रीवा में कमिश्नर और अन्य रिक्त पदों को लेकर कोर्ट ने सरकार से मांगा जवाब, इसी माह रिटायर हो रहे हैं 2 संभागों के कमिश्नर

ग्वालियर कमिश्नर देख रहे दो संभागों की जिम्मेदारी

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भोपाल: मध्यप्रदेश में मैदानी अमले की जमावट करने सरकार को मुफीद अफसर नहीं मिल पा रहे है। इसके चलते लंबे समय से सरकार चंबल और रीवा संभागों में पूर्णकालिक अफसरों को कमिश्नर नहीं बना पा रही है। रीवा कमिश्नर सहित वहां एडीशनल और डिप्टी कमिश्नर के पदों पर पूर्णकालिक अफसरों की तैनाती नहीं किए जाने को लेकर कोर्ट ने सरकार से जवाब मांगा है।

वहीं ग्वालियर कमिश्नर आशीष सक्सेना दो-दो संभागों के कमिश्नर की जिम्मेदारी लंबे समय से संभाल रहे है। अब इस महीने भोपाल और होशंगाबाद कमिश्नर के पद भी खाली होंने वाले है।

भोपाल संभागायुक्त कवीन्द्र कियावत और नर्मदापुरम कमिश्नर रजनीश श्रीवास्तव अक्टूबर के अंत में सेवानिवृत्त हो जाएंगे। इस तरह से प्रदेश में दो प्रमुख संभागों में संभागायुक्त के पद फिर रिक्त हो जाएंगे। चंबल कमिश्नर के रिक्त पद का चार्ज राज्य सरकार ने लंबे समय से ग्वािलयर कमिश्नर आशीष सक्सेना को दे रखा है। चंबल में सरकार लंबे समय से किसी आईएएस अफसर की पूर्णकालिक तैनाती नहीं कर पाई है।

इधर रीवा में भी सरकार लंबे समय से पूर्णकालिक कमिश्नर तैनात नहीं किया है। एडीशनल कमिश्नर अनिल सुचारी को ही सरकार ने कमिश्नर की जिम्मेदारी दे रखी है। सरकार सुचारी को ही आगे यहां का कमिश्नर बनाना चाहती है इसलिए किसी दूसरे अफसर की तैनाती यहां नहीं कर रही है। उनकी पदोन्नति का समय आने पर सरकार उन्हें ही प्रमोट कर यहां कमिश्नर बनाना चाहती है।

रीवा के एक वकील ने रीवा में कमिश्नर, एडीशनल कमिश्नर और डिप्टी कमिश्नर के तीन पद रिक्त होंने और सरकार द्वारा यहां लंबे समय से अफसरों की तैनाती नहीं किये जाने को लेकर कोर्ट में केस लगा रखा है। इसको लेकर कोर्ट ने राज्य सरकार से जवाब मांगा है कि रीवा जैसे बड़े संभाग में इतनी बड़ी संख्या में महत्वपूर्ण पदों पर अफसरों की तैनाती क्यों नही की गई और जल्द से जल्द यहां इन पदों को भरा जाए।

यदि सरकार को कोर्ट के इस आदेश का पालन करना पड़ा तो रीवा में भी कमिश्नर के पद पर पूर्णकालिक अफसर की तैनाती तुरंत करना पड़ेगी। इसलिए फिलहाल सरकार ने जवाब के लिए समय मांगा हुआ है। इस मामले को होल्ड में रखते हुए राज्य सरकार यहां अनिल सुचारी को ही कमिश्नर की जिम्मेदारी पर बनाये रखना चाहती है।

भोपाल कमिश्नर का पद इसी माह रिक्त हो रहा है। यहां आने के लिए कई अफसर कतार में है। भोपाल में कलेक्टर रह चुके निशांत बरबड़े का नाम भी इसके लिए चर्चाओं में है तो आबकारी आयुक्त राजीव चंद्र दुबे सहित कुछ अन्य अफसरों के नाम भी चल रहे है। इसी प्रकार नर्मदा पुरम संभाग के कमिश्नर रजनीश श्रीवास्तव भी इसी महा रिटायर हो रहे हैं उनके स्थान पर भी पदस्थ किए जाने वाले अफसर की खोजबीन जारी है।

फिलहाल मुफीद अफसरों की तलाश है ताकि भोपाल सहित नर्मदापुरम के रिक्त होंने वाले पदों और चंबल कमिश्नर के रिक्त पद पर काबिल अफसरों की तैनाती की जा सके।