खरगोन से आशुतोष पुरोहित की रिपोर्ट
खरगोन: खरगोन में आज कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह और कांग्रेस पार्टी मुर्दाबाद के जमकर नारे लगे। दरअसल खरगोन में हुई हिंसा के बाद सोशल मीडिया पर दिग्विजय सिंह के द्वारा बयानबाजी से सकल हिन्दू समाज नाराज था।
रामनवमी के जुलूस पर पथराव आगजनी और हिंसा की जाँच करने पहुंची कांग्रेसी जाँच कमेटी को दिग्विजय सिंह की खरगोन में हुए दंगो पर बयानबाजी को लेकर सकल हिन्दू समाज के विरोध का सामना करना पड़ा।
इस दौरान पूर्व मंत्री मुकेश नायक, सज्जनसिंह वर्मा सहित कमेटी के लोगों को सकल हिन्दू समाज के लोगों ने घेर लिया। नारेबाजी से आहत मंत्री सज्जनसिंह वर्मा तो चले गये लेकिन मुकेश नायक वहीं खड़े रहे।
मुकेश नायक के दिग्विजय सिंह के व्यक्तिगत बयान बताने के बाद और विधायक रवि जोशी की समझाइश के बाद सकल हिन्दू समाज के लोग वापस गये।
दिग्विजय सिंह के खिलाफ नारेबाजी को लेकर पूर्व मंत्री मुकेश का कहना था कि दिग्विजय को खरगोन आकर देखना चाहिये, पीड़ितों से मिलना चाहिये।
इस दौरान मुकेश नायक तो यहां तक कह गये कि आँखन से देख फिर बयानबाजी करना चाहिये।
दिग्विजय के बयान को व्यक्तिगत बताने वाले मुकेश नायक का कहना था कि 10 वर्ष मुख्यमंत्री रहे दिग्विजय को सोचना चाहिये कि उनके बयान से कांग्रेस को लाभ होता है या नुकसान होता है?
इधर पूर्व मंत्री सज्जनसिंह वर्मा ने भी खरगोन दंगे के दौरान दिग्विजय के बयान को व्यक्तिगत बताया।
उनका मानना था कि भाजपा और आरएसएस का ऐजेन्डा है दिग्विजय के खिलाफ माहौल बनाना। दिग्विजयसिंह जी तथ्य आधारित ही बात करते हैं लेकिन उत्साही कार्यकर्ताओं की जानकारी से कोई बयान सोशल मीडिया पर चला गया होगा।
गौरतलब है कि पूर्व मंत्री सज्जनसिंह वर्मा की अध्यक्षता में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने 5 सदस्यों की खरगोन हिंसा जाँच कमेटी बनाई थी।
वर्मा के साथ पूर्व मंत्री मुकेश नायक, पूर्व मंत्री बाला बच्चन, गजेन्द्र सिंह राजूखेड़ी और इन्दौर के नेता अलीम शेख खरगोन पहुंचे थे।
इस दौरान पूर्व मंत्री डाॅ विजयलक्ष्मी साधौ, खरगोन विधायक रवि जोशी, भीकनगांव विधायक झूमा सोलंकी सहित कांग्रेस के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में मौजूद थे।