विधानसभा चुनाव में हारे भाजपा उम्मीदवारों के साथ संगठन ने की हार की समीक्षा,जाने हार के कारण

बीजेपी प्रत्याशियों ने कहा - निर्दलियों से हुआ नुकसान

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विधानसभा चुनाव में हारे भाजपा उम्मीदवारों के साथ संगठन ने की हार की समीक्षा,जाने हार के कारण

भोपाल: विधानसभा चुनाव में हारे भाजपा उम्मीदवारों के साथ उनकी हार की समीक्षा गुरुवार को प्रदेश भाजपा संगठन ने की। कई हारे हुए उम्मीदवार बैठक में शामिल नहीं हुए। बैठक में शामिल होने के लिए पूर्व मंत्री अरविंद भदौरिया, ओपीएस भदौरिया, फग्गन सिंह कुलस्ते, ध्रुवनारायण सिंह, आलोक शर्मा जैसे करीब 20 हारे हुए उम्मीदवार भाजपा दफ्तर नहीं पहुंचे थे। बैठक में राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा, प्रदेश भाजपा के संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा मौजूद थे। इस दौरान तीनों ही नेताओं ने कुछ हारे हुए उम्मीदवारों से अकेले में बात भी की।

भाजपा के हारे हुए 67 उम्मीदवारों को इस बैठक में बुलाया गया था। जिसमें से अधिकांश प्रत्याशी बैठक में शामिल रहे। सभी प्रत्याशियों ने अपनी-अपनी हार के कई और अलग-अलग कारण संगठन के नेताओं को बताए। कुछ प्रत्याशियों ने बताया कि बसपा पहले उनके यहां से उम्मीदवार उतारने जा रही थी, लेकिन बाद में उसने उम्मीदवार को उतारा नहीं, या दूसरे दल से वह मैनेज हो गया, इस कारण वे हार गए। चंबल-ग्वालियर और विंध्य के कुछ उम्मीदवारों ने यह बात कही। वहीं कुछ उम्मीदवारों ने कहा कि निर्दलीय उम्मीदवार के कारण उनकी हार हुई। निर्दलीय खासे सक्रिय रहे और उन्होंने भाजपा को नुकसान पहुंचाने का काम किया। वहीं कुछ ने अपनी ही पार्टी के नेताओं को हार का जिम्मेदारी बताया है। कुछ उम्मीदवार अपनी हार के कारण कागज पर लिखकर लाए थे, उन्होंने यह कागज संगठन के पदाधिकारियों को भी दिए।

कल दोपहर में ही मोर्चा के प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक भी हुई।
यह बैठक लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर बुलाई गई थी। इस बैठक में युवा मोर्चा, महिला मोर्चा, अनुसूचित जनजाति मोर्चा, अनुसूचित जाति मोर्चा, पिछड़ा वर्ग मोर्चा, अल्पसंख्या मोर्चा और किसान मोर्चा के प्रदेश पदाधिकारी शामिल हुए।