पुलिस टीम पर हमला कर बदमाश को छुड़ाया, वाहनों में की तोड़फोड़

वारंट तामील करने पहुंची थी पुलिस टीम, आरोपी के खिलाफ केस दर्ज

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पुलिस टीम पर हमला कर बदमाश को छुड़ाया, वाहनों में की तोड़फोड़

भोपाल। निशातपुरा थाना क्षेत्र में एक बार फिर पुलिस टीम पर हमला कर सरकारी वाहनों में तोड़फोड़ का मामला सामने आया है। घटना ऐहशान नगर के पारधी डेरा में उस वक्त अंजाम दी गई, जब पुलिस आम्स एक्ट के मामले में एक आरोपी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट तामील करने पहुंची थी। तभी आरोपी के परिवार की महिलाओं व पुरूषों ने पुलिस को घेर लिया और आरोपी को पुलिस के चंगुल से छुड़ाकर फरार करा दिया। पुलिस ने इस मामले में आठ लोगों को नामदज व अन्य के खिलाफ बलवा, शासकीय कार्य में बाधा पहुंचने, शासकीय सेवक से मारपीट, तोड़फोड़ समेत विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अन्य की तलाश की जा रही है।

थाना प्रभारी रूपेश दुबे ने बताया कि पारधी डेरा ऐहसान नगर निवासी गोविंद पारधी का आर्म्स एक्ट के मामले में न्यायालय से गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ था। रविवार को थाने की चार्ली 11 पर तैनात आरक्षक संजेश परमार व वसीम वारंट तामील करने पारधी डेरा पहुंचे थे। जहां पर चार्ली 11 पर तैनात आरक्षकों ने वारंटी गोविंद पारधी को हिरासत में ले लिया था। तभी उसके पिता किशन पारधी ने इंतफाक, अंजू, पिंकी, मुस्कान उर्फ गोली, जुवराज बाई, गोविंद, सानिस व अन्य लोगों ने पुलिस आरक्षकों को घेर लिया। आरोपियों ने उन्हें गोविंद पारधी को छोड़ने को कहा और विवाद करने लगे। इसी बात की सूचना मिलने के बाद एसआई मोनिका गौर, महिला आरक्षक तारा, आरक्षक योगेन्द्र शर्मा भी मौके पर पहुंचे। जहां पर पुलिस टीम पर आरोपियों ने पथराव कर दिया और झूमाझटकी कर आरोपी गोविंद पारधी को छुडाकर फरार करा दिया। इस दौरान आरोपियों ने पथराव कर पुलिस वाहन में भी तोड़फोड़ कर नुकसान पहुंचाया।

इस हमले में आरक्षक संजेश परमार और योगेन्द्र शर्मा को चोट आई है। बताया जा रहा है कि आरोपियों ने वारंट गोविंद को छुड़ने के लिए एक प्राइवेट एनजीओ का हवाला देकर पुलिस को झूठे केस में फंसाने की धमकी दी। आरोपियों ने पुलिस को धमकाया कि अगर गोविंद को गिरफ्तार किया तो गांधी नगर जैसा केस कर तुम पुलिसवालों को फंसा देंगे। हालांकि पुलिस ने आरोपी गोविंद के पिता किशन पारधी को इस मामले में गिरफ्तार कर लिया है। जबकि अन्य आरोपी घटना के बाद से फरार हैं। पुलिस ने घायल आरक्षक संजेश परमारी की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।