राज्य पुलिस सेवा के अफसरों का IPS बनने का लंबा होता इंतजार, 11 अफसरों को बनना है IPS

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DPC For IPS Promotion:

भोपाल: राज्य पुलिस सेवा (SPS) के 11 अफसरों का भारतीय पुलिस सेवा यानी IPS बनने का इंजतार इस साल ज्यादा लंबा हो गया है। आमतौर पर राज्य पुलिस सेवा के अफसरों को हर साल जल्द आईपीएस अवार्ड हो जाता है, लेकिन इस साल अक्टूबर बीतने जा रहा है और अब तक इन अफसरों का IPS बनने का प्रस्ताव अटका हुआ है।

बीते वर्ष 1995 बैच के SPS अफसर को IPS बनने का क्रम वर्ष 2016 से चल रहा है। इस बैच में अफसरों की संख्या ज्यादा होने के चलते इस साल भी इस बैच के अफसर पदोन्नत होकर IPS बनेंगे। हालांकि इस बार IPS बनने वालों में वर्ष 1996 बैच के अफसर भी शामिल है। इस साल 11 अफसरों को आईपीएस बनना है, लेकिन साल के दस महीने बीत जाने के बाद भी डीपीसी नहीं होने से इनका इंतजार लंबा होता जा रहा है।

ये बन सकते हैं आईपीएस

वर्ष 1995 बैच के प्रकाश चंद्र परिहार, निश्चल झारिया, रसना ठाकुर, संतोष कोरी, जगदीश डाबर, मनोहर सिंह मंडलोई, रामजी श्रीवास्तव, जितेन्द्र सिंह पवार का आईपीएस बनना तय है। वहीं वर्ष 1996 बैच के सुनील तिवारी, संजीव कुमार सिन्हा और संजीव कुमार कंचन भी आईपीएस बन सकते हैं। इन सभी के प्रस्ताव यूपीएससी को भेजे जा चुके हैं, लेकिन वहां से डीपीसी के लिए डेट तय नहीं हो पाई है। इसके चलते अक्टूबर तक डीपीसी नहीं हो सकी है।

पिछले साल सितम्बर में हुए थे आदेश

पिछले साल राज्य पुलिस सेवा के आठ अफसर आईपीएस बने थे। तब केंद्र ने 28 सितम्बर को आईपीएस बनने के आदेश जारी किए थे। हालांकि यह भी लंबा इंजतार था, आमतौर पर मार्च या अप्रैल तक राज्य पुलिस सेवा के अफसरों को IPS मिल जाता है।