हर तरह से समृद्ध, रुचिकर और चुनौतीपूर्ण है तीसरे चरण का रण…
मध्य प्रदेश में तीसरे चरण के चुनाव के लिए प्रचार अभियान जारी है। तीसरे चरण का चुनाव हर दृष्टि से पहले दो चरणों की तुलना में समृद्ध है, रुचिकर है और चुनौतीपूर्ण है। तीसरे चरण में 7 मई को जहां सियासत के धुरंधर दो पूर्व मुख्यमंत्री चुनाव मैदान में हैं। एक 10 साल सीएम रहे तो दूसरे करीब 17 साल सीएम रहकर अब लोकसभा चुनाव के मैदान में हैं।राजगढ़ लोकसभा सीट से कांग्रेस ने पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह को मैदान में उतारा है। तो विदिशा सीट से भाजपा ने शिवराज सिंह चौहान को चुनाव मैदान में उतारकर दिल्ली का न्यौता दिया है। तो भिंड में फूल सिंह बरैया, गुना में ज्योतिरादित्य सिंधिया, सागर में लता, भोपाल में आलोक शर्मा जैसे चेहरे भी कहीं न कहीं तीसरे चरण को रुचिकर बना रहे हैं। मुरैना सीट पर नरेंद्र सिंह तोमर का उत्तराधिकारी बनने शिवमंगल सिंह तोमर चुनौती का सामना करेंगे, तो ग्वालियर में भारत सिंह कुशवाहा की जीत की उम्मीद बरकरार है। इस चरण में दूसरे चरण की एक सीट बैतूल ने शामिल होकर मध्यप्रदेश में तीसरे चरण में लोकसभा सीटों की सर्वाधिक संख्या नौ पर पहुंचा दी है।
मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और राजगढ़ से कांग्रेस उम्मीदवार दिग्विजय सिंह लगातार प्रचार अभियान में जुटे हैं। वह राजगढ़ में पहले भी दो बार सांसद रह चुके हैं।राजगढ़ लोकसभा सीट पर बीजेपी ने रोडमल नागर को चुनाव मैदान में उतारा है। नागर भी यहां से पहले दो बार चुनाव जीत चुके हैं।
तो एमपी की विदिशा लोकसभा सीट पर इस बार सर्वाधिक समय तक प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे शिवराज सिंह चौहान चुनाव मैदान में हैं और वह यहां से पांच बार सांसद रह चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हाल ही में संकेत दिए थे कि वह शिवराज को दिल्ली ले जाना चाहते हैं। इसके बाद शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि ‘अब मैं दिल्ली जाऊंगा और काम में कोई कसर नहीं छोड़ूंगा’। विदिशा लोकसभा सीट पर कांग्रेस के प्रताप भानु शर्मा चुनाव मैदान में हैं। शर्मा भी विदिशा सीट से सांसद रह चुके हैं।
गुना लोकसभा क्षेत्र से केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया इस बार बीजेपी उम्मीदवार के रूप में पहली बार चुनाव मैदान में हैं, वो लगातार 400 पार का नारा देते नजर आ रहे हैं। वह इससे पहले कांग्रेस से सांसद रह चुके हैं। पिछली बार भाजपा के केपी यादव ने उन्हें हरा दिया था। गुना लोकसभा सीट से कांग्रेस ने राव यादवेंद्र सिंह को चुनाव मैदान में उतारा है। बताया जा रहा है कि यादव वोट बैंक को साधने के प्रयास के तहत उन्हें टिकट दिया गया है।
तीसरे चरण में मध्यप्रदेश में सर्वाधिक नौ लोकसभा सीटों मुरैना, भिंड, ग्वालियर, गुना, सागर, विदिशा, भोपाल, राजगढ़ और बैतूल लोकसभा सीट पर 7 मई को वोट डाले जाएंगे। दो दौर के चुनाव के बाद अब सबकी निगाहे तीसरे चरण पर लगी हैं कि मतदान का प्रतिशत पहले दो चरण की तरह कम होता है या फिर गति पकड़ेगा। खास तौर से दिग्गजों की सीट पर सबकी निगाहें हैं। मध्यप्रदेश की 29 लोकसभा सीटों में से अब तक दो चरण में 12 सीटों पर मतदान हो चुके हैं। दोनों चरण में पिछली बार की तुलना में 9 से 10 प्रतिशत तक वोटिंग कम हुई है। इससे बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां संशय में हैं कि किस दल के मतदाता चुप्पी साध रहे हैं।
गुना-शिवपुरी लोकसभा सीट से ज्योतिरादित्य सिंधिया बीजेपी के उम्मीदवार हैं और उनके सामने हैं कांग्रेस के यादवेंद्र सिंह यादव। सागर लोकसभा सीट से बीजेपी ने लता वानखेड़े को अपना उम्मीदवार बनाया है तो कांग्रेस ने गुड्डू राजा बुंदेला को। मुरैना लोकसभा सीट पर चुनाव बेहद दिलचस्प है। बीजेपी के उम्मीदवार हैं शिवमंगल सिंह तोमर. कांग्रेस ने इस सीट पर पूर्व विधायक सत्यपाल उर्फ नीटू सिकरवार को मैदान में उतारा है। भिंड लोकसभा सीट से वर्तमान सांसद संध्या राय को बीजेपी ने रिपीट किया है। कांग्रेस ने अपने बयानों के लिए मशहूर फूल सिंह बरैया को अपना उम्मीदवार बनाया है। ग्वालियर में बीजेपी के उम्मीदवार हैं पूर्व मंत्री भारत सिंह कुशवाहा, तो कांग्रेस ने पूर्व विधायक प्रवीण पाठक को चुनावी मैदान में उतारा है। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल लंबे समय से बीजेपी का गढ़ बनी हुई है। इस बार कांग्रेस ने भोपाल सीट पर अरुण श्रीवास्तव को उम्मीदवार बनाया है तो बीजेपी ने भोपाल के मेयर रह चुके आलोक शर्मा को चुनावी मैदान में उतारा है। भोपाल की तरह ही बैतूल लोकसभा सीट भी बीजेपी की मजबूत सीट मानी जाती है। बीजेपी ने यहां से वर्तमान सांसद दुर्गादास उईके, तो कांग्रेस से रामू टेकाम चुनाव मैदान में हैं।
तो हार जीत के परिणाम सामने आ जाएंगे। मत प्रतिशत कम रहेगा या ज्यादा, यह पता चल जाएगा। पर मध्यप्रदेश में तीसरे चरण का यह चुनाव रुचिकर रहेगा, चुनौतीपूर्ण रहेगा और सभी चार चरणों में समृद्ध दिखेगा…।