कूलों के 9वीं फेल स्टूडेंट्स के लिए ‘सुपर सेक्शन क्लासें’ शुरू होगी!

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Super Section Classes : सरकारी स्कूलों के 9वीं फेल स्टूडेंट्स के लिए ‘सुपर सेक्शन क्लासें’ शुरू होगी!

प्रदेश के साढ़े 9 हजार सरकारी स्कूलों में ओपन बोर्ड ने योजना बनाई!

Bhopal : प्रदेश में स्कूल शिक्षा विभाग ने सरकारी स्कूलों के कमजोर विद्यार्थियों को मुकाबले के लिए तैयार करने के लिए नया प्रयोग शुरू किया। अब 9वीं के फेल विद्यार्थियों के लिए अलग से कक्षाएं लगाई जाएंगी। इन कक्षाओं को ‘सुपर सेक्शन क्लास’ नाम दिया गया है। विभाग की मंशा है कि सुपर सेक्शन में सिर्फ 9वीं के फेल विद्यार्थियों को पढ़ाया जाएगा। इन विद्यार्थियों के साथ शिक्षक ज्यादा मेहनत कर परीक्षा में टॉप तक पहुंचाएंगे।

बोर्ड परीक्षाओं के खराब होते रिजल्ट को देखते हुए राज्य ओपन बोर्ड ने फेल विद्यार्थियों की स्पेशल पढ़ाई कराकर पास कराने की जिम्मेदारी ली है। शिक्षा विभाग प्रदेश के सभी शासकीय स्कूलों में सुपर सेक्शन क्लासें शुरू कर रहा है। इसमें सिर्फ 9वीं के फेल विद्यार्थियों की अलग से पढ़ाई करवाई जाएगी। इसके लिए अलग से प्रति विद्यार्थी को 24 सौ रुपए फीस भी देना होगी।

साढ़े 9 हजार सरकारी स्कूलों में सुपर सेक्शन

विभाग की मंशा के अनुसार सुपर सेक्शन की क्लासें प्रदेश के साढ़े 9 हजार सरकारी स्कूलों में 9वीं से शुरू की जाएगी। इस सेक्शन में विद्यार्थियों के टीचिंग मटेरियल से लेकर पढ़ाई तक की व्यवस्था राज्य ओपन बोर्ड करेगा। प्रदेश के जिन सरकारी स्कूलों में 9वीं क्लास में तीस या उससे अधिक विद्यार्थी फेल हुए, उन स्कूलों में सुपर सेक्शन शुरू होगा। इन विद्यार्थियों की 9वीं में नींव मजबूत की जाएगी। इन्हें 10वीं की परीक्षा के लिए तैयार किया जाएगा।

गौरतलब है कि लोक शिक्षण संचनालय की नवमी की परीक्षा बीती फरवरी में आयोजित की गई थी। इसमें 9वीं का परीक्षा परिणाम 63% रहा है। 9वीं कक्षा में 693904 विद्यार्थी शामिल हुए थे। इसमें 440236 विद्यार्थी पास हुए है। 51550 विद्यार्थियों को सप्लीमेंट्री मिली है। 202118 विद्यार्थी फेल हुए है। शिक्षण का कार्य विद्यालय के शिक्षकों के द्वारा ही किया जाएगा। शाला के प्रत्येक शिक्षक कम से कम 20 विद्यार्थियों से संपर्क कर उन्हें शाला आने के लिए प्रेरित करेंगे। इस योजना में शामिल होने का विकल्प स्वैच्छिक होगा।

इस योजना के तहत अध्ययन करने वाले विद्यार्थियों को सरल तरीके से अध्यापन कराया जाएगा ताकि उनका आधार मजबूत हो सकें। राज्य मुक्त बोर्ड द्वारा त्रैमासिक, अर्द्धवार्षिक परीक्षा का आयोजन तथा शैक्षणिक सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी, जिसके लिए प्रति विद्यार्थी 2400 शुल्क निर्धारित किया गया है। लोक शिक्षण संचालनालय का जिम्मे 9वीं से 12वीं तक पढ़ाई होती है। 10वीं-12वीं के फेल विद्यार्थियों के लिए लोक शिक्षण संचालनालय कुछ नहीं कर पाया। वह फेल विद्यार्थियों को पढ़ाकर पास कराने में अक्षम रहा है।