

स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 की टीम की आहट से निगम का अमला चौकन्ना हुआ, बड़े अफसर भी सड़कों पर
भोपाल। राजधानी में स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 के चलते गारबेज फ्री सिटी के सर्वे के लिये दिल्ली से आनेवाली टीम की आने की आहट से निगम चौकन्ना हो गया है और उसके सभी बड़े अफसर सुबह से ही सड़कों पर उतर कर वहां की सफाई की व्यवस्था देख रहे हैं।
शहर की सफाई का अन्दाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जीएफसी की टीम के लिये कई जगहों पर अब सड़कों की धुलाई लंबे समय के बाद की जा रही है। इसके अलावा सफाई व्यवस्था पर नजर रखने के लिये नोडल अधिकारियों को मैदान में उतारा गया है लेकिन वह सुबह से कहीं नजर नहीं आये और पुराने शहर की गलियां में झाड़ू तक नहीं लग पा रही है। हर बार की तरह इस बार फिर से स्वच्छता को लेकर नए पैरामीटर तय किए गए हैं। इसे फालो कराने के लिए अधिकारियों ने रोड मैप भी बनाये हैं।
क्या क्या जरूरी है
-नालों की सफाई पर ध्यान दें। इसमें फेंकी गई पालीथिन व अन्य कचरे को निकलवाया जाए, जिससे पानी का बहाव निरंतर बना रहे।
– सुलभ शौचालयों और उनके पास कचरा न एकत्रित हो । पालीथिन के विक्रय, उपयोग और भंडारण पर नजर रखी जाए।
– कचरा संग्रहण के दौरान गीले और सूखे कचरे को अलग-अलग इकठ्ठा करना भी जरूरी ।
रेलवे स्टेशन से निकले कचरे का रखना होगा ध्यान
भोपाल और रानी कमलापति रेलवे स्टेशन की साफ-सफाई का जिम्मा निजी एजेंसियों के पास है, लेकिन ये लोग कचरा कहां फेंकते हैं, इसकी जानकारी सहायक स्वास्थ्य अधिकारियों को नहीं होती है। ऐसे में अधिकारियों ने जोन क्रमांक नौ और 16 के एएचओ को निर्देशित किया है कि रेलवे स्टेशन से निकलने वाले कचरे की जानकारी पता की जाए।