
दिल्ली में UPSC छात्र की मौत का खौफनाक सच: live-in partner ने दो दोस्तों के साथ मिलकर रची थी मर्डर की साजिश
New Delhi: राजधानी दिल्ली में UPSC की तैयारी कर रहे एक युवक की दर्दनाक मौत का मामला अब खौफनाक हत्या की गुत्थी में बदल गया है। शुरुआत में जो मामला सिलेंडर ब्लास्ट जैसा लग रहा था, पुलिस जांच में वह एक सुनियोजित मर्डर निकला। पुलिस ने इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए मृतक की लिव-इन पार्टनर और उसके दो साथियों को गिरफ्तार किया है।

घटना 6 अक्टूबर की बताई जा रही है। मृतक रामकृष्ण मीणा (26) दिल्ली में रहकर सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहा था। इसी दौरान उसकी मुलाकात अमृता चौहान (21) से हुई, जो फॉरेंसिक साइंस की छात्रा थी। धीरे-धीरे दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं और वे लिव-इन में रहने लगे।
*फॉरेंसिक छात्रा ने रची थी मौत की साजिश*
पुलिस के अनुसार, अमृता ने कबूल किया है कि उसके पास रामकृष्ण द्वारा खींचे गए कुछ आपत्तिजनक वीडियो और तस्वीरें थीं, जिन्हें वह डिलीट करने को तैयार नहीं था। आरोप है कि वह अमृता को इन वीडियो के जरिए ब्लैकमेल भी कर रहा था। इसी से तंग आकर उसने रामकृष्ण को रास्ते से हटाने की योजना बनाई।
अमृता ने अपने एक्स बॉयफ्रेंड सुमित कश्यप और एक अन्य युवक संदीप कुमार के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची। अमृता की फॉरेंसिक जानकारी और सुमित के गैस एजेंसी से जुड़े अनुभव का इस्तेमाल करते हुए उन्होंने एक ऐसा मर्डर प्लान तैयार किया, जो किसी क्राइम थ्रिलर की कहानी जैसा था।

*पहले गला दबाया, फिर लगाई आग*
6 अक्टूबर की रात तीनों आरोपी किराए के मकान पर पहुंचे, जहां अमृता अपने लिव-इन पार्टनर के साथ रहती थी। उन्होंने पहले रामकृष्ण का गला घोंटा, फिर उसके शरीर पर तेल और घी डालकर आग लगा दी। इसके बाद सिलेंडर का रेगुलेटर खोलकर गैस लीक की और समय तय कर दरवाजे की जाली काटकर बाहर निकल गए। कुछ देर बाद जोरदार धमाका हुआ और पूरा घर आग की लपटों में घिर गया।

शुरुआत में यह हादसा सिलेंडर ब्लास्ट का लग रहा था। लेकिन डीसीपी उत्तरी दिल्ली राजा बांठिया के अनुसार, जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज में ब्लास्ट से पहले तीन संदिग्धों के घर से निकलते हुए दृश्य मिले। इसी से पुलिस को शक हुआ और मामले की दिशा बदल गई।
*टेक्निकल जांच से खुला राज*
पुलिस ने कॉल रिकॉर्ड और सर्विलांस के जरिए तीनों की लोकेशन ट्रेस की। सभी के फोन घटना के समय स्विच ऑफ मिले। इसके बाद क्रमशः अमृता, सुमित और संदीप को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में तीनों ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया। पुलिस ने उनके पास से एक हार्ड डिस्क, मोबाइल फोन, ट्रॉली बैग और पीड़ित की शर्ट बरामद की है।
#WATCH दिल्ली: DCP उत्तरी दिल्ली, राजा बांठिया ने बताया, “6 अक्टूबर को हमारे पास एक आग की कॉल आई थी कि ब्लास्ट होने से आग लग गई है। टीम मौके पर पहुंचती है और शुरुआती जांच शुरू होती है। धीरे-धीरे हमारे सामने तथ्य आते हैं कि ये हादसा नहीं हत्या है। CCTV की जांच संदेहास्पद गतिविधि… pic.twitter.com/fyQsX0fRt2
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 27, 2025
*अपराध में फॉरेंसिक ज्ञान का इस्तेमाल*
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि अमृता ने फॉरेंसिक साइंस की पढ़ाई के दौरान अपराध स्थल को कैसे भ्रामक बनाया जाए, इसकी जानकारी हासिल की थी। उसने साजिश के हर चरण में यह सुनिश्चित किया कि हत्या को एक्सीडेंट बताया जा सके। लेकिन सीसीटीवी फुटेज और फॉरेंसिक रिपोर्ट ने उसकी पूरी योजना ध्वस्त कर दी।
**पुलिस का बयान**
डीसीपी बांठिया ने बताया कि मामले में तीनों आरोपियों पर हत्या और सबूत मिटाने की धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। यह मामला दिखाता है कि कैसे व्यक्तिगत विवाद और ब्लैकमेलिंग से उपजा गुस्सा एक खौफनाक अपराध में बदल गया।





