वाराणसी के होटल में हुआ विवाद अब तूल पकड़ता जा रहा है. रोज नयी-नयी बातें सामने आ रही है. भाजपा सांसद सुशील मोदी के आरोपों के बाद अब संबंधित होटल के मैनेजर का बयान सामने आ गया है.
मैनेजर ने इस पूरे प्रकरण पर अब अपना अलग दावा किया है. तेज प्रताप यादव पर होटल विवाद के बाद किराया नहीं देने का आरोप लगाया गया है.
मैनेजर का दावा
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, तेजप्रताप यादव वाराणसी के जिस होटल में ठहरे थे. वहां के रूम का पेमेंट भी नहीं हुआ. मैनेजर का दावा है कि तेजप्रताप यादव अचानक आधी रात के बाद होटल आ गए थे. सरकार के मंत्री को देखकर वीआईपी समझते हुए रूम उन्हें दे दिया गया. जबकि रूम पहले से बुक नहीं कराया गया था. यहां तक की आइडी भी नहीं दी गयी. और अब जब होटल के मैनेजर के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज हुई तो मैनेजर ने कई खुलासे किए हैं.
पूरे विवाद पर बोले मैनेजर
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, होटल मैनेजर का दावा है कि कमरा केवल एक दिन के लिए दिया गया था और पहले ही ये बता दिया गया था कि दूसरे दिन कमरा खाली करना होगा. क्योंकि 6 के बाद 7 और 8 तारीख के लिए पहले से ही कमरे की बुकिंग की गयी थी. बताया कि जिन लोगों के नाम पर बुकिंग थी वो आ गये थे. कई घंटे इंतजार करने के बाद भी जब रूम खाली नहीं हुआ तो दूसरे रूम में ठहरे तेजप्रताप यादव के साथ के लोगों ने रूम खाली किया और इसकी रिकॉर्डिंग भी की गयी थी.
चेकआउट नहीं करने का दावा
दावा किया जा रहा है कि तेजप्रताप यादव ने दो रूमों की बुकिंग कराई थी. एक रूम में मंत्री तो दूसरे में उनके सहयोगी रूके थे. सहयोगी वाले कमरे को खाली कराया गया था. वहीं आरोप लगाया गया कि अभी तक मंत्री का ना तो कोई आदमी आया है और पेमेंट भी पेंडिंग है. जिस कमरे में तेजप्रताप ठहरे थे उसे चेकआउट भी नहीं किया गया है. चाभी उनके पास ही अभी भी है.