

बारिश से पहले मेट्रो के अंडर ग्राउण्ड रूट को बनाने की चुनौती, आएंगी TBM मशीनें
भोपाल। राजधानी में अब मेट्रो के अंडरग्राउंड रूट की तैयारी चल रही है। नादरा बस स्टैंड और भोपाल रेलवे स्टेशन के बीच टनल बनाने के लिए मिट्टी की टेस्टिंग की जा रही है। उसके बाद टनल बोरिंग मशीन से खुदाई की जाएगी। यह रूट सिंधी कॉलोनी, ऐशबाग क्रॉसिंग से होकर गुजरेगा। बारिश से पहले इस एरिया में खुदाई करना बहुत जरूरी है। भोपाल मेट्रो के अंडरग्राउंड रूट के निर्माण के लिए टनल बोरिंग मशीन (TBM ) जैसी बड़ी मशीनें आएंगी। यह मशीनें 3.39 किलोमीटर लंबे अंडरग्राउंड रूट की खुदाई करेंगी, जिसमें भोपाल रेलवे स्टेशन और नादरा बस स्टैंड पर मेट्रो स्टेशन भी शामिल हैं।
*क्या योजना है*
मेट्रो के 8.77 किलोमीटर लंबी लाइन में 3.39 किलोमीटर का रूट अंडरग्राउंड होगा। इस अंडरग्राउंड रूट की खुदाई के लिए टनल बोरिंग मशीन का इस्तेमाल किया जाएगा, जो मिट्टी की टेस्टिंग के बाद आएगी। इस समय अंडरग्राउंड रूट के लिए 15 मीटर तक मिट्टी की टेस्टिंग की जा रही है और आगे जाकर पाइल लोड टेस्टिंग भी होगी। इसके बाद टनल बोरिंग मशीन से अंडरग्राउंड रूट की खुदाई की जाएगी, जो जमीन के 20 फीट नीचे टनल बनाएगी और सीमेंट कंक्रीट के सेगमेंट डालेगी।
*भारी मशीनरी के लिए अलग से बनेगी रोड*
मेट्रो कॉरपोरेशन संबंधित सड़क एजेंसियों और प्रशासन से मशीनरी के लिए अलग से रोड बनाने का प्रस्ताव तय कर रहा है। मेट्रो के लिए 3.34 किमी लाइन के साथ ही दो अंडरग्राउंड स्टेशन का काम 769 करोड़ रुपए में दिया है। ट्विन टनल आधारित अंडरग्राउंड लाइन के लिए बड़ी मशीनरी भोपाल आएगी। मशीनरी को भोपाल में एंट्री के लिए विशेष सड़क का निर्माण भी होगा।
30 मीटर गहराई में होगा काम
मेट्रो के अंडरग्राउण्ड रूट के लिये करीब 30 मीटर गहराई में लाइन का काम होगा। जिंसी के बाद ऐशबाग से भोपाल रेलवे स्टेशन, नादरा बस स्टैंड से सिंधी कॉलोनी तक 3.34 किमी अंडरग्राउंड मेट्रो लाइन के लिए स्थितियां तय की जा रही हैं। सर्वे का काम तेजी से चल रहा है। मेट्रो कारपोरेशन संबंधित सड़क एजेंसियों और प्रशासन से मशीनरी के लिए अलग से रोड बनाने का प्रस्ताव बना रहा है। मेट्रो के लिए 3.34 किमी लाइन के साथ ही दो अंडरग्राउंड स्टेशन का काम 769 करोड़ रुपए में किया जाएगा।