

Suspend: आईसर से महिला वैज्ञानिक निलंबित, शारीरिक शोषण के लगाए थे झूठे आरोप
नहीं जा पाएंगी शहर से बाहर
भोपाल. भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (आईसर) की बोर्ड आफ गर्वनर (बीओजी) ने बायोलाजी विभाग की महिला वैज्ञानिक आर महालक्ष्मी को निलंबित कर दिया है। वे आईसर द्वारा कराई जा रही जांच के दौरान भोपाल शहर को छोडकर नहीं जा पाएंगी। उन्हें कोई आवश्यक कार्य होगा, तो वे पहले आईसर प्रबंधन को सूचित करेंगी।
इसके बाद उन्हें स्वीकृति मिलने के बाद ही शहर भोपाल से बाहर जा पाएंगी। निलंबन के दौरान आईसर नहीं आएंगी और वे निलंबन की कार्रवाई तक अपने ही घर पर रहेंगी। उन्हें आईसर पचास फीसदी वेतन देगा।
वैज्ञानिक महालक्ष्मी देश की जानीमानी महिला वैज्ञानिक हैं। उन्होंने अपने कृतिमान से देश और विदेश में कई बड़े बडे पुरुस्कार अपने नाम किए हैं।
जानकारी के मुताबिक वैज्ञानिक महालक्ष्मी ने दिसंबर में आईसर में पीएचडी का साक्षात्कार देने आयी करीब एक दर्जन छात्राओं को ईमेल कर बायोलाजी विभाग के सौरभ दत्ता मेरा शारीरिक शोषण करते हैं और उनका सहयोग संजीव शुक्ला और जीत कालिया कर रहे हैं,के आरोप लगाए थे। ये मेल उन्होंने अपने नाम से नहीं बल्कि फर्जी ई-मेल एड्रेस से किए थे।
वैज्ञानिक महालक्ष्मी ने फर्जी ई-मेल में छात्राओं को आईसर से पीएचडी करने के लिए मना किया था। तब आईसर ने करीब चार कमेटियां गठित की थी। यहां तक आईसर प्रबंधन ने साइबर सेल एफआईआर तक दर्ज करा दी थी। सभी कमेटियों की जांच रिपोर्ट और साइबर सेल की जांच में वैज्ञानिक आर महालक्ष्मी को फर्जी ई-मेल करने का दोषी बताया गया है। इसलिए बीओजी ने उन्हें दोषी ठहराते हुए निलंबित किया है।
बीओजी ने कहा कि निलंबन के दौरान आर महालक्ष्मी अपने घर पर ही रहेंगी। उन्हें गुजारा भत्ता के तौर पर पचास फीसदी वेतन दिया जाएगा। निलंबन के दौरान उन्हें अपने घर पर ही रहना होगा। जांच के दौरान वे बिना आईसर प्रबंधन की स्वीकृति के भोपाल शहर के बाहर नहीं जाएंगी।
अभी विभागीय जांच शेष
आईसर के अधिकारियों का कहना है कि वैज्ञानिक महालक्ष्मी ने अपनी कलिग के नाम पर गलत आरोप लगाए हैं। उन्होंने ऐसे फर्जी मेल क्यों किए हैं। इसके लिए जांच कराई जा रही है। इस संबंध में उनसे पूछताछ भी की जाएगी। जांच अभी चलन में बनी हुई है। विभागीय जांच में आरोप सिद्ध होने पर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।