तमिलनाडू के कारोबारी को अगवा कर बंधक बनाया, 40 हजार लूटे, फिरौती के तौर पर 21 लाख ट्रांसफर करा
भोपाल। प्लास्टिक मटेरियल खरीदने से पहले उसकी गुणवत्ता देखने मदुरई तमिलनाडू से भोपाल पहुंचे एक कारोबारी को रा-मटेरियल सप्लाई करने का झांसा देकर बुलाने वाले दो लोगों ने कार से अगवा कर लिया। इसके बाद आरोपियों ने मारपीट कर 40 हजार रूपए लूट लिए। इतना हीं नहीं आरोपियों ने उसे एक मकान में बंधक बनाकर रखा और पिस्टल व चाकू की नोक पर डरा-धमकाकर फिरोती के तौर पर 21 लाख रूपए अपने खाते में ट्रांसफर करा लिए। इसके बाद आरोपियों ने उसे व उसके परिवार को जान से मारने की धमकी देकर इंदौर रोड पर छोड़ दिया। क्राइम ब्रांच ने इस मामले में फरियादी के मदुराई से लौटने के बाद गुरुवार को दो लोगों के खिलाफ अपहरण समेत विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया है।
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त शैलेन्द्र सिंह चौहान ने बताया कि कमला सेकेंड स्ट्रीट चिन्ना चौकी कुलम मधुरई तमिलनाडू निवासी वी. सतीश पुत्र टी. बिरैया(39) वीरा इंड्रस्ट्रीज प्लास्टिक पाइप और प्लास्टिक कच्चे माल के निर्माण का काम करती है। उन्होंने पुसि को बताया कि पाइप व कच्चे माल के लिए प्लास्टिक रा-मटेरियल की जरूरत होती है। इस संबंध में उनकी कौशीक नाम के व्यक्ति बात चल रही थी। गत 21 जून को एक व्हाट्सएप नंबर से मैसेज मिला कि प्लास्टिक का रा-मटेरियल तैयार है, आप पैसा भेज दो तो मैं माल भेज दूंगा। इस पर उन्होंने कहा कि मैं माल की गुणवत्ता देखने के बाद ही पेमेंट करूंगा। इसके बाद वह 21 जून को चेन्नई से मुंबई होते हुए भोपाल पहुंचे। दोपहर करीब 12 बजे फरियादी ने उसी व्हाट्सएप नंबर पर फोन किया तो उन्होंने संत आसाराम चौराहा बुलाया। वहां पहुंचते ही उन्हें एक स्विफ्ट कार में सवार तीन लोग मिले। उनमें से दो लोगों ने कहा कि आप को कौशिक जी ने बुलाया है।
इसके बाद फरियादी को उन्होंने कार में बैठा लिया। इसके बाद उन्होंने फरियादी के साथ चलती कार में मारपीट कर 40 हजार रुपये छीन लिये और पिस्टल दिखाकर डराया-धमकाया और चुप रहने को कहा। इसी बीच आरोपियों ने उनसे पैसों की मांग की, जब फरियादी ने पैसा न होने की बात कही तो दोनों लोगों ने कौशिक से बात कराई। उसके बाद वे फरियादी को एक अज्ञात स्थान पर बने घर में ले गए और एक कमरे में बंधक बना लिया। जहां पर अगले दिन सुबह तक बंधक बनाकर रखा। उस मकान में एक बुजुर्ग व्यक्ति भी था। इस दौरान तीनों ने मिलकर उसके साथ मारपीट की और कहा कि 20 लाख रुपद दो। इसके बाद आरोपियों ने उसके फोन पर अकाउंट नंबर भेजे और कहा कि पैसे ट्रांसफर करा दो।
इसके बाद फरियादी ने आरोपियों के डर से अपनी कंपनी वीरा इंडस्ट्रीज के लोन खाते से 7 खाता नंबरों पर 20 लाख रूपए नेट बैंकिंग के माध्यम से ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद शाम 6 बजे उसे कमरे से निकाला और रात 10.30 बजे टोल नाका होते हुए इंदौर रोड पर ले गए। जहां पर आरोपियों ने फरियादी के आईफोन से उसके परिवार के सदस्यों की फोटो खींच ली और कहा कि अगर पुलिस में शिकायत की तो पूरे परिवार को जान से खत्म कर देंगे। इकसे बाद बुजुर्ग व्यक्ति ने उसका आईफोन मोबाइल छीन लिया।
इसके बाद फरियादी बस में बैठकर इंदौर पहुंचा। 24 जून की सुबह इंदौर पहुंचकर फ्लाइट से बेंगलुरु और फिर मधुरई पहुंचा। जहा पर परिजनों को पूरी घटना बताई और गुरुवार को वापस भोपाल पहुंच कर घटना के संबध में शिकायत की। क्राइम ब्रांच ने आवेदन जांच के बाद आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है। अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त चौहान ने बताया कि जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी।