
संदेश समेटे संगठन के गठन का ‘हेमंत खंडेलवाल मॉडल’…
कौशल किशोर चतुर्वेदी
मध्य प्रदेश भाजपा कार्यकारिणी की घोषणा ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल की छवि पर मुहर लगाई है। जैसा कि प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद हेमंत खंडेलवाल ने यह दावा किया था कि पार्टी को समर्पित कर्मठ कार्यकर्ताओं को भाजपा निराश नहीं करेगी। वह झलक नई कार्यकारिणी में नजर आ रही है। क्षेत्रीय, जातिगत और अन्य समीकरण साधने की तरफ ध्यान दिया गया है तो पुरानी कार्यकारिणी के कुछ ही चेहरे नई कार्यकारिणी में नजर आ रहे हैं। जो पुराने चेहरे नई कार्यकारिणी का हिस्सा बनने में सफल रहे हैं, उनकी कार्यशैली वास्तव में कर्मठ कार्यकर्ता और सहजता, सरलता और समर्पित कार्यकर्ता की ही है। राहुल कोठारी को नई कार्यकारिणी में महामंत्री बनाकर उनकी कार्यशैली पर संगठन की मुहर लगाई गई है। आशीष अग्रवाल को प्रदेश मीडिया प्रभारी पर बरकरार रखकर उनकी सेवाओं को सराहा गया है और उनके समर्पण को सम्मानित किया गया है। सबसे बड़ी बात यह है की पिछले प्रदेश भाजपा अध्यक्षों की तुलना में उसे जल्दी कार्यकारिणी का गठन करने वाले हेमंत खंडेलवाल ने यह साबित कर दिया है कि बिना दिखावे और प्रदर्शन के भी संगठन को संवारा जा सकता है। और बिना हो-हल्ला के कम से कम समय में नई कार्यकारिणी का गठन किया जा सकता है। कोषाध्यक्ष पद पर अखिलेश जैन का बने रहना किसी को भी आश्चर्य में नहीं डाल रहा है। लता वानखेड़े, सुमेर सोलंकी , राहुल कोठारी और गौरव रणदिवे को महामंत्री बनाकर हेमंत खंडेलवाल ने खुद के अध्यक्ष होने का अहसास करवाया है।
तो एमपी बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल की टीम का ऐलान हो गया है। 23 अक्टूबर को भाजपा केंद्रीय मुख्यालय से सूची जारी की गई है।खंडेलवाल के अध्यक्ष बनने के 3 महीने 21 दिन बाद टीम घोषित की गई है।
यह बड़ी बात है कि मौजूदा मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल को दोबारा मौका दिया गया है। अग्रवाल को विधानसभा चुनाव से पहले लोकेंद्र पाराशर को हटाकर जिम्मेदारी सौंपी गई थी। रीवा संभाग के संगठन मंत्री रहे श्याम महाजन को प्रदेश कार्यालय मंत्री बनाया गया है। अखिलेश जैन कोषाध्यक्ष बनाए गए हैं। चार मोर्चों के अध्यक्ष भी बदले गए हैं। टीम हेमंत में 9 उपाध्यक्ष, 4 महामंत्री, 9 मंत्री हैं। रणबीर रावत पहले महामंत्री थे, अब उपाध्यक्ष हैं। कांतदेव सिंह पहले भी उपाध्यक्ष थे और अब भी उपाध्यक्ष पद पर हैं। प्रभुराम चौधरी, शैलेंद्र बरुआ,
मनीषा सिंह, नंदिता पाठक, सुरेंद्र शर्मा,
निशांत खरे, प्रभुलाल जाटव अब उपाध्यक्ष पद पर आसीन रहेंगे।
लता वानखेड़े, सुमेर सोलंकी, राहुल कोठारी, गौरव रणदिवे महामंत्री महामंत्री पद पर रहेंगे। रजनीश अग्रवाल
लोकेंद्र पाराशर, जयदीप पटेल,क्षितिज भट्ट, संगीता सोनी, राजेंद्र सिंह, अर्चना सिंह, राजो मालवीय और
बबीता परमार प्रदेश मंत्री, अखिलेश जैन, कोषाध्यक्ष, श्याम महाजन कार्यालय मंत्री (पहले उपाध्यक्ष रहे) और आशीष उषा अग्रवाल, मीडिया प्रभारी (पद पर यथावत) हैं।
रणबीर रावत महामंत्री से उपाध्यक्ष बने वीडी शर्मा की टीम में प्रदेश महामंत्री के तौर पर काम कर चुके पूर्व विधायक रणबीर सिंह रावत अब उपाध्यक्ष बनाए गए हैं। पहले संभागीय संगठन मंत्री रहे शैलेंद्र बरुआ बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष बनाए हैं। सीएम के करीबी प्रभुलाल जाटव और ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक पूर्व मंत्री प्रभुराम चौधरी प्रदेश उपाध्यक्ष बनाए गए हैं। कांत देव सिंह एक बार फिर से प्रदेश उपाध्यक्ष बनाए गए हैं। मध्य प्रदेश युवा कल्याण आयोग के पूर्व अध्यक्ष निशांत खरे भी उपाध्यक्ष बने हैं।
भाजपा की पिछली कार्यकारिणी में 14 उपाध्यक्ष, 14 मंत्री और 5 महामंत्री थे। एमपी बीजेपी की पिछली कार्यकारिणी में 14 उपाध्यक्ष, 14 मंत्री और 5 महामंत्री थे। प्रदेश अध्यक्ष खंडेलवाल ने उपाध्यक्ष और मंत्री के कुछ पद खाली रखे हैं, ताकि भविष्य में संगठनात्मक स्वरूप को आकार मिलने की गुंजाइश रहे। नई टीम में 7 महिलाओं को भी कार्यकारिणी में प्रतिनिधित्व दिया गया है। प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल ने पदभार संभालने के मात्र 3 माह 21 दिन में कार्यकारिणी का गठन किया है। इससे पहले विष्णुदत्त शर्मा को कार्यकारिणी बनाने में 10 माह 28 दिन, स्वर्गीय नंदकुमार सिंह चौहान को 7 माह 5 दिन, और स्वर्गीय प्रभात झा को 4 माह 6 दिन का समय लगा था। वहीं राकेश सिंह ने पूर्व कार्यकारिणी के साथ ही काम किया था।
उम्मीद यही है कि नई कार्यकारिणी प्रदेश भाजपा अध्यक्ष को मजबूत करेगी और कार्यकर्ताओं को संतुष्ट रखेगी…संगठन के गठन का ‘हेमंत खंडेलवाल मॉडल’ जो संदेश समेटे है, वह अपने उद्देश्यों को भी पूरा करेगी।
लेखक के बारे में –
कौशल किशोर चतुर्वेदी मध्यप्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार हैं। प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में पिछले ढ़ाई दशक से सक्रिय हैं। पांच पुस्तकों व्यंग्य संग्रह “मोटे पतरे सबई तो बिकाऊ हैं”, पुस्तक “द बिगेस्ट अचीवर शिवराज”, ” सबका कमल” और काव्य संग्रह “जीवन राग” के लेखक हैं। वहीं काव्य संग्रह “अष्टछाप के अर्वाचीन कवि” में एक कवि के रूप में शामिल हैं। इन्होंने स्तंभकार के बतौर अपनी विशेष पहचान बनाई है।
वर्तमान में भोपाल और इंदौर से प्रकाशित दैनिक समाचार पत्र “एलएन स्टार” में कार्यकारी संपादक हैं। इससे पहले इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में एसीएन भारत न्यूज चैनल में स्टेट हेड, स्वराज एक्सप्रेस नेशनल न्यूज चैनल में मध्यप्रदेश संवाददाता, ईटीवी मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ में संवाददाता रह चुके हैं। प्रिंट मीडिया में दैनिक समाचार पत्र राजस्थान पत्रिका में राजनैतिक एवं प्रशासनिक संवाददाता, भास्कर में प्रशासनिक संवाददाता, दैनिक जागरण में संवाददाता, लोकमत समाचार में इंदौर ब्यूरो चीफ दायित्वों का निर्वहन कर चुके हैं। नई दुनिया, नवभारत, चौथा संसार सहित अन्य अखबारों के लिए स्वतंत्र पत्रकार के तौर पर कार्य कर चुके हैं।





