Swine Flu Cases: देश में लगातार बढ़ रहा है स्वाइन फ्लू का खतरा,जान लीजिए क्या हैं लक्षण और बचाव के  तरीके 

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Swine Flu Cases: देश में लगातार बढ़ रहा है स्वाइन फ्लू का खतरा, जान लीजिए क्या हैं लक्षण और बचाव के  तरीके

भारत में स्वाइन फ्लू वायरस का प्रकोप काफी तेजी से बढ़ रहा है. भारत में इंफेक्टेड संक्रामक स्वाइन फ्लू (H1N1) के मामइसके केसेस थे.वहीं 347 मौत के मामले दर्ज किए गए हैं. भारत में विभिन्न राज्यों में इसके मामले दिखाई दिए है. आइए विस्तार से जानें अब तक भारत के किन-किन राज्यों में इसके कितनी संख्या है.

केरल में 2,846, तमिलनाडु में 1,777, महाराष्ट्र में 2,027, गुजरात में 1,711 और राजस्थान में 1,149 मामलों की पुष्टि हुई है.आने वाले समय में मामलों की संख्या और भी तेजी से बढ़ सकती है. ऐसे में इसके लक्षणों और बचाव के उपायों को जानना जरूरी है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भारत में स्वाइन फ्लू के मामले में जनवरी और मार्च के महीने में काफी तेजी से बढ़ते हैं. वहीं अगस्त और अक्तूबर में भी इसके मामले में बढ़ते हैं. इन्फ्लूएंजा ए (H1N1) और इन्फ्लूएंजा ए (H3N2) वायरस वर्तमान में मानव आबादी में प्रचलित हैं.लों में अचानक से बढ़ने लगे हैं. नए आंकड़ों के मुताबिक साल 2024 के दिसंबर तक देश में कुल 20 हजार से भी ज्यादा

स्वाइन फ्लू 5 प्रमुख लक्षण

बुखार: स्वाइन फ्लू के हॉलमार्क लक्षणों में से एक अचानक से तेज बुखार आना. बुखार में ठंड लगना और पसीना आ सकता है. यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि स्वाइन फ्लू वाले हर मरीज को बुखार आएगा ऐसा जरूरी है.

खांसी: एक लगातार खांसी स्वाइन फ्लू का एक और सामान्य लक्षण है. सूखी खांसी भी आ सकती है. कुछ लोगों को ऐसी खांसी भी हो सकती है जिसमें बलगम या कफ निकलता है.  यह गले में खराश या गले में एक खरोंच सनसनी के साथ हो सकता है.

शरीर में दर्द: स्वाइन फ्लू से शरीर में गंभीर दर्द, मांसपेशियों में दर्द और जोड़ों का दर्द हो सकता है. मरीजों को अक्सर थकान महसूस करने और समग्र शरीर की असुविधा हो सकती है. ये लक्षण मौसमी फ्लू के साथ अनुभवी लोगों के समान हैं.

सिरदर्द: स्वाइन फ्लू वाले कई व्यक्ति सिरदर्द का अनुभव करते हैं, जो हल्के से लेकर गंभीर हो सकते हैं. सिरदर्द साइनस की भीड़ और दबाव के साथ हो सकता है.

थकान: स्वाइन फ्लू अत्यधिक थकान और कमजोरी का कारण बन सकता है. मरीजों को अक्सर थका हुआ महसूस होता है और यह थकान इतनी ज्यादा बढ़ सकती है कि यह आपकी लाइफस्टाइल को भी प्रभावित कर सकती है. लक्षण कम होने के बाद भी थकान कई हफ्तों तक बनी रह सकती है.

सांस की बीमारी के लक्षण: स्वाइन फ्लू मुख्य रूप से श्वसन प्रणाली को प्रभावित करता है. मरीजों को श्वसन लक्षणों जैसे कि एक बहती या भरी हुई नाक, छींकने और सांस की तकलीफ का अनुभव हो सकता है. कुछ व्यक्ति सीने की परेशानी या सीने में दर्द भी विकसित कर सकते हैं. स्वाइन फ्लू में सांस की नली में इंफेक्शन आम बात है. जैसे आपको लगेगा कि यह नॉर्मल कोल्ड-कफ या फ्लू है लेकिन यह स्वाइन फ्लू होता है.