स्वर्गीय रतनबाई की आंखों से 2 लोगों के जीवन में होगा उजियारा!
Ratlam : जीवन जीने के दौरान मानवसेवा करना मनुष्य के आचरण में सुमार हैं, अमूमन प्राण त्यागने के बाद भी समाजसेवा को समर्पित करते हुए मृतक के अंग दान करना एक परिवार के परिजनों का वास्तव में सराहनीय कदम हैं।
रतलाम में बीते कुछ महीनों से मृतक के परिजनों द्वारा मृतक के नेत्रदान करने के मामले निरंतर बढ़ते जा रहे हैं।
इसी कड़ी में शहर के दीनदयाल नगर निवासी श्रीमती रतनबाई धर्मपत्नी श्रीपाल संघवी का नाम जुड़ गया हैं, श्रीमती रतनबाई संघवी के निधन के पश्चात नेत्रम संस्था के इंजीनियर शेलेन्द्र अग्रवाल, हितेश वाधमार की प्रेरणा से उनके पति श्रीपाल संघवी ने समाज हित में निर्णय लेते हुए उनके दोनों अमूल्य नेत्रों का दान किया।
इन नेत्रों से अब ऐसे लोगों के जीवन में उजियारा होगा वह संसार को देख सकेंगे, जिन्होंने आज तक कुछ नहीं देखा सिर्फ महसूस किया था, दुसरो की जिंदगी में रोशनी लाने के इस पुनीत कार्य को अंजाम देने में रतलाम की नेत्रम संस्था के माध्यम से डॉ. लक्ष्मीनारायण पांडे शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय मेडिकल कॉलेज डीन जितेन्द्र गुप्ता, नेत्र विभाग अध्यक्ष डॉ. रिशेन्द्र सिंह सिसोदिया के नेतृत्व में डॉ रिनाज खान, नर्सिंग आफिसर विनोद कुशवाह, राजवंत सिंह, हैप्पी पीटर के सहयोग से सम्पन्न हुआ। नेत्रदान के दौरान ओमप्रकाश अग्रवाल मौजूद रहें।
नेत्रम संस्था के हेमन्त मूणत ओमप्रकाश अग्रवाल, राकेश पोरवाल, प्रशांत व्यास, शीतल भंसाली, जनक नागल, शलभ अग्रवाल, शैलेन्द्र अग्रवाल, मंजुला माहेश्वरी, सपना दुबे, रीना टाक ने मृतक के परिजनों का आभार व्यक्त किया हैं।