Tehsildar’s New Record: तहसीलदार ने बनाया नया रिकार्ड,एक ही दिन में निपटाए 750 से अधिक प्रकरण

इस जल्दबाजी से भड़के वकीलों ने CM से की शिकायत,जांच करने पहुंचे डिप्टी कमिश्नर

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Tehsildar’s New Record: तहसीलदार ने बनाया नया रिकार्ड,एक ही दिन में निपटाए 750 से अधिक प्रकरण

राजेश चौरसिया की रिपोर्ट

छतरपुर: छतरपुर में तहसीलदार द्वारा एक ही दिन में 750 से अधिक प्रकरण निपटाने का मामला सामने आया है। जहां तहसीलदार की इस जल्दबाजी से भड़के वकीलों ने सीएम से लिखित शिकायत कर दी है। जिसकी शिकायत करने सागर संभाग के डिप्टी कमिश्नर श्यानेन्द्र जायसवाल जांच करने पहुंचे।

जांच करने आये डिप्टी कमिश्नर बोले..

मामले में उप आयुक्त जायसवाल का कहना है कि तहसीलदार रंजना यादव की शिकायत हुई थी कि इन्होंने एक ही दिन में सैकड़ों मामलों का निराकरण कर दिया जिसकी जांच की जा रही है। जो देर रात और कल तक जारी रहेगी और जांच उपरान्त ही मामला स्पष्ट हो सकेगा।

●यह है पूरा मामला..

छतरपुर की प्रभारी तहसीलदार रंजना यादव ने 20 दिसंबर को एक दिन में 750 से अधिक प्रकरणों का निराकरण कर नया रिकार्ड कायम किया है। हालांकि उनके इस अनूठे रिकार्ड से वकील भड़क/गुस्सा गए हैं और उन्होंने मुख्यमंत्री से प्रभारी तहसीलदार की शिकायत कर दी है।

एडवोकेट विनोद पाठक, श्रीराम शुक्ला, के सी चौबे सहित छतरपुर तहसील के अनेक अधिवक्ताओं ने मुख्यमंत्री को भेजे आवेदन में बताया कि प्रभारी तहसीलदार रंजना यादव ने 20 दिसंबर को एक दिन में 750 से अधिक प्रकरणों का निराकरण किया है। उसमें 80 प्रतिशत प्रकरणों को खारिज कर दिया गया है। कई प्रकरण में आरसीएमएस में आदेश के नाम पर कोरी आर्डर शीट अपलोड की गई है। अधिकांश प्रकरणो में “रुचि न लेने के कारण” का आदेश अपलोड किया गया है।

गौरतलब है कि 20 दिसंम्बर को कलेक्टर संदीप जीआर ने व्हीसी के माध्यम से जिले के राजस्व अधिकारियों की बैठक लेकर राजस्व संबंधी कार्यों की समीक्षा की थी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये थे कि नामांतरण, बंटवारा और सीमांकन के प्रकरणों का तेजी से निराकरण करें। कलेक्टर ने राजस्व कार्यों में रूचि न लेेने वाले पटवारियों पर सख्त कार्यवाही के निर्देश भी दिए थे। छतरपुर की प्रभारी तहसीलदार ने कलेक्टर के निर्देश का इतनी तत्परता से पालन किया कि 20 दिसंबर को ही उन्होंने पेंडिंग पड़े नामांतरण के 750 से ज्यादा प्रकरण निपटा दिए।

वहीं अब वकीलों का आरोप है कि प्रभारी तहसीलदार रंजना यादव कभी भी डायस पर बैठकर प्रकरणों की सुनवाई नहीं करती हैं। तहसीलदार न्यायालय में प्रकरणों में सुनवाई होने के बजाए बगौता हल्का पटवारी एवं रीडर प्रतीक निरंजन के घर से तहसील कार्यालय चलाया जाता है। इनके घरो में 100 से 200 फायले तहसील कार्यालय की मिल सकती हैं।

आवेदन में आरोप लगाया गया है कि कुछ दलालों व रीडर प्रतीक निरंजन के साथ चेम्बर में बैठकर केवल लेन देन कर प्रकरणों का निराकरण किया जाता है। आरोप है कि यादव बिना लेन देन के किसी भी प्रकरण का निराकरण नहीं करती हैं।

अधिवक्ताओं ने बताया कि उन्होंने प्रभारी तहसीलदार रंजना यादव की कई सप्रमाण शिकायतें कलेक्टर एवं कमिश्नर सागर से की हैं। सभी की जाँच अपर कलेक्टर छतरपुर से कराई जाती है। लेकिन इनमें आज तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है।

●इनका कहना है..

वहीं जब इस मामले पर कमिश्नर सागर वीरेंद्र सिंह रावत से बात की गई तो उन्होंने उक्त मामले के संज्ञान में आने पर गंभीरता से जांच कराये जाने की बात कही है।

-वीरेंद्र सिंह रावत, कमिश्नर सागर

राजेश चौरसिया