New Delhi : लखीमपुर हिंसा और पत्रकारों के साथ बदसलूकी को लेकर विवादों में चल रहे केंद्रीय गृहराज्य मंत्री अजय मिश्र (Union Minister of State for Home Ajay Mishra) आज सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टी-पार्टी में भी नजर नहीं आए। प्रधानमंत्री ने शुक्रवार सुबह उत्तर प्रदेश के भाजपा सांसदों को चाय-नाश्ते पर बुलाया (Invited BJP MPs from UP for Tea and Breakfast) था। आधे घंटे की इस टी-पार्टी में 36 सांसद शामिल हुए, पर अजय मिश्र नहीं दिखे। ये नहीं कहा जा सकता कि उन्हें बुलाया नहीं गया या वे खुद इससे दूर रहे।
प्रधानमंत्री ने सांसदों से साफ़ कहा कि पार्टी से जुड़ा कोई व्यक्ति पार्टी और संगठन से ऊपर नहीं है। इस बात को ध्यान में रखकर पूरी ताकत से होने वाले विधानसभा चुनाव में जुट जाएं। इस बैठक में सांसदों से UP को लेकर में पार्टी का फीडबैक (Party Feedback) लिया गया। मोदी ने लखीमपुर किसान हिंसा से UP चुनाव पर पड़ने वाले संभावित असर को भी समझने की कोशिश की।
उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में दोबारा जीत हासिल करना भाजपा के लिए चुनौती है। इसके लिए खुद PM मोदी लगातार सरकारी योजनाओं और परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास के लिए UP में दौरे कर रहे हैं। उन्हें जो फीडबैक मिला, उसके आधार पर सांसदों को भी मोदी ने चुनाव में जुट जाने का मंत्र दिया है। मोदी इन बैठकों में सांसदों को सरकार और पार्टी के कामों के अलावा जनता से जुड़े अन्य महत्वपूर्ण काम करने के लिए प्रेरित करते हैं।
मोदी इससे पहले भी अलग-अलग राज्यों के सांसदों के साथ मुलाकात करते रहे हैं। हर बार संसद सत्र के दौरान अलग-अलग राज्यों के सांसदों से PM मिलते रहते हैं। इस बार UP चुनाव से पहले उनकी राज्य के सांसदों से मुलाकात अहम है। वे इससे पहले पूर्वोत्तर, दक्षिणी राज्यों और मध्य प्रदेश के सांसदों से भी मुलाकात कर चुके हैं।