निजी विवि आयोग में अध्यक्ष, सचिव और सदस्य बनने की 50 लोगों की दावेदारी निरस्त,20 सितंबर को खत्म हो रहा है आयोग के पदाधिकारियों का कार्यकाल

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निजी विवि आयोग में अध्यक्ष, सचिव और सदस्य बनने की 50 लोगों की दावेदारी निरस्त,20 सितंबर को खत्म हो रहा है आयोग के पदाधिकारियों का कार्यकाल

 

भोपाल: मप्र निजी विश्विद्यालय विनियामक आयोग के अध्यक्ष भरत शरण सिंह, सचिव केपी साहू, प्रशासनिक सदस्य विश्वास चौहान, अंशकालीन सदस्य सचिन तिवारी और अकादमी सदस्य प्रदीप श्रीवास्तव का कार्यकाल कल बाद खत्म हो जाएगा। उक्त पदों की पूर्ति करने के लिए उच्च शिक्षा विभाग को 250 आवेदन प्राप्त हुए थे। उनकी स्कूटनी करने विभागीय आयुक्त प्रबल सिपाहा की अध्यक्षता में ग्वालियर के दो सेवानिवृत्त प्रोफेसर और भोपाल के स्थानीय कालेज की एक महिला प्रोफेसर की कमेटी गठित की गई।

कमेटी ने जांच के दौरान देखा कि पूर्व कुलपति, पूर्व रजिस्ट्रार और पूर्व निदेशक समेत करीब चार दर्जन प्रोफेसर ने भी आयोग के अध्यक्ष, सचिव और सदस्य पद के लिए आवेदन किए हैं। उक्त उम्मीदवार पूर्व में निजी विश्वविद्यालयों की गवर्निंग बॉडी और प्रबंधन बोर्ड में पदस्थ रहे हैं। वे निजी विवि के मालिकों के साथ कई बैठकों में भागीदारी कर चुके हैं। यहां तक उन्होंने मानदेय भी प्राप्त किया है। कमेटी ने विज्ञापन की शर्त के अनुसार लिखा है कि ऐसा कोई भी व्यक्ति जो निजी विवि में किसी भी तरह से जुड़ा है या रह चुका है, वो अध्यक्ष, सचिव और सदस्य नही बन सकता है। इसके चलते कमेटी ने करीब पचास आवेदनों को निरस्त करने की अनुशंसा की। आवेदन निरस्त की जानकारी उम्मीदवारों को लगी तो उन्होंने अपनी दावेदारी बरकरार रखने चौतरफा जोर लगाना शुरू कर दिया है। इसके चलते विभाग ने उनकी उम्मीदवारी को निरस्त करने के लिए विधि विभाग के अभिमत तक मांगा लिया है।

 *अयोग्य का दिया अभिमत*

विधि विभाग ने उच्च शिक्षा विभाग के पत्र को देखते हुए मप्र निजी विवि स्थापना एवम संचालन अधिनियम की धारा 36 खण्ड (7 ) तथा नियम 2008 की कंडिका 14 खण्ड (ग) के आधार पर जांचा कमेटी के निर्णय को सही मानकर आवेदकों को आयोग में अध्यक्ष सचिव और सदस्य पद के लिए हमेशा के लिए अयोग्य करने का अभिमत दिया है।

*हमेशा के लिए निरस्त हुई उम्मीदवारी* 

आयोग की कुर्सियों पर आसीन होने के ताल ठोकने वाले हिंदी विवि के पूर्व कुलपति खेमसिंह डेहरिया, पूर्व रजिस्ट्रार हरिहर शरण त्रिपाठी, पूर्व रजिस्ट्रार अल्केशन चतुर्वेदी, एक्सीलेंस कालेज के डायरेक्टर प्रज्ञेश अग्रवाल, पीएमसीओई हमीदिया के प्रभारी प्राचार्य डॉ. अनिल शिवानी, मैपकास्ट महानिदेशक अनिल कोठारी, पूर्व निदेशक उमेश सिंह, आरके विजय, असिस्टेंट रजिस्ट्रार अभय गुप्ता, ओएसडी डॉ. राकेश श्रीवास्तव, आरसी यादव, अमोक गुप्ता, महेंद्र मेहरा, महिपाल सिंह यादव, राकेश डांट, डीपी सिंह, दीपक पालीवाल, सचिव शर्मा, रामदीन त्यागी, मुकेश जैन, राजेश श्रीवास्तव, आशीष जोशी, संजय दीक्षित और विजय सिंह की उम्मीदवारी निरस्त कर दी गई है।