Suspension For Negligence : निर्वाचन कार्य में लापरवाही बरतने पर निलंबन
Gwalior : नगरीय निकाय चुनाव के द्वितीय प्रशिक्षण के पहले दिन बिना कारण अनुपस्थित रहने पर कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी ग्वालियर ने 13 कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। इन्हें पद से पृथक करने के लिए विभागीय जांच कराई जाएगी।
इससे पहले 17 जून को भी त्रिस्तरीय पंचायत एवं नगरीय निकाय चुनावों की ड्यूटी में तैनात 14 शासकीय कर्मचारी ट्रेनिंग से अनुपस्थित रहे थे। इसके चलते कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने 14 कर्मचारियों को निलंबित किया था। कलेक्टर ने 14 जून को नगर निगम चुनाव की ट्रेनिंग से अनुपस्थित रहने वाले शिक्षक बालकृष्ण रावत, लाखन सिंह, हेमंत जाट, अपर्णा कुशवाह, दिनेश अम्ब, कमल किशोर, को निलंबित कर दिया है। इसी प्रकार 15 जून को पंचायत चुनावों के द्वितीय चरण की ट्रेनिंग में अनुपस्थित रहने वाले शंभूलाल, जगदीश नार्वे, पवन कुमार नागर, मोहन, अजय शंकर शर्मा, कमल किशोर, संदीप दीक्षित, नारायण सिंह जाटव को भी निलंबित किया था।
इंदौर में भी कार्रवाई निलंबन
पंचायत निर्वाचन के दौरान अपने कर्तव्यों के प्रति लापरवाही बरतने पर कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी मनीष सिंह ने एक शासकीय सेवक को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया। उन्होंने सहायक श्रमायुक्त कार्यालय में पदस्थ श्रम निरीक्षक अविनाश रंगारे को निलंबित किया। श्रम निरीक्षक रंगारे को सेक्टर अधिकारी के रूप में जनपद पंचायत देपालपुर में तैनात किया गया था।
रिटर्निंग ऑफीसर, पंचायत निर्वाचन देपालपुर जिला इंदौर ने बताया था कि रंगारे गत 24 जून को मतदान सामग्री वितरण स्थल शहीद भागीरथ सिलावट महाविद्यालय देपालपुर पर समय पर उपस्थित नहीं हुए। उन्हें उपस्थिति के लिए व्यक्तिगत रूप से दो बार दूरभाष पर सूचना भी दी गई थी। इसके उपरांत भी वह 2 घंटे विलंब से उपस्थित हुए एवं वे कार्य करने की स्थिति में नहीं थे।
रंगारे का उक्त कृत्य निर्वाचन जैसे राष्ट्रीय महत्व के कार्य में लापरवाही के रूप में माना गया। कलेक्टर ने तत्काल प्रभाव से अविनाश रंगारे को निलंबित किया है। विभागीय जांच के लिये उन्हें कारण बताओ सूचना पत्र भी दिया गया है। निलंबन अवधि में इनका मुख्यालय श्रमायुक्त कार्यालय इंदौर रहेगा।