Suspend: CM हेल्पलाइन के शिकायतकर्ता को धमकाने वाला बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व का SDO फारेस्ट सस्पेंड
भोपाल: सीएम हेल्पलाईन में शिकायत दर्ज कराने वाले शिकायतकर्ता अजय यादव को फोन पर धमकाना बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व के सहायक संचालक, सहायक वन संरक्षक- SDO फेरेस्ट दिलीप कुमार मराठा को भारी पड़ गया। शिकायतकर्ता और मराठा का आॅडियो सोशल मीडिया पर वाइरल होंने के बाद अपर मुख्य सचिव वन अशोक बर्णवाल के निर्देश पर मराठा को निलंबित कर दिया गया है।
बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व के सहायक संचालक के खिलाफ सीएम हेल्पलाईन में शिकायत की गई थी। शिकायत होंने के बाद मराठा ने सीधे शिकायतकर्ता अजय यादव को मोबाइल लगाया और उसे जमकर धमकाया उन्होंने शिकायतकर्ता से कहा एसडीओ फारेस्ट बोल रहा हूं आपने शिकायत की है सीएम हेल्पलाईन में,एक दिन यहां आ जाओ आपसे चर्चा करना चाहता हूं । यादव ने कहा कि कहां आॅफिस में मुलाकात होगी। इस पर मराठा बोले जहां नहीं वहां कहो वहां भी आ सकता हूं। यादव ने कहा कि यहां आकर एक बार बात कर लें। इस पर मराठा बोले तुम्हारा नौकर नहीं हूं आपको आना है आ जाइए। सीएम हेल्पलाईन में बहुत लगा रखा है.. जब वो आदमी यहां पैदा हुआ है, उसकी खेती है वहां सबकुछ है तो बहुत सीएम हेल्प लगाने का शौक चर्राया है तेरेको.. आजा यहां तेरेको समझा देता हूं कि उसका क्या क्या रिकार्ड है…। शिकायतकर्ता उससे अपनी बात सुनने का आग्रह करता रहा लेकिन एसडीओ नहीं रुका उसने कहा कि तू सोच रहा है कि मैने कलेक्टर, कमिश्नर को दुनिया को रिपोर्ट कर दी तो बहुत बड़ा शहनशाह हो गया। जब शिकायतकर्ता ने कहा जिस तरह आप बात कर रहे है यह कोई तरीका नहीं है तो मराठा बोले तरीका रख ले अपने पास तू यहां आ जा यहां पर बताऊं तुझे तरीका, मैने अवार्ड दे दिया है तेरे से जो बने उखाड़ लेना। शिकायतकर्ता अजय यादव ने यह आॅडियो सोशल मीडिया पर वाइरल कर दिया। इससे शासन की जमकर किरकिरी हुई।
सोशल मीडिया पर वाइरल आॅडियो की जानकारी जब वन विभाग के अपर मुख्य सचिव अशोक बर्णवाल के पास पहुंची तो उन्होंने इस मामले की पूरी जांच मुख्य वन संरक्षक एवं बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व उमरिया से करने को कहा था। उनके जांच प्रतिवेदन में मराठा द्वारा शिकायतकर्ता से अभद्र व्यवहार किया जाना प्रमाणित पाया गया है इसके बाद एसीएस के निर्देश पर वन विभाग ने शिकायतकर्ता को धमकाने वाले सहायक वन संरक्षक दिलीप कुमार मराठा को निलंबित कर दिया है। उन्हें निलंबन अवधि में प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन भवन भोपाल में अटैच किया गया है। निलंबन अवधि में उन्हें केवल जीवन निर्वाह भत्ता दिया जाएगा।