

क्रियोधार भूमि पर सुरिमंत्र आराधना की हुई पूर्णाहुति, महामांगलिक सुनने उमड़े हजारों श्रद्धालु!
शिरीष सकलेचा की रिपोर्ट
jaora : बुधवार को जिले के जावरा में प. पु. त्रिस्तुतिक संघ नायक, गच्छाधिपति, वर्तमानाचार्य श्रीमद्विजय हितेशचंद्रसूरीश्वरजी मसा की दादा गुरुदेव की क्रियोद्धार पुण्यभूमि जावरा में सुरिमंत्र आराधना की पूर्णाहुति हजारों भक्तों के समागम के बीच हुई जो ऐतिहासिक बन गई।
साधना स्थल से धर्मसभा तक ले गए!
प्रातः 9 बजे पूज्यश्री को समारोह पूर्वक साधना स्थल से धर्मसभा स्थल पर ले जाया गया। प्रातः 9.30 सूरीमंत्र आराधना का पूर्णाहूति कार्यक्रम पूज्यश्री के मंगलाचरण से प्रारम्भ हुआ। तत्पश्चात सामूहिक गुरुवंदन हुए पश्चात मुनीराजश्री दिव्यचन्द्रविजयजी मसा ने सभा को संबोधित कर सूरी मंत्र आराधना के बारे विस्तृत जानकारी प्रदान कर 14 दिवस में जिन-जिन कार्यकर्ताओं ने सहयोग दिया सभी को आशीर्वाद प्रदान किया। पूज्य गुरुदेव के श्रीमुख से प्रथम मांगलिक कान में श्रवण करने का चढ़ावा इन्दौर निवासी मोतीचंद, प्रकाशचंद व्होरा ने लिया, गुरुदेव की गुरुपूजा का लाभ उज्जैन निवासी मनीष, विशाल पीपाड़ा परिवार ने सुरिमंत्र लिखित कासे की थाली ग्रहण करने का चढ़ावा इंदौर के जिनेन्द्र कुमार, मेघराज लोढ़ा ने लिया। इस अवसर पर जावरा दादावाड़ी ट्रस्ट मण्डल, रतलाम श्रीसंघ, त्रिस्तुतिक श्रीसंघ मंदसौर, श्रीसंघ झाबुआ एवं श्री त्रिस्तुतिक श्रीसंघ कमाठीपुरा मुम्बई द्वारा वर्ष 2025 के चातुर्मास हेतु भावभरी विनती की।
कमाठीपुरा में होगा चातुर्मास!
गच्छाधिपति ने सभी श्रीसंघों की विनती को ध्यान से सुना एवं विचार कर पूज्य गुरुदेव श्रीहितेशचंद्रसूरीश्वरजी मसा ने धर्मसभा में उपस्थित जनमेदनी के समक्ष वर्ष 2025 का चातुर्मास महाराष्ट्र के मुम्बई स्थित कमाठीपुरा त्रिस्तुतिक श्रीसंघ को प्रदान किया। घोषणा होते ही कमाठीपुरा श्रीसंघ ने हर्ष व्यक्त कर गच्छाधिपतिजी को काम्बली अर्पण की। कमाठीपुरा त्रिस्तुतिक श्रीसंघ के अध्यक्ष जोइत कुमार भंसाली ने आचार्यश्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा यह हमारा परम सौभाग्य हैं कि कमाठीपुरा में प्रथम बार किसी गच्छाधिपतिजी का चातुर्मास मिला है। उपस्थित सभी गुरुभक्तों को मुम्बई चातुर्मास में पधारने का आग्रह भंसाली ने किया। इस अवसर पर पूज्यश्री ने श्री मेघराज लोढ़ा परिवार के निवेदन पर जावरा पिपली बाजार मंदिर में गुरु मंदिर के ध्वजादंड स्थापित करने का मुहूर्त 9 मार्च 2025 का प्रदान किया।
धर्मसभा को मुनि वैराग्य यशविजयजी मसा ने भी 2027 में गुरुदेव राजेन्द्रसुरीजी के जन्मजयंती के 200 वर्ष पूर्ण होने पर सम्पूर्ण भारत आयोजन करने एवं रथ यात्रा निकालने का आव्हान किया।
पूज्यगच्छाधिपतिजी ने अंत में गुरुभक्तों को महामांगलिक प्रदान की तथा अंत में उपस्थित गुरुभक्तों को सूरीमंत्र से अभिमंत्रित वासक्षेप एवं माला प्रदान की। इस आयोजन का संचालन अमित चत्तर ने किया। चढ़ावे विधिकारक रत्नेश जैन इन्दौर ने एवं संगीतमय भक्ति युवा गायक चिराग चौपड़ा ने प्रस्तुत की।
इन्होंने भी रखा अपना वक्तव्य!
त्रिस्तुतिक श्रीसंघ के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनिल चोपडा ने बताया कि धर्मसभा को मोहनखेड़ा के ट्रस्टी सुजानमल सेठ, मेघराज जैन, दादावाड़ी ट्रस्ट अध्यक्ष समाज-रत्न केएल सकलेचा, श्रीसंघ जावरा के कार्यकारी अध्यक्ष प्रकाश चौरडिया ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर नागदा, खाचरोद, बड़ावदा, मंदसौर, रतलाम, झाबुआ, इन्दौर, बदनावर, बामनिया, जालोर, आहोर, भीनमाल, आष्टा, निसरपुर के श्रद्धालु उपस्थित थे।
इन्होंने संभाली व्यवस्था!
जावरा संघ के उपाध्यक्ष राजेन्द्र राठौड़, अभय चौपड़ा, महेंद्र ओरा, दादावाड़ी ट्रस्टी सरदारमल लोढ़ा, चंदनमल कोठारी, मिट्ठूलाल ओस्तवाल, अशोक कोठारी, कमल नाहटा, धर्मचन्द्र चपडोद, भूपेंद्र रुणवाल, मोतीलाल चपडोद, सुरेंद्र सुराणा, आतिश औरा, पीयूष चपडोद, अंकित लुक्कड़, अर्पित चत्तर, विभोर जैन, मनीष मेहता, भावेश हरण, दीपकराज चंडालिया आदि समाजसेवियों का विशेष सहयोग सम्पूर्ण आयोजन में रहा।