इंदौर से अनिल शुक्ला की रिपोर्ट
Indore : इंदौर को स्वच्छ शहर बनाने के बाद नगर निगम ने शहर के उद्यानों को संवारने और खूबसूरत बनाने की दिशा में कदम बढ़ाया है। निगम उन उद्यानों की तरफ खास ध्यान दे रहा है, जो बदहाल स्थिति में है। पहले चरण में सौ उद्यानों का चयन किया गया है।
शहर में उद्यानों की कमी नहीं है। हर कॉलोनी में उद्यान मौजूद है। जानकारी के अनुसार शहर में करीब 800 उद्यान मौजूद है। जिसमें विकसित उद्यानों की संख्या पौने चार सौ के आसपास है। नगर निगम उद्यानों के रखरखाव पर हर साल करोडों रुपये खर्च करता है। शहर में ऐसे उद्यानों की कमी नहीं है जो बदहाल स्थिति में है। निगम ने बदहाल उद्यानों की तस्वीर बदलने के लिए कमर कसली है। निगम बदहाल उद्यानों को सवारने के साथ ही खूबसूरत बनाएगा।
उद्यानों में टूटे फूटे उपकरणों को भी सुधारा जाएगा। मनोरंजन के नए उपकरण भी लगाए जाएंगे। गौरतलब है कि टूटे फूटे उपकरणों की वजह से दुर्घटना का खतरा बना रहता है। ध्यान रहे शहर के कई उद्यानों में मनोरंजन के साधन टूट फुट गए है। कई उद्यानों में तो गायब हो गए है। उद्यानों की दशा सुधारने की दिशा में निगमायुक्त प्रतिभा पाल विशेष रुचि दिखा रही है। उन्होंने की दशा सुधारने के निर्देश दिए है साथ ही उद्यानों के डिवाईडरो एवं उद्यानों पर किए जाने वाले रंगाई-पुताई के लिये 4 एयर प्रेशर कलर मशीन क्रय करने के लिए भी अफसरों से कहा है।
उपायुक्त लोकेंद्र सिंह सोलंकी ने बताया कि शहर में अविकसित उद्यानों को विकसित किए जाने की योजना पर काम आरंभ हो गया है। पहले चरण में सौ अविकसित उद्यानों का चयन किया गया है। उपायुक्त सोलंकी के अनुसार उद्यानों के सुधार के लिए इंजीनियरिंग की टीम भी बनाई गई है। टीम की रिपोर्ट के आधार पर सुधार कार्य किए जाएंगे। साथ ही देखरेख के लिए वार्ड स्तर पर प्रभारी भी बनाए जा रहे है। उपायुक्त के अनुसार उद्यानों के बेहतर रखरखाव के लिए उद्यान कर्मचारियों को ट्रेनिंग भी दी जा रही है।