जयपुर-दिल्ली के मध्य ट्रेन की तरह इलेक्ट्रिक बस चलाए जाने का सुनहरा सपना

गोपेंद्र नाथ भट्ट की त्वरित टिप्पणी

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जयपुर-दिल्ली के मध्य ट्रेन की तरह इलेक्ट्रिक बस चलाए जाने का सुनहरा सपना

हमेशा अपनी नई नई बातों को देश के नागरिकों के समक्ष रखने और अपने वचन के लिए सुविख्यात केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने राजस्थान की विश्व प्रसिद्ध पिंक सिटी जयपुर और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के बाशिन्दों को जयपुर-दिल्ली के मध्य ट्रेन की तरह इलेक्ट्रिक बस चलाए जाने का एक सुनहरा सपना दिखाया है।

अपने पिछलें राजस्थान दौरें में केन्द्रीय मन्त्री गड़करी ने जयपुर वासियों को रिंग रेल का स्वप्न दिखाया था और मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा को राय दी थी कि महानगर में तब्दील हो रहें जयपुर के यातायात दवाब को थामने के लिए यह सुझाव बहुत ही कारगर साबित होंगा।

केन्द्रीय मंत्री गड़करी सोमवार को राजस्थान के खूबसूरत शहर उदयपुर नगर की यात्रा पर थे। उन्होंने पूर्व के वेनिस के रूप में विख्यात झीलों की नगरी उदयपुर में पर्यटन विकास के और अधिक प्रयासों के साथ ही रीवर पोर्ट बनाने का सुझाव भी दिया।

केन्द्रीय मन्त्री गड़करी ने उदयपुर में घोषणा की कि जयपुर और दिल्ली के मध्य शीघ्र ही ट्रेन की तरह इलेक्ट्रिक बस चलाई जायेंगी। उन्होंने बताया कि इन इलेक्ट्रॉनिक बसों में फ्लाइट जैसी सुविधाएं होगी और किराया भी दूसरी बसों से काफी कम होगा।

उदयपुर के महाराणा प्रताप डबोक एयरपोर्ट के निकट रूपी रिसोर्ट मैदान में प्रदेश की ढाई सौ करोड़ रु की सौग़ातों के रूप में उन्होंने 17 सड़क परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास कार्यक्रम संबोधित करते हुए नितिन गड़करी ने बताया क़ि वे कुछ समय पहले चेकोस्लोवाकिया के प्राग शहर गए थे। वहां सड़क के ऊपर केबल थी, जिस पर इलेक्ट्रिक बस चल रही थी। उन्होंने बताया कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे को जयपुर से जोड़ा जा रहा है। इसे इलेक्ट्रिक हाईवे की तरह बनाया जाएगा। इसके लिए जयपुर से नई दिल्ली के मध्य चेकोस्लोवाकिया के प्राग शहर की तर्ज पर इलेक्ट्रिक बसें चलाई जाएगी।

गडकरी ने कहा कि सड़क के ऊपर रेलवे ट्रैक की तरह केबल बिछाई जाएगी। इसके बाद कोच की तरह तीन बसों को जोड़कर इलेक्ट्रिक बस को चलाया जाएगा। गड़करी ने बताया कि इन बसों में एरोप्लेन जैसी सुविधा होगी और बिजनेस क्लास जैसी कैटेगरी भी रहेगी। साथ में चाय-नाश्ता भी मिलेगा। इन बसों के किराया को लेकर वे बोले कि इसका किराया सड़कों पर दौड़ने वाली डीजल बसों की तुलना में 30 प्रतिशत कम रहेगा। उन्होंने बताया कि देश में इस अभिनव प्रयास की शुरुआत शीघ्र ही राजस्थान की राजधानी जयपुर से की जाएगी।

इस कार्यक्रम में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सांसद सीपी जोशी, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी सहित कई अन्य मंत्री एवं विधायक गण तथा पार्टी पदाधिकारी भी बड़ी संख्या में मौजूद थे।

उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को सुझाव दिया कि उदयपुर शहर और इसके आसपास में भी काफी संख्या में झीलें है। इसे देखते हुए उन्होंने मुख्यमंत्री शर्मा को उदयपुर में रिवर पोर्ट बनाने का सुझाव दिया।

गड़करी ने कहा कि हर काम को करने के लिए दृढ़ इच्छा शक्ति होनी जरुरी हैं। उन्होंने जयपुर रिंग रोड का जिक्र करते हुए बताया कि वसुंधरा राजे जब प्रदेश की मुख्यमंत्री थी और जयपुर का रिंग रोड का काम फंसा हुआ था, तब हमने जयपुर एयरपोर्ट के छोटे से गेस्ट हाउस में इस बारे में चर्चा की थी, तब सभी लोगों ने कहा कि यह काम असंभव है,तो मैंने कहा था कि मै बोल रहा हूं यह काम होगा और हमने इसे करके दिखा दिया।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने कहा कि उदयपुर शक्ति और भक्ति की नगरी है। पर्यटन की दृष्टि से यह क्षेत्र बहुत महत्वपूर्ण है और देश विदेश के लोग इसे राजस्थान का कश्मीर कहते है। इस क्षेत्र में गड़करी जी द्वारा राष्ट्रीय राज मार्ग सड़कों का काफी काम कराया गया है जिससे यहां और पर्यटक बढ़ें हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान में 2014 के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आपने जो काम किए है वह ऐतिहासिक है। हमने जो भी मांगा गडकरी जी ने दिल खोलकर दिया है।

उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी ने भी गड़करी की ओर इशारा करते हुए कहा कि आप महाराष्ट्र के नहीं राजस्थान के ही है, आपने राजस्थान को बहुत कुछ दिया है।उन्होंने बताया कि कि राजस्थान के अन्तरिम बजट में भी हमने पीडब्ल्यूडी से राजस्थान को बहुत सड़कें दी हैं। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार ने कुछ नहीं किया केवल और केवल राजनीति की है। उन्होंने गडकरी की तरफ इशारा करते हुए

केन्द्रीय मंत्री गड़करी अपने नवाचारों के जाने जाते है। उन्हें ऐसा नेता माना जाता है जो विकास के दलगत राजनीति से ऊपर उठ कर सौचते हैं और अपने वचन को पूरा करने में कोई कसर बाकी नही रखते इसीलिए वे भाजपा और गैर भाजपा नेताओं में भी बहुत लोकप्रिय नेता है।

राजस्थान की राजधानी जयपुर और देश की राजधानी नई दिल्ली के मध्य केबल बिछा कर इलेक्ट्रिक बस चलाने का उनका सपना यदि साकार हो जाता है तो यह नरेन्द्र मोदी सरकार की एक और बड़ी उपलब्धि होंगी जो कि यातायात को सुगम बनाने की दिशा में एक नया सुनहरा आयाम जोड़ेगी।साथ ही जयपुर में रिंग रोड परियोजना तथा उदयपुर में रीवर पोर्ट बनाने की संकल्पनाओं को पूरा होते देखना भी सुखद होंगा।

अब यह देखना रोचक होंगा कि गड़करी कि इलेक्ट्रिक बस चलाए जाने की महत्वाकांक्षी योजना कितनी जल्दी ज़मीन से आकाश तक एक नया आकार लेने वाली हैं?