वेक्सीन का दूसरा डोज सबको लगे यह सबसे बड़ी प्राथमिकता, कोशिश करें तीसरी लहर को आने ही न दें- CM शिवराज

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Bhopal : मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि पिछले दिनों भोपाल, इंदौर, जबलपुर में लगातार पॉजिटिव केस आ रहे हैं। पिछले दिनों में उनकी संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है। अलग-अलग लोकेशन पर लोग मिले हैं। यह हमें आगाह करने के लिए काफी है। टेस्ट हम लगातार कर रहे हैं, लेकिन उनकी संख्या 50-55 हजार है। जितने भी लक्षण दिखाई दे रहे हैं वे बढ़ते हुए संकट और आने वाले संकट की आहट के प्रतीक हैं। जरूरी है कि हम प्राण-प्रण से पूरी सावधानी रखें।

मुख्यमंत्री श्री चौहान आज निवास से वीडियो कांफ्रेंस द्वारा प्रदेश के समस्त कलेक्टर और क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियों के सदस्यों को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री मोहम्मद सुलेमान ने दक्षिण अफ्रीका के कुछ देशों में आए नए वेरिएंट और उसके प्रभावों के संबंध में प्रेजेंटेशन दिया।

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मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आज की मध्यप्रदेश में कोरोना से बचाव के लिए लगाए गए वैक्सीन डोज की जो स्थिति है और जो वर्तमान परिस्थिति है और नए वेरिएंट का प्रसार कुछ देशों में बढ़ रहा है उसके बारे में क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी के सदस्यों को मालूम होना जरूरी है।

 

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मैं मास्क लगवाने निकलूंगा, आप भी मास्क लगाएं और लोगों को मास्क लगाने का आग्रह करें। मास्क के फायदे ही फायदे हैं। इलाज की व्यवस्था हम करेंगे ही, ये चीजें अभी हम कर लेंगे तो संक्रमण ज्यादा नहीं फैलेगा। मैं जनप्रतिनिधि मित्रों को अपील करना चाहता हूं। आपको दस्तक देना है एक मास्क के लिए दूसरा टीकाकरण के लिए। आज महाअभियान है। आगे भी दिसंबर माह के महाअभियान की डेट तय करेंगे। जिन जिलों में 90 प्रतिशत से कम वैक्सीनेशन हुआ है वहां गति बढ़ाई जाए। दूसरे डोज के महत्व से सभी को अवगत करवाएं। मध्यप्रदेश ने जनता को, क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी को साथ लेकर कोरोना को कंट्रोल किया है। मध्यप्रदेश का यह मॉडल सभी जगह सराहा गया है।

 

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मैं कलेक्टर्स को निर्देश देता हूं कि प्रयासों में कोई कमी न रखें। जन जागरूकता बनी रहे। क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी के सद्स्यों को पूरे सम्मान से सक्रिय भूमिका का आह्वान करें।

 

 

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने हर संकट में हम सब का बेहतरीन नेतृत्व किया है। सीधे जनता के बीच उन्होंने क्या-क्या सावधानी रखना चाहिए, ये मैसेज दिया है। ये सही समय है कि अभी चेत जाएं। यदि आज हमने सावधानी नहीं रखीं तो परिस्थितियां संकटपूर्ण हो जाएंगी। मैं नहीं चाहता फिर लॉकडाउन की परिस्थितियां बनें और जिंदगी कठिन दौर से गुजरे।

 

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि नए वेरिएंट के बारे में सावधानी जरूरी है। सभी सावधानियां और व्यवस्थाएं करने के मैंने निर्देश दिए हैं। संबंधित अधिकारी अस्पताल जाएंगे, देखेंगे वहां व्यवस्था कैसी है। मेरे लिए सेकंड डोज से बड़ा कोई काम नहीं है उसे किसी भी हालत में पूरा करिए। बाकी सभी व्यवस्थाएं करने में हम कोई कसर नहीं छोड़ेगे।

अस्पतालों का निरीक्षण कर औषधियों की व्यवस्था,उपकरणों की उपलब्धता और ऑक्सीजन संयंत्रों के कार्यशील रहने की जानकारी प्राप्त करें।

 

 

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में केवल बच्चों के स्कूल जाने पर हमने संख्या 50 प्रतिशत की है। क्योंकि उन्हें टीका नहीं लगा है। प्रतिबंध मैं लगवाना भी नहीं चाहता। शादी-विवाह, बाजार में आपत्ति नहीं है लेकिन अनावश्यक भीड़ से बचें। ये हमें एजुकेट करना पड़ेगा, संक्रमण का प्रसार ना हो इसलिए। मास्क लगाकर सावधानी रखकर हम बड़े संकट से बच सकते हैं। हमारे पास पर्याप्त मात्रा में दवाईयां उपलब्ध हैं।

 

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सभी को सेकेण्ड डोज़ जरूरी, ये सबसे बड़ी प्राथमिकता। व्यवस्थाएं चाक चौबंद रखें, लहर न आने दें, ये चुनौती। मीडिया भी जनता को शिक्षित कर पूर्व के अनुसार सहयोग दें। ये पुण्य का कार्य होगा, सावधानी रखें, प्रयासों में कमी न हो। नए वेरिएंट के प्रति चिंतित, सावधान रहें। जनप्रतिनिधि और क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियों के सदस्य फेस मास्क जरूरी, घर घर दस्तक देकर वेक्सीन का दूसरा डोज लगवाने प्रेरित करें। बार बार हाथ धोने, सोशल डिस्टेंस पर ध्यान दें। अस्पताल का निरीक्षण कर व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें। सभी ऑक्सीजन प्लांट कार्यशील रहें। संक्रमण की आशंका को ध्यान में रखकर सजग सतर्क रहें। मॉक ड्रिल करें सभी जिलों में कलेक्टर्स ऑक्सीजन संयंत्र,अग्निशमन उपकरण भी चेक करवा लें। आवश्यक मानव संसाधन हों उपलब्ध, नया प्रशिक्षण देना हो, अमले को तो वो भी सुनिश्चित करें। तीसरी लहर आने ही न दें। प्रभारी मंत्री, सभी सदयों, धर्म गुरुओं, सामाजिक संगठनों से चर्चा कर एहतियात के उपाय देखे,परखें। लड़ाई मिलकर लड़ना है। पंचायतों की कमेटियां भी सक्रिय रहें।