
खेत में मिली नवजात के मामले का खुलासा, नाबालिग मां और दुष्कर्म करने वाला आरोपी गिरफ्तार
बड़वानी: मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले के पलसूद थाना क्षेत्र में खेत में फेंकी गई नवजात बच्ची के मामले में पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है। पुलिस ने नवजात की नाबालिग मां और उसके साथ दुष्कर्म करने वाले आरोपी की पहचान कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
पलसूद थाना प्रभारी सुखलाल भँवर ने बताया कि 17 दिसंबर को थाना क्षेत्र के एक खेत में नवजात बच्ची मिलने की सूचना पर पुलिस ने गंभीरता से जांच शुरू की थी। जांच के दौरान पुलिस ने नवजात की 17 वर्षीय नाबालिग मां का पता लगा लिया। पूछताछ में नाबालिग ने बताया कि मजदूरी के दौरान उसकी पहचान 27 वर्षीय अनिल उर्फ डोलू से हुई थी। आरोपी ने शादी का झांसा देकर उसके साथ कई बार दुष्कर्म किया।
नाबालिग ने बताया कि उसे गर्भ ठहरने की जानकारी काफी समय बाद हुई। इस दौरान आरोपी अनिल ने उससे किनारा कर लिया और मिलना-जुलना बंद कर दिया। पीड़िता ने यह भी बताया कि घर पर ही मां की मदद से प्रसव कराया गया, जिसके बाद सामाजिक बदनामी और अविवाहित बेटी की शादी को लेकर डर के चलते नवजात बच्ची को खेत में फेंक दिया गया।
थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी अनिल को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। जांच में सामने आया कि आरोपी पहले से शादीशुदा है और तीन बच्चों का पिता है। नाबालिग के गर्भवती होने के बाद उसे अपने परिवार के टूटने का डर सताने लगा, जिसके चलते उसने शादी से इनकार कर दिया और प्रसव के बाद महाराष्ट्र फरार हो गया।
पुलिस ने इस मामले में नाबालिग लड़की और उसकी मां के खिलाफ भी नवजात को छोड़ने के आरोप में प्रकरण दर्ज किया है। हालांकि उन्हें नोटिस ऑफ अपीयरेंस देकर फिलहाल रिहा कर दिया गया है।
पुलिस ने बताया कि नाबालिग और उसकी मां नवजात बच्ची को अपनाने से इनकार कर रही हैं, जिसके चलते बच्ची को फिलहाल जिला अस्पताल में रखा गया है। बच्ची के भविष्य को लेकर चाइल्ड वेलफेयर कमेटी निर्णय लेगी।
मामले की पुष्टि के लिए नवजात, नाबालिग मां और आरोपी के डीएनए सैंपल ले लिए गए हैं, जिन्हें शुक्रवार को जांच के लिए भेजा जाएगा। यह मामला क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।





