CBI ने जिन नर्सिंग कॉलेजों को सूटेबल बताया, उनके पते पर स्पीड पोस्ट से मार्कशीट प्राप्त नहीं हुई
भोपाल: CBI ने जिन नर्सिंग कॉलेजों को हाईकोर्ट में सूटबेल बताया था, उनमें से कई कॉलेज के पते पर नर्सेस रजिस्ट्रेशन काउंसिल द्वारा भेजी गई मार्कशीट रिसीव ही नहीं हुई है। मार्कशीट वापस काउंलिल के दफ्तर में डाक विभाग ने भेजी है। मार्कशीट अप्रैल में स्पीड पोस्ट से भेजी गई थी। इसमें से 13 कॉलेज को भेजे गए लिफाफे वापस आ गए। खासबात यह है कि इनमें से कुछ कॉलेज को सीबीआई ने अपनी जांच में सूटेबल पाया और हाईकोर्ट में अपनी रिपोर्ट इनके पक्ष में प्रस्तुत की थी।
*इन कॉलेजों से स्पीड पोस्ट आई वापस*
नर्सेस रजिस्ट्रेशन काउंसिल ने अप्रैल में मार्कशीट स्पीड पोस्ट के जरिए भेजी थी। इनमें से एसआर कॉलेज आॅफ नर्सिंग होशंगाबाद, स्वामी विवेकानंद स्कूल आॅफ नर्सिंग पन्ना, विश्वास ट्रैनिंग इंस्टीट्यूट फॉर प्रोफोशनल साइंस मुरैना, स्टार कॉलेज आॅफ नर्सिंग ग्वालियर, समर्थ साई इंस्टीट्यूट आॅफ नर्सिंग ग्वालियर, अमलतास इंस्टीट्यूट आॅफ नर्सिंग देवास, रितु नर्सिंग कॉलेज छिंदवाड़ा, रब नर्सिंग कॉलेज श्योपुर, संजीवनी कॉलेज आॅफ नर्सिंग बड़वानी, क्लार्कसन इंस्टीट्यूट आॅफ नर्सिंग बड़ागांव,डबरा नर्सिंग स्कूल ग्वालियर, साई बाबा स्कूल आॅफ नर्सिंग ग्वालियर, आरबीएम कॉलेज आॅफ नर्सिंग दतिया को भेजी गई मार्कशीट वापस आ गई हैं।
सीबीआई ने बताया सूटेबल
इन 13 कॉलेजों में वे कॉलेज भी शामिल हैं, जिन्हें सीबीआई अपनी रिपोर्ट में सूटेबल बता चुकी हैं। इस मामले में सीबीआई की भूमिका को लेकर सीबीआई के उच्च अफसरों से शिकायत करने वाले छात्र नेता रवि परमार ने आरोप लगाया है कि इसमें से तीन कॉलेजों को सीबीआई ने सूटेबल बताया था। जिसमें एसआर नर्सिंग कॉलेज होशंगाबाद, अमलतास इंस्टीट्यूट आॅफ नर्सिंग कॉलेज देवास और संजीवनी नर्सिंग कॉलेज बडवानी को सीबीअआई ने अपनी रिपोर्ट में उपयुक्त बताया था।
जीएनएम फर्स्ट इयर की है मार्कशीट
इन कॉलेजों को जीएनएम फर्स्ट ईयर जो 28 से 31 मार्च 2022 में संपादित कराई गई थी उनकी मार्कशीट हैं। काउंसिल की परीक्षा नियंत्रक प्रज्ञा वैद्य ने बताया कि करीब 100 मार्कशीट इन कॉलेजों की हैं। कॉलेज संचालकों और प्रबंधन को भी सूचित किया है। इसके बाद आमसूचना निकाली गई कि कॉलेज से या संबेधित परीक्षार्थी अपनी मार्कशीट लेकर जाएं।