भारतीय जनता पार्टी का हरदम चुनावों पर पूरा फोकस रहता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की “मन की बात” भी यही है कि जन-जन के हितों के काम की बात हो। अक्सर “मन की बात” में मध्यप्रदेश की उपलब्धियों का जिक्र आ ही जाता है। जल संरक्षण पर झाबुआ जिले के जनजातीय भाईयों के जल संरचना निर्माण का सामुदायिक तौर पर प्रयास “मन की बात” का हिस्सा बन गया। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा अक्सर “मन की बात” को पार्टी पदाधिकारियों के साथ सुनते भी हैं और इस बहाने अपने “मन की बात भी कर ही लेते हैं।
शाह ने दो दिन पहले ही बूथ को मजबूत करने पर बल दिया था, तो विष्णु ने रविवार को मन की बात सुनकर बूथ पर फोकस करने की रणनीति पर चर्चा कर ली और सरकार की उपलब्धियों को गिनाकर संगठन के स्तर पर शाह की नसीहत पर अमल भी शुरू कर दिया। हालांकि मध्यप्रदेश का भाजपा संगठन यह काम बखूबी करता आ रहा है। और अब मिशन-2023 को देखते हुए मोदी-शाह की नसीहतों पर संगठन के जरिए सरकार के कामों को जन-जन तक पहुंचाने के काम पर और ज्यादा फोकस किया जा रहा है।
प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा के मुताबिक प्रधानमंत्री जी के ‘‘मन की बात’’ कार्यक्रम में जनमानस से जुड़े विषयों पर चर्चा होती है। प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने प्रदेश कार्यालय में कार्यकर्ताओं के साथ प्रधानमंत्री जी की ‘मन की बात’ कार्यक्रम सुना।कार्यक्रम के बाद प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री जी मन की बात कार्यक्रम में ऐसे विषयों को सामने रखते हैं, जो जनमानस के लिए बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। प्रधानमंत्री जी ने आज मन की बात कार्यक्रम के माध्यम से प्रधानमंत्री संग्रहालय की विशेषताओं को लेकर विस्तार से बताया। इस संग्रहालय से हमारी युवा पीढ़ी देश के प्रधानमंत्रियों की विशेषताओं से रूबरू होंगी।
एक बार संग्रहालय का विजिट करेंगे तो लोगों को पता चलेगा कि हमारे प्रधानमंत्री किस रूप में रहे हैं और उनकी विशेषताएं क्या है? प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने विशेष तौर पर स्वच्छता के साथ ही जल संरक्षण के लिए भी आव्हान किया है। उन्होंने उल्लेख किया कि मध्यप्रदेश में जनजातीय क्षेत्रों, स्थानीय लोगों एवं प्रशासन के सहयोग से जल संरक्षण का कार्य किया जा रहा है, यह हमारे लिए गौरव की बात है। झाबुआ जिले में जनजातीय लोगों ने 1 लाख, 10 हजार जल संरचनाओं का निर्माण सामूदायिक तौर पर किया है। प्रधानमंत्री जी ने नई तकनीक का उपयोग करके दिव्यांगजनों की प्रतिभा को निखारने की बात कही। शर्मा ने कहा कि देश के बच्चों को वैदिक गणित सीखना चाहिए, जो कि सामान्य गणित से 15 सौ गुना अधिक तीव्रता से गणना में सहायक है।
तो जुबान पर शाह भी आ गए। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि गृहमंत्री अमित शाह ने भोपाल प्रवास के दौरान सभी के साथ सहजता और सरलता के साथ अपने काम को और ज्यादा प्रभावी बनाने की बात बताई। संगठन की योजना उनके प्रत्येक वाक्य में होती है। गृहमंत्री जी ने प्रदेश में किए जा रहे कार्यों की सराहना करते हुए उन्हें और ज्यादा गति देने की बात कही। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह ने बूथ सशक्तिकरण पर जोर दिया। 30 और 1 तारीख को बूथ विस्तारक अभियान में डिजीटल बूथ बने, इसलिए त्रिदेव बूथ का अध्यक्ष, बूथ का महामंत्री और बीएलए जिनका 1070 मंडलों पर दो दिनों में प्रशिक्षण होंगे।
जिनके साथ ही सोशल मीडिया के वॉलिंटयर का प्रशिक्षण भी होगा। उन्होंने कहा कि 51 प्रतिशत वोट शेयर ही हमारा लक्ष्य है, इस पर हम गंभीरता से कार्य करेंगे। भारतीय जनता पार्टी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा एवं गृहमंत्री अमित शाह के नेतृत्व में निरंतर आगे बढ़ रही है। प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में विकास के नए आयाम गढ़े जा रहे हैं। गरीबों को उनका अधिकार दिलाया जा रहा है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मध्यप्रदेश में भाजपा सरकार एवं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा संचालित योजनाएं लोगों का जीवन बदल रही है। आज प्रदेश में 42 लाख बेटियां लाडली लक्ष्मी बनी हैं। लेकिन कमलनाथ सरकार ने दिग्विजय सिंह के इशारे पर इन सभी योजनाओं को बंद कर दिया था। उन्होंने कहा कि जब तीर्थदर्शन योजना की शुरूआत दोबारा हुई तो बुजुर्ग माता-पिता रो रहे थे।
उनकी आंखों में खुशी के आंसू थे। ऐसी जनसंवेदनशील योजनाओं को बंद करके कमलनाथ सरकार ने गरीबों के हक और अधिकार को छीना था। उन योजनाओं को प्रदेश में शिवराज सरकार द्वारा पुनः चालू करके गरीबों को हक और अधिकार देने का काम भाजपा की शिवराज सरकार ने किया है। यानि समन्वय के साथ संगठन सरकार के कामों को जन-जन तक पहुंचाने में अग्रणी था, है और रहेगा। “मन की बात” सुनकर विष्णुदत्त शर्मा ने शाह, शिवराज और मोदी की प्रशंसा के साथ मिशन-2023 की खास चिंता कर यह जताने का प्रयास किया है कि भाजपा हमेशा जन-जन की बात और उनका हित करती रही है और करती रहेगी। शाह-मोदी की नसीहत पर अमल कर कमल खिलता रहे, यह प्रयास निरंतर चला है।