Abandoned Children : चारों लावारिस बच्चों के पिता बच्चों को देखकर भावुक हुए!

पत्नी बच्चों को मायके ले गई, उसके बाद किसी का नहीं पता!

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Abandoned Children : चारों लावारिस बच्चों के पिता बच्चों को देखकर भावुक हुए!

Indore इंदौर। पिछले दिनो एमवाय अस्पताल के पास लावारिस हालत में छोड़े गए 4 बच्चों के मामले में उनके परिजन का पता चल गया है। उनके पिता भोपाल से इंदौर पहुंचे और बच्चों को सकुशल देख भावुक हो गए। पिता ने बताया कि उसकी पत्नी 3 महीने पहले चारों बच्चों को अपने साथ लेकर मायके अशोकनगर जाने का बोलकर निकली थी, लेकिन फिर नहीं लौटी। लेकिन, अभी इस घटना में कई पेंच नजर आ रहे हैं।
पिता ने बच्चों के आधार कार्ड सहित कोई भी दस्तावेज नहीं दिए, इसलिए बच्चों को उन्हें सौंपा नहीं जा सका। अब जल्दी कि वे इससे संबंधी दस्तावेज लेकर पहुंचेंगे। इसके साथ ही बाल कल्याण समिति ने बच्चों के दादा-दादी को भी बुलाया है। उनके द्वारा भी पहचान की जाएगी और फिर बच्चों को सौंपने की विधिवत प्रक्रिया पूरी की जाएगी। बच्चों के पिता मुंशी खान को उनके इंदौर में रहने वाला साढ़ू इकबाल ने सूचना दी कि उनके चारों बच्चे इंदौर में हैं और उन्हें इसकी जानकारी सोशल मीडिया से पता चली। इस पर मुंशी खान इंदौर आए और साढ़ू के साथ संयोगितागंज थाने पहुंचे। पुलिस ने उन्हें बाल कल्याण समिति के पास भेजा गया।

बाल कल्याण समिति को मुंशी ने बताया कि मैं हम्माली करता हूं और पत्नी व इन चार बच्चों के साथ भोपाल के मकबरे क्षेत्र में रहता हूं। 3 महीने पहले पत्नी चारों बच्चों को यह बोलकर ले गई थी कि वह अपने मायके अशोकनगर जा रही है। वहां मेला लगा हुआ है तो वह बच्चों को मेला दिखाएगी। इसके बाद वह नहीं लौटी और न बच्चों का पता लगा। मैंने इन सभी को भोपाल, बड़वानी, इंदौर और अन्य स्थानों पर रहने वाले रिश्तेदारों के यहां तलाशा लेकिन कहीं पता नहीं चला।

बच्चों से मिलने की बात करने पर समिति उन्हें राजकीय बाल संरक्षण आश्रम ले गई तो चारों बच्चों को देखकर वे उन्हें देख भावुक हो गए। चाइल्ड लाइन कोऑर्डिनेटर शुभम ठाकुर ने बताया कि मुंशी का बच्चों की आधार कार्ड या पहचान संबंधी कोई दस्तावेज साथ में नहीं लाए थे। इस पर समिति द्वारा उन्हें पहचान दस्तावेज के साथ दादा-दादी को भी इंदौर साथ लाने को कहा है। पूरी प्रक्रिया करने के बाद बच्चों को परिवार के सुपुर्द किया जाएगा।

बच्चों ने कुछ अलग बताया
जिस दिन बच्चे एमवाय अस्पताल के बाहर से पुलिस को मिले, उन्होंने अपने पिता का नाम राजेश बताया और बड़वानी से बस से आना बताया था। उन्होंने यह भी बताया था कि उन्हें मां और पिता लेकर आए थे और यहां छोड़कर चले गए। यह भी कहा था कि उनकी मां को पिता अपने साथ लेकर गए थे। जबकि, जो व्यक्ति बच्चों का पिता बताकर आया उसका नाम और आने की जगह में भी अंतर बताया गया है।