MP News: अफसर नहीं दे रहे आयोजनों के बजट का हिसाब, कमिश्नर नाराज

टंटया मामा भील बलिदान दिवस, बिरसा मुंडा जयंती, जनजातीय गौरव दिवस आदि आयोजनों के खर्च का नहीं दिया ब्यौरा

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आदिवासियों को साधने के लिए सरकार

भोपाल: प्रदेश में जनजातीय वर्ग के बड़े आयोजनों के लिए राज्य सरकार ने लाखों, करोड़ों रुपए का बजट आबंटित किया है लेकिन मैदानी अफसर इसका हिसाब ही नहीं दे रहे है। इसको लेकर जनजातीय आयुक्त ने नाराजगी जाहिर की है। सभी से तत्काल हिसाब देने को कहा गया है।

भोपाल के जंबूरी मैदान पर अमर शहीद बिरसा मुंडा के जन्म दिवस  जनजातीय गौरव दिवस के आयोजन हेतु उपलब्ध कराई गई बजट राशि में कितनी राशि खर्च हुई कितनी राशि बची इसका उपयोगिता प्रमाणपत्र आज तक जिले के अफसरों ने नहीं भेजा है।

जनजातीय आयुक्त ने सभी सहायक आयुक्तों और जिलासंयोजक जनजातीय कार्य एवं अनुसूचित जाति कल्याण को पत्र लिखकर इस पर नाराजगी जताई है। इस आयोजन के लिए आबंटित राशि, कार्यक्रम आयोजन पर खर्च राशि, परिवहन व्यय, चाय-नाश्ता पानी, भोजन पर खर्च, आवास, बैनर, सैनेटाईजर, मास्क एवं अन्य पर व्यय राशि का पूरा ब्यौरा उन्होंने मांगा है।

जननायक टंटया मामा भील के बलिदान दिवस, कलश यात्रा, पातालपानी इंदौर के कार्यक्रम के लिए आबंटित राशि के खर्च का भी हिसाब अधिकारियों ने नहीं दिया है। इसके लिए इंदौर, धार, खरगौन, बड़वानी, झाबुआ, अलीराजपुर, बुरहानपुर, रतलाम के सहायक आयुक्त, उज्जैन, देवास, नीमच के जनजातीय कार्य एवं अनुसूचित जाति कल्याण विभाग के जिला संयोजकों को जनजातीय आयुक्त ने पत्र लिखकर नाराजगी जाहिर की है। सभी से उन्हें इस आयोजन के लिए आबंटित राशि, कार्यक्रम आयोजन पर खर्च राशि, परिवहन व्यय, चाय नाश्ता, पानी, भोजन, आवास, बैनर, सैनेटाईजर, मास्क एवं अन्य खर्चो का अलग-अलग हिसाब मांगा है।

इसी तरह 18 सितंबर 2021 को केन्द्रीय गृह मंत्री के जबलपुर प्रवास पर आयोजित कार्यक्रम में जनजातीय वर्ग के प्रतिभागियों के सम्मिलित होंने के कार्यक्रम के लिए उपलब्ध कराई गई। बजट राशि का हिसाब और उपयोगिता प्रमाणपत्र जिलों के अफसरों ने नहीं दिया है। इसके लिए जबलपुर, ग्वालियर, बुरहानपुर, खंडवा, झाबुआ, अलीराजपुर, बड़वानी, खरगौन, धार, मंडला, सिवनी, छिंदवाड़ा, बालाघाट, डिंडौरी, होशंगाबाद, बैतूल, रतलाम, शहडोल, अनूपपुर, सीधी, उमरिया, श्योपुर, सिंगरौली, इंदौर, सागर के सहायक आयुक्तों, और अशोकनगर, दतिया, गुना, मुरैना, शिवपुरी, भिंड, हरदा, सतना, रीवा, कटनी, नरसिंहपुर, सीहोर, रायसेन, पन्न, देवास, दमोह, छतरपुर के जिला संयोजकों को पूरा हिसाब-किताब डिटेल में उपयोगिता प्रमाणपत्र के साथ भेजने को कहा है।