Indore : आगरा-मुंबई बायपास पर एक साथ पांच फ्लाईओवर (Five Flyovers) बनाने के लिए टेंडर जारी हो गए। ये पहली बार है कि जब एक साथ इतने फ्लाईओवर बनाने के टेंडर जारी हुए है। इसके लिए पिछले 2 साल से प्रयास किए जा रहे थे। इन फ्लाईओवर की घोषणा पिछले साल राजमार्ग परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Highways Transport Minister Nitin Gadkari) ने की थी। सांसद शंकर लालवानी ने इसकी घोषणा की। ये फ्लाईओवर क्षिप्रा और मांगल्या के बीच अर्जुन बरोदा गांव के पास, बेस्ट प्राइस-झलारिया के पास, लाभ गंगा गार्डन (एमआर-10 चौराहा) पर, रालामंडल चौराहे पर और राऊ सर्कल पर बनेंगे। इसमें से बेस्ट प्राइस के पास बनने वाला फ्लाईओवर 3 लेयर वाला एलिवेटेड फ्लाईओवर (3 layer elevated flyover) होगा। संभवत: ये मध्यप्रदेश का अपनी तरह का 3 लेयर वाला पहला ओवरब्रिज होगा। लगभग 200 करोड़ रु की लागत से बनने वाले इन फ्लाईओवर्स के टेंडर 18 फरवरी को जारी हुए।
ये फ्लाईओवर साल 2024 की शुरुआत में बनकर तैयार हो जाएंगे। इन चौराहों पर लंबा ट्रैफिक जाम लगता है और हादसे भी होते रहते हैं, जिसमें कई लोग अपनी जान भी गंवा चुके है। सांसद शंकर लालवानी ने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राजमार्ग परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को धन्यवाद दिया है। पिछले साल नितिन गडकरी ने इंदौर में इन फ्लाईओवर्स की घोषणा की थी, जिसके लिए टेंडर जारी हो गए है और विभाग ने 2 साल से कम समय में इसे तैयार करने का वक्त तय किया है।
इंदौर बायपास से करीब 35 हज़ार वाहन रोजाना गुजरते हैं। लेकिन, ओवरब्रिज न होने की वजह से हमेशा हादसों का डर बना रहता है। इन फ्लाईओवर के बनने से बायपास से करीब बायपास के आसपास रहने वाले हजारों लोगों को फायदा होगा और ईंधन एवं समय की बचत होगी और जीवन सुरक्षित होगा। बायपास के खराब हालातों के कारण ये इंदौर के लिए अभिशाप बन चुका है। यहाँ के हालातों को बेहतर बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
Why need in 5 places
बेस्ट प्राइस के आसपास शहर से भोपाल की ओर जाने वाला एवं भोपाल से आने वाले ट्रैफिक का सबसे अधिक दबाव होता है। कई बड़े मैरिज गार्डन, स्कूल और संस्थान के लिए आने-जाने वालों के ट्रैफिक का दबाव (Traffic pressure) भी यहीं होता है। भोपाल से आने वालों को शहर में आने के लिए यहां रांग साइड आना पड़ता है। ऐसी स्थिति से निजात पाने के लिए
Flyover needed here
रालामंडल के आसपास लोगों ने बायपास पर बीच में कट बना दिए हैं, इससे हादसों का लगातार डर बना रहता है। पूर्व में यहाँ कई हादसे भी हुए और लोगों को भारी परेशानी भी हुई।
अर्जुन बरोदा क्षेत्र में कई गोडाउन और वेयर हाउस बने हुए हैं। ट्रकों का भारी दबाव, ट्रक उल्टी दिशा से आते हैं। लगभग हर रोज छोटे-बड़े हादसे होते हैं और शाम के समय भारी जाम की समस्या रहती है।
राऊ सर्कल के नजदीक इस सर्कल पर 4 रोड के ट्रैफिक का भारी दबाव रहता है। बायपास, एबी रोड, आईआईएम एवं पीथमपुर और महू के लिए वाहनों का दबाव यहाँ पड़ता है। शाम के समय भारी ट्रैफिक जाम की समस्या रोज बनती है।
लाभ गंगा गार्डन एमआर-10 चौराहा के नजदीक है। यहाँ शहरी यातायात और भोपाल की तरफ से आने वाले वाहनों का अत्यधिक दबाव रहता है। ट्रकों के कारण हादसों का भी भय होता है। यहाँ आसपास कई होटल और मैरिज गार्डन होने से भी ट्रैफिक की समस्या हमेशा बनी रहती है।