Survey of Shops in Homes : जिन घरों में दुकानें चल रही, उनसे कमर्शियल टैक्स की वसूली!
Indore : नगर निगम अगले साल से जिन घरों में छोटी-बड़ी दुकानें संचालित हो रही है, उनके मालिकों से कमर्शियल टैक्स वसूल करेगा। इसके लिए जल्दी ही टीम गठित होगी जो ऐसी दुकानों का सर्वे करेगी। नगर निगम अपनी अर्थव्यवस्था सुधारने के लिए नए प्रयास कर रहा है। इसके बावजूद खजाना भर नहीं पा रहा। कई प्रयासों के बाद भी लोग ईमानदारी से टैक्स जमा करने से बच रहे हैं। लोक अदालतों के माध्यम से जरूर करोड़ों रुपए निगम के खाते में जमा होते हैं। अपनी माली हालत सुधारने निगम अब नवाचार करने जा रहा है।
प्रमुख मार्गों, गलियों में कई ऐसे मकान हैं, जिनके मालिकों ने दुकानें किराए पर दे रखी है और वे टैक्स रहवासी का चुका रहे हैं। कुछ ऐसे भी भवन मालिक हैं, जो खुद अपनी संपत्ति के एक हिस्से में किराना, जनरल स्टोर्स, एमपी ऑनलाइन, फोटो कॉपी, हेयर सैलून जैसी दुकानें चला रहे हैं। इनकी संख्या 4 से 5 हजार है। निगम इन मकानों में चलने वाली दुकानों का सर्वे कर नए कमर्शियल खाते खोलेगा।
इस योजना के लागू होने से निगम की आय में बढ़ोतरी होगी। नगर निगम के राजस्व विभाग प्रभारी निरंजन चौहान ने कहा कि घरों में कई लोगों ने दुकानें लगा रखी है। वे टैक्स आवासीय सम्पति का दे रहे हैं, जो नियमानुसार गलत है। ऐसे सम्पति धारकों का सर्वे कर उन्हें व्यावसायिक टैक्स योजना में शामिल कर राशि वसूली जाएगी।
निगम घरेलू और कमर्शियल टैक्स अलग-अलग लेता है। जीआईएस सर्वे के बाद हितग्राही की मूल संपत्ति का आकलन कर उसे बिल थमाया गया। इससे निगम की आय में आमूलचूल बढ़ोतरी हुई। लेकिन, प्रतिमाह वेतन, बिजली जैसे भारी भरकम पैसे चुकाने से निगम को परेशानी आती है। हालांकि, निगम ने राजस्व अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए हैं कि वे रोजाना निर्धारित लक्ष्यों के मुताबिक, टैक्स वसूलें। तय मानक से कम टैक्स वसूलने पर उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।