कलेक्टर ने आम मरीज बनकर अस्पताल की हालत देखी!

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केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया दो महीने में दिल्ली के एम्स और सफदरजंग अस्पताल के ही छह औचक निरीक्षण किए। हर निरीक्षण की जानकारी प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) को दी। अब यही काम कानपुर के कलेक्टर (DM) ने किया और अव्यवस्थाओं को लेकर पूरे विभाग की परेड ली।

कानपुर (Kanpur) के कलेक्टर विशाख अय्यर (DM Vishakh Ayyar) मरीज बनकर बिना किसी सरकारी गाड़ी और लवाजमे के उर्सला अस्पताल पहुंचे। अस्पताल पहुंचने पर जहां एक ओर डॉक्टरों के कक्ष के बाहर मरीज इंतजार कर रहे थे, वहीं एक बेंच पर DM विशाख अय्यर भी बैठे डॉक्टर का इंतजार करते रहे। उनके इस निरीक्षण में उर्सला अस्पताल की कार्यप्रणाली की पोल खुल गई।

DM के अस्पताल में निरीक्षण की सूचना मिलने के बाद जिला अस्पताल (Distt Hospital) में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में डॉक्टर, डिप्टी डायरेक्टर और सीएमएस DM को अपना चेहरा दिखाने पहुंचे. नाराज DM ने CMS, डिप्टी डायरेक्टर और CMO को जमकर फटकार लगाई।

अस्पताल की अव्यवस्थाओं को देखकर DM ने CMO से स्पष्टीकरण मांगा है। DM के इस अचानक निरीक्षण की सूचना मिलने के बाद जहां एक और आनन-फानन में चिकित्सक और नदारद कर्मचारी भी अपनी ड्यूटी पर पहुंच गए।

DM को कई दिनों से सूचना मिल रही थी कि चिकित्सक और स्टाफ समय से अस्पताल नहीं पहुंच रहा है, जिसके बाद DM विशाख अय्यर आज ई-रिक्शा पर बैठकर उर्सला अस्पताल पहुंचे। वे आम मरीज की तरह अपना बिना परिचय दिए डॉ कक्ष के बाहर बेंच पर बैठे और डॉक्टर का इंतजार करने लगे। इसके बाद अस्पताल में अनियमितताएं और अवस्थाएं देख नाराजगी व्यक्त की और सबकी परेड ली।