वीसा पोरवाल समाज के पूर्वजों ने 175 साल पहले भव्य जिनालय का जो स्वप्न देखा था वह आज समाज ने पूरा कर दिखाया : आचार्यश्री

ऐतिहासिक भव्य रथ यात्रा से प्रारंभ, नूतन जिनालय द्वार उद्घाटन से सागोदीया तीर्थ पर 11 दिवसीय प्रतिष्ठा महोत्सव संपन्न! प्रदेश एवं देश-भर के कई भागों से पंहुच रहें श्रद्धालु!

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वीसा पोरवाल समाज के पूर्वजों ने 175 साल पहले भव्य जिनालय का जो स्वप्न देखा था वह आज समाज ने पूरा कर दिखाया : आचार्यश्री

Ratlam : बंधु बेलड़ी आचार्य श्री प्रतिष्ठाचार्य जिन-हेमचन्द्रसागर सूरीश्वरजी मसा की मुख्य निश्रा में ऐतिहासिक भव्य रथयात्रा से प्रारंभ एवं सागोद तीर्थ के नूतन जिनालय का रजत ताला खोलकर द्वार उद्घाटन से प्रतिष्ठा महोत्सव पूर्ण हुआ। रथयात्रा के लाभार्थी लीलादेवी वरदीचंद पोरवाल परिवार से वरुण पोरवाल रहें। भव्य रथ यात्रा में बड़ी संख्या में

शहर के सभी समाज एवं वर्ग से प्रतिष्ठित समाजजन उपस्थित थे। जिससे की प्रतिष्ठा महोत्सव का आगाज अद्भुत रहा एवं प्रतिष्ठा महोत्सव पूर्ण होने पर द्वार उद्घाटन लाभार्थी स्वर्गीय बसंतकुमार, स्वर्गीय शांताबेन पोरवाल एसजी गोल्ड परिवार ने सम्पूर्ण विधि-विधान के साथ द्वार उद्घाटन किया।

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श्री वीसा पोरवाल जैन श्वेताम्बर तीर्थ ट्रस्ट सागोदीया ट्रस्ट द्वारा आयोजित अंजन शलाका प्रतिष्ठा महोत्सव का शनिवार को समापन हुआ। 11 दिवसीय महोत्सव के समापन अवसर पर ट्रस्ट मंडल अध्यक्ष एवं द्वार उद्घाटन लाभार्थी निलेश पोरवाल एसजी गोल्ड परिवार आचार्यश्री की निश्रा में चल समारोह के साथ नूतन जिनालय पर पहुंचे जहां आचार्यश्री के साथ सभी ने तीर्थ मूलनायक दादा आदिनाथजी से सस्वर सामूहिक प्रार्थना स्तवना ‘खोलो दया के द्वार प्रभुजी’ के साथ की गई। मंगल मुहूर्त में रजत ताला को रजत चाबी से सर्वप्रथम खोलकर पोरवाल परिवार ने सबसे पहले दर्शन-वंदन का लाभ लिया। मातुश्री लाडकुंवर एवं किरण, अलका पोरवाल ने सकल श्रीसंघ को प्रभु की मनोहारी छबि के दर्शन के लिए आमंत्रित किया। सत्तरभेदी पूजन के लाभार्थी स्वर्गीय वस्तीमल, स्वर्गीय कमला बेन बम्बई वाला परिवार रहा!

सहयोग सामंजस्य से संकल्प साकार- आचार्यश्री!

यहां तीर्थ मार्गदर्शक आचार्य श्री प्रसन्नचन्द्रसागर सूरिजी मसा., आचार्य श्री विरागचन्द्रसागर सूरिजी मसा., आचार्य श्री पदमचन्द्रसागर सूरिजी मसा एवं आचार्य श्री आनंदचन्द्रसागरसूरिजी साध्वी श्री सौम्ययशाश्रीजी मसा आदि ठाणा की निश्रा रही।

आचार्यश्री ने कहा कि वीसा पोरवाल समाज के पूर्वजों ने 175 साल पहले यहां तीर्थ में भव्य देवविमान सदृश्य जिनालय का जो स्वप्न देखा था, वह स्वप्न आज समाज ने पूरा कर दिखाया है। सभी के सहयोग और सामंजस्य से यह संकल्प साकार हुआ है, जिसका श्रेय सम्पूर्ण समाज को है। अब जल्द ही यहां तीर्थ में उपाश्रय, धर्मशाला और भोजनशाला आदि के निर्माण की योजना है। 150 वर्ष से भी अधिक प्राचीन सागोद तीर्थ अब नये स्वरूप में है। निकट भविष्य में यह महातीर्थ का स्वरूप लेगा।

वीसा पोरवाल समाज के वरिष्ठ सदस्य सुरेन्द्र पोरवाल, वीरेंद्र पोरवाल, डॉक्टर अजय जैन, राजकुमार जैन, मणीलाल पोरवाल, अचलचंद देवसूरीवाला ट्रस्ट मंडल अध्यक्ष निलेश पोरवाल, सचिव दिलेश पोरवाल, कोषाध्यक्ष नरेंद्र काकडीवाला, वरुण पोरवाल, मंगल जगावत आदि ने बंधु बेलड़ी आचार्य श्री श्रमण परिवार एवं समाज के प्रति अहो-भावपूर्वक कृतज्ञता ज्ञापित की। कार्यक्रम में खेडापति हनुमान जी मन्दिर महंत श्री लक्ष्मणदास का भी समाज की और से बहुमान किया गया।