इमरान खान दंपती ने सजा के खिलाफ अपील की: तोशाखाना-2 मामले में हुई है 17-17 वर्ष की सजा- पाकिस्तान में सियासी तनाव और विरोध की नई लहर

जानिए क्या है तोशाखाना मामला

142

इमरान खान दंपती ने सजा के खिलाफ अपील की:
तोशाखाना-2 मामले में हुई है 17-17 वर्ष की सजा- पाकिस्तान में सियासी तनाव और विरोध की नई लहर

इस्लामाबाद: तोशाखाना भ्रष्टाचार मामले में 17-17 साल की सजा के बाद पाकिस्तान की राजनीति और न्यायिक प्रक्रिया एक बार फिर आमने-सामने आ गई है। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और उनकी पत्नी बुशरा बीबी ने विशेष अदालत के फैसले को उच्च न्यायालय में चुनौती दे दी है। अपील दायर होते ही यह मामला केवल कानूनी दायरे तक सीमित नहीं रहा, बल्कि सियासी तनाव और विरोध की नई लहर भी तेज हो गई है।

▪️सजा के बाद दायर की गई अपील
▫️अदालत के फैसले के बाद इमरान खान और बुशरा बीबी की कानूनी टीम ने सजा को असंवैधानिक और राजनीतिक दबाव में लिया गया निर्णय बताते हुए उच्च अदालत का रुख किया है। अपील में तर्क दिया गया है कि तोशाखाना नियमों की व्याख्या को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया और साक्ष्यों का मूल्यांकन निष्पक्ष तरीके से नहीं हुआ।

▪️बुशरा बीबी को लेकर बढ़ी संवेदनशीलता
▫️सजा के बाद बुशरा बीबी की हिरासत और जेल व्यवस्था को लेकर पाकिस्तान में अलग तरह की बहस शुरू हो गई है। महिला और धार्मिक आधार पर उनके साथ व्यवहार को लेकर समर्थकों ने सवाल उठाए हैं। वहीं प्रशासन का कहना है कि कानून सभी के लिए समान है और किसी प्रकार की विशेष रियायत का प्रश्न ही नहीं उठता।

▪️PTI का आक्रामक रुख, आंदोलन के संकेत
▫️इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक -ए -इंसाफ ने सजा के बाद अपने रुख को और आक्रामक कर दिया है। पार्टी नेतृत्व ने इसे न्यायिक फैसला नहीं बल्कि राजनीतिक इंजीनियरिंग करार दिया है। कई शहरों में कार्यकर्ताओं की बैठकों और विरोध प्रदर्शनों की तैयारी के संकेत मिले हैं, हालांकि प्रशासन ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सख्ती बढ़ा दी है।

▪️सरकार और संस्थानों की प्रतिक्रिया
▫️सरकार समर्थक खेमे ने अपील को कानूनी प्रक्रिया का हिस्सा बताते हुए कहा है कि अदालत का फैसला ठोस सबूतों के आधार पर आया है। उनका दावा है कि भ्रष्टाचार के मामलों में अब किसी भी बड़े नाम को छूट नहीं दी जाएगी। वहीं न्यायिक संस्थानों ने स्पष्ट किया है कि अपील पर सुनवाई पूरी तरह कानून के दायरे में होगी।

▪️क्या है तोशाखाना मामला
▫️यह मामला उस समय का है जब इमरान खान प्रधानमंत्री पद पर थे। आरोप है कि उन्होंने और उनकी पत्नी ने विदेशी राष्ट्राध्यक्षों से मिले महंगे उपहारों को नियमों के विरुद्ध कम कीमत पर अपने पास रखा और बाद में निजी लाभ के लिए उनका उपयोग किया। विशेष अदालत ने इसे गंभीर भ्रष्टाचार मानते हुए दोनों को 17-17 साल के सश्रम कारावास की सजा सुनाई थी।

▪️पहले से जेल में हैं इमरान खान
▫️इमरान खान पहले ही अन्य मामलों में जेल में बंद हैं। नई सजा और अब अपील प्रक्रिया ने उनकी कानूनी लड़ाई को और लंबा कर दिया है। आने वाले दिनों में अदालत का रुख यह तय करेगा कि यह मामला किस दिशा में आगे बढ़ेगा।

▪️और अंत में••••
▫️तोशाखाना केस में सजा के बाद दायर अपील ने साफ कर दिया है कि इमरान खान और बुशरा बीबी का यह मामला अभी खत्म नहीं हुआ है। यह केवल अदालतों में नहीं बल्कि पाकिस्तान की सियासत की सड़कों पर भी लंबी लड़ाई का संकेत दे रहा है।