ओला-पाला का मुआवजा एक क्लिक से वितरित करने के बाद गुरुवार को जब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान किसानों से वर्चुअली चर्चारत थे, तब उन्होंने यह भी कहा कि चौथी पारी के 23 महीने पूरे हो चुके हैं। दरअसल 22 फरवरी को शिवराज का चौथी पारी में 23 माह का कार्यकाल पूरा हो जाएगा। और 5 मार्च को जब शिवराज 63 वर्ष की आयु पूरी करेंगे, तब एक और बड़ा रिकार्ड उनके नाम दर्ज होने जा रहा होगा।
यह रिकार्ड होगा मध्यप्रदेश का 15 साल तक मुख्यमंत्री रहने का। चौथी पारी के 24 वें महीने में यह रिकार्ड उनके नाम दर्ज होने जा रहा है। पहली तीन पारी में वह मुख्यमंत्री पद पर 13 साल 17 दिन रहने का रिकार्ड दर्ज करा चुके हैं। ऐसे में मार्च के पहले सप्ताह में जब शिवराज का जन्मदिन मनाया जाएगा, तब ही यह नया रिकार्ड दर्ज होगा। और फिर आगे शिवराज जब चौथी पारी के दो साल पूरे करेंगे, तब देश में भाजपा के सर्वाधिक समय तक मुख्यमंत्री रहने का रमन सिंह का रिकार्ड तोड़कर वह यह रिकार्ड भी अपने नाम दर्ज करा लेंगे।
हालांकि भाजपा शासित राज्य में लगातार 15 साल 11 दिन तक मुख्यमंत्री रहने का रिकार्ड छत्तीसगढ़ के भाजपा नेता रमन सिंह के नाम ही दर्ज रहेगा। वह 7 दिसंबर 2003 से 17 दिसंबर 2018 तक लगातार तीन बार छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रहे हैं। वैसे ही लगातार चार बार गुजरात के मुख्यमंत्री रहने का अवसर नरेंद्र मोदी को मिला है। लेकिन केशूभाई पटेल की जगह पहली बार 7 अक्टूबर 2001 में मुख्यमंत्री बनाए गए मोदी 22 मई 2014 तक गुजरात में 12 साल सात महीने 15 दिन ही मुख्यमंत्री रहे हैं। ऐसे में मार्च का महीना और 64वां जन्मदिन मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के लिए बेहद खास बनने वाला है।
हाल ही में जैत में गौरव दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जब गांव के बुजुर्गों का सम्मान कर रहे थे, तब उन्होंने यह चुटकी भी ली थी कि वैसे तो अब हमारी उम्र भी काफी हो चुकी है। और जिस तरह नई पीढ़ी के बच्चे जैत में बड़े हो रहे हैं, उसमें वास्तव में 63 साल के शिवराज भी सीनियर सिटीजन में तो शुमार हो ही चुके हैं, जैत ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में विशिष्ट स्थान पर हैं।
जितनी बच्चों की उम्र नहीं होगी, उतने समय से तो शिवराज का लगातार जनप्रतिनिधि के रूप में सफर जारी है। संगठन और संघ के स्वयंसेवक के रूप में उनके काम को जोड़ा जाए, तो सेवा, समर्पण और पदों की फेहरिस्त बहुत लंबी हो जाती है। जनप्रतिनिधि के रूप में 1990 में पहली बार बुधनी विधानसभा से विधायक बने तो 1991 में विदिशा संसदीय क्षेत्र से सांसद बनकर लगातार पांच बार सांसद रहे।
11 वीं लोक सभा में वर्ष 1996 में विदिशा संसदीय क्षेत्र से पुन: सांसद चुने गये। चौहान वर्ष 1998 में विदिशा संसदीय क्षेत्र से ही तीसरी बार 12 वीं लोक सभा के लिए सांसद चुने गये। ये वर्ष 1999 में विदिशा से चौथी बार 13 वीं लोक सभा के लिये सांसद निर्वाचित हुए। शिवराज सिंह चौहान पॉचवी बार विदिशा से 14वीं लोक सभा के सदस्य 2004 में निर्वाचित हुये। इसके बाद वह चार बार से 2006, 2008, 2013 और 2018 में बुधनी विधानसभा से विधायक हैं।
चौहान वर्ष 2005 में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किये गये। चौहान को 29 नवम्बर 2005 को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई गई। प्रदेश की तेरहवीं विधानसभा के निर्वाचन में चौहान ने भारतीय जनता पार्टी के स्टार प्रचारक की भूमिका का बखूबी निर्वहन कर विजयश्री प्राप्त की। चौहान ने 12 दिसम्बर 2008 को भोपाल के जंबूरी मैदान में दूसरी बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री पद और गोपनीयता की शपथ ग्रहण की।
तीसरी बार 2013 में वह मुख्यमंत्री बने। शिवराज सिंह मध्यप्रदेश में सबसे लम्बे समय तक मुख्यमंत्री के रूप मे कार्यभार संभालने वाले पहले मुख्यमंत्री है, शिवराज ने पहली तीन पारी में 13 वर्ष 17 दिन का मुख्यमंत्री का कार्यभार संभाला है और वर्तमान में भी वह 23 मार्च 2020 से चौथी पारी में सीएम पद पर हैं। मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा बार मुख्यमंत्री बनने का रिकार्ड अब उनके नाम पर है। इसके पहले अर्जुन सिंह और श्यामाचरण शुक्ल मध्य प्रदेश के तीन- तीन बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं। तो दिग्विजय सिंह लगातार दस साल तक प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हैं। शिवराज यह सारे रिकार्ड पहली तीन पारी में ही तोड़ चुके हैं।
तो मार्च का महीना शिवराज और मध्यप्रदेश के लिए खास है। 5 मार्च 1959 को जन्मे शिवराज इस साल 63 साल के हो जाएंगे और इसके साथ ही बनाएंगे 15 साल सीएम रहने का रिकार्ड। वहीं मार्च में ही वह बन जाएंगे रमन सिंह को पीछे छोड़ सर्वाधिक समय तक सीएम रहने वाले भाजपा नेता…।