SP को अवैध रूप से Goonda squad बनाना पड़ा भारी
भोपाल: Supreme Court ने प्रदेश के एक Retired IPS अफसर के खिलाफ अनुशासनात्मक जांच शुरू करने के आदेश दिए हैं। दरअसल IPS अफसर ने इंदौर पुलिस जोन के एक जिले में SP रहते हुए अवैध रूप से Goonda Squad बनाया था। इस Squad ने हिरासत में एक व्यक्ति को लिया और पूछताछ के दौरान उस व्यक्ति की मौत हो गई। इसके बाद यह पूरा मामला Supreme Court तक पहुंचा, जहां पर अफसर के खिलाफ फिर से जांच शुरू करने के आदेश दिए गए हैं।
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Retired IPS अफसर अखिलेश झा कुछ सालों पहले इंदौर पुलिस जोन के अलीराजपुर जिले में SP थे। इस दौरान इंदौर आईजी ने Goonda Squad भंग करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद भी अलीराजपुर जिले में Goonda Squad चलता रहा। Goonda Squad ने पूछताछ के लिए एक व्यक्ति को हिरासत में लिया। पूछताछ के दौरान उस व्यक्ति की मौत हो गई।
इस मामले में पुलिस मुख्यालय ने उस दौरान जांच की थी। जिसमें अखिलेश झा को आरोप पत्र दिया गया था। बाद में केंद्रीय प्रशासनिक न्यायाधिकरण (कैट) ने अखिलेश झा का आरोप पत्र रद्द करने का फैसला दिया था। इसके बाद मामला हाईकोर्ट गया। अब Supreme Court तक यह मामला पहुंचा। जिसमें Supreme Court ने फिर से अनुशासनात्मक जांच शुरू करने के आदेश दिए हैं। बताया जाता है कि अनुशासनात्मक जांच तेजी से पूरी की जानी चाहिए और इसे 31 जुलाई, 2022 तक पूरा किया जाएगा।
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Goonda Squad के लिए इसलिए हुई थी Enquiry
इंदौर जोन के तत्कालीन आईजी ने Goonda Squad भंग करने के निर्देश दिए थे। इसके बावजूद झा ने इस दस्ते का संचालन किया जबकि IG ने स्पष्ट किया था कि यदि ऐसा दस्ता काम कर रहा है, तो इसे तत्काल भंग किया जाना चाहिए। उच्च अफसर के निर्देशों का उल्लंघन करने के मामले में अखिलेश झा की अनुशासनात्मक जांच की गई थी। वहीं हिरासत में मौत का कारण बनने वाली यह घटना उस समय हुई जब एक व्यक्ति तीन जून 2014 को जिले के सोरवा पुलिस स्टेशन में था और झा ने दस्ते के प्रभारी के रूप में कार्यरत सूबेदार केपी सिंह तोमर को उससे पूछताछ के लिए भेजा था।