चुनावी साल में एफआईआर-एफआईआर का खेल…

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चुनावी साल में एफआईआर-एफआईआर का खेल…

राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में दर्ज हुईं दो एफआईआर हमेशा यादों में रहेंगीं। पुलिस थाने में प्रथम सूचना प्रतिवेदन (एफआईआर) दर्ज करा पाना कोई आसान काम नहीं है। शायद यही वजह है कि कांग्रेस पक्ष उस पड़ोसी राज्य में एफआईआर दर्ज करा पाया, जहां उनकी सरकार थी। और भाजपा ने अगले दिन अपनी सरकार वाले राज्य मध्यप्रदेश में एफआईआर दर्ज करा दी। इन दो एफआईआर ने मध्यप्रदेश से गुजरी इस यात्रा को यादगार बना दिया है। पहली एफआईआर छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में मध्यप्रदेश भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर के विरुद्ध दर्ज की गई है। दूसरी एफआईआर मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में कांग्रेस आईटी सेल प्रभारी अभय‌‌ तिवारी और पीयूष बबेले के खिलाफ दर्ज की गई है। दोंनों एफआईआर आने वाले समय में क्या खेल दिखाती हैं, यह देखने वाली बात है। हालांकि ज्यादा मुसीबत का सामना कांग्रेस को ही करना है, क्योंकि कांग्रेस नेताओं के खिलाफ एफआईआर उसी राज्य मध्यप्रदेश में दर्ज हुई है। इसलिए पुलिस को एक्शन लेने में ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़ेगी।‌ जबकि छत्तीसगढ़ में दर्ज हुई एफआईआर में राज्य अलग है, जिसके चलते मध्यप्रदेश पहुंचकर एक्शन लेने की प्रक्रिया बहुत आसान नहीं है। दोनों एफआईआर में धाराएं समान हैं।
भाजपा मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर के खिलाफ दर्ज हुई एफआईआर कांग्रेस विधि प्रकोष्ठ की शिकायत पर सिविल लाइन थाने में दर्ज हुई है।‌ इसमें राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के वीडियो से  छेड़छाड़ का आरोप लगाया गया है। पाराशर ने छेड़छाड़ वाले वीडियो में छेड़छाड़ कर जोड़ा गया है पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा।‌
आईपीसी  की धारा  153(क), 504,    505(1), 505(2),  120 बी आदि के तहत मामला दर्ज किया गया है। मध्यप्रदेश में राहुल गांधी की पदयात्रा के वीडियो से छेड़छाड़ के इस मामले में उकसाने, षड्यंत्र करने, दंगा भड़काने के प्रयास से जुड़ी धाराएं लगाईं गईं हैं।
तो कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रमुख और आईटी हेड के खिलाफ भोपाल में एफआईआर दर्ज की गई है।भाजपा नेताओं ने भारत जोड़ो यात्रा में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाये जाने और उन्हें सोशल मीडिया पर प्रसारित करने की क्राइम ब्रांच में शिकायत की थी।‌ भारत जोड़ो यात्रा में पाकिस्तान जिंदाबाद के देशद्रोही नारे लगाये जाने और उसके बाद उन नारों को सोशल मीडिया पर प्रसारित किए जाने के खिलाफ भाजपा नेताओं द्वारा की गई शिकायत पर कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रमुख पीयूष बबेले और आईटी हेड अभय तिवारी के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया गया है। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी एवं प्रदेश सह मीडिया प्रभारी नरेंद्र शिवाजी पटेल द्वारा क्राइम ब्रांच को की गई शिकायत में कहा कि कांग्रेस के राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, कमलनाथ एवं संपूर्ण कांग्रेस पार्टी द्वारा भारत जोड़ों यात्रा की आड़ लेकर पूरे भारत में देशविरोधी कृत्य किए जा रहे हैं एवं यात्रा में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाये जा रहे हैं, ताकि देश की लोकशांति भंग हो सके। कांग्रेस नेताओं के खिलाफ भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 153-बी, 504, 505(1), 505(2), 120-बी आदि के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया गया है। खास बात यह है कि भारतीय जनता पार्टी की शिकायत में राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और कमलनाथ के विरुद्ध भी एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई है।
तो चुनावी साल में एफआईआर के यह दो मामले फिलहाल चर्चा में रहने वाले हैं। यात्रा तो दिसंबर के पहले सप्ताह में गुजर जाएगी, पर अपने निशान छोड़कर जाएगी। और उसके बाद यात्रा का यह साइड इफेक्ट कितना असर दिखाता है, वह देखने वाली बात है। वैसे लगता तो यही है कि चुनावी साल में एफआईआर-एफआईआर का खेल लगातार देखने को मिलता रहेगा।