प्रदूषणमुक्ति और राजनीतिक शुद्धि के यह फैसले मंगलकारी हैं…

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प्रदूषणमुक्ति और राजनीतिक शुद्धि के यह फैसले मंगलकारी हैं…

कौशल किशोर चतुर्वेदी
मध्य प्रदेश के लिए मंगलवार यानि 9 सितंबर 2025 का दिन मंगलकारी उपलब्धि और फैसलों वाला माना जा सकता है। उपलब्धि की बात यह है स्वच्छ वायु सर्वेक्षण में इंदौर देशभर में अव्वल रहा है। वेटलैंड सिटी के सर्टिफिकेट से भी इंदौर सम्मानित हुआ है। इंदौर ने 200 में से पूरे 200 अंक हासिल कर नया इतिहास रच दिया है। स्वच्छता के साथ स्वच्छ वायु सर्वेक्षण में देश में अव्वल इंदौर प्रदेशवासियों को गर्व से भर रहा है। तो कैबिनेट बैठक में हुए दो फैसले प्रदूषण मुक्ति और राजनीतिक शुद्धि की दिशा में बड़े कदम हैं। पहला फैसला पंजीकृत वाहन स्क्रेपिंग सुविधा में स्क्रेपिंग को बढ़ावा देने के लिए बीएस-I और पूर्ववती तथा बीएस-॥ व्यापक उत्सर्जन मानक मानदंडों वाले वाहनों को स्क्रेपिंग के प्रोत्साहन को लेकर है। सरकार ऐसे वाहन मालिकों को नया वाहन खरीदने पर रोड टैक्स में 50 फीसदी की छूट देकर प्रोत्साहित करेगी। इससे प्रदेश को 15 साल या ज्यादा पुराने प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों से मुक्ति मिलेगी।वहीं मध्यप्रदेश नगर पालिका (संशोधन) अध्यादेश-2025 की स्वीकृति देकर सरकार ने फैसला किया है कि नगर पालिका और नगर परिषद अध्यक्षों के चुनाव प्रत्यक्ष प्रणाली से करवाए जाएंगे। इससे खरीद-फरोख्त और सत्ता शक्ति का दुरुपयोग कर अध्यक्ष बनवाने के आरोपों से निजात मिलेगी।राजनीतिक शुद्धि की दिशा में इसे बेहतर सोच माना जा सकता है।
तो एक बार फिर इंदौर ने स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में अपनी श्रेष्ठता साबित की है। स्वच्छ वायु सर्वेक्षण में इंदौर को देशभर में पहला पुरस्कार मिला है। दिल्ली के पर्यावरण भवन में आयोजित पुरस्कार समारोह में केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने यह अवार्ड इंदौर को प्रदान किया। इस उपलब्धि से इंदौर ने एक बार फिर यह साबित किया कि स्वच्छता ही नहीं, बल्कि स्वच्छ वायु की दिशा में भी शहर देश का नेतृत्व कर रहा है। पूरे मध्यप्रदेश के लिए यह बहुत बड़ी उपलब्धि है।
वहीं कैबिनेट फैसले में नए वाहनों पर “सर्टिफ़िकेट ऑफ़ डिपॉजिट” से मोटरयान कर में 50 प्रतिशत की छूट दिये जाने का निर्णय सरकार ने लिया है। वर्तमान में BS-1 एवं BS-II श्रेणी के लगभग 99 हजार मोटरयान ऑनरोड है। इनको मोटरयान कर में 50% छूट दिए जाने पर 100 करोड़ रूपये का वित्तीय भार आएगा। उल्लेखनीय है कि भारत सरकार सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा पंजीकृत वाहन स्क्रेपिंग सुविधा में स्क्रेपिंग को बढ़ावा देने के लिए मध्यप्रदेश को 200 करोड़ रुपये की विशेष सहायता प्राप्त होगी। भारत में वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए भारत स्टेज (बीएस-1) उत्सर्जन मानदण्डों को सबसे पहले अप्रैल 2000 में लाया गया था। जिस श्रेणी का वाहन स्क्रैप किया गया है उसी श्रेणी का नया वाहन क्रय करने पर मोटर यान कर में छूट प्रदान की जाएगी।
वहीं मंत्रि-परिषद द्वारा दूसरे महत्वपूर्ण फैसले के तहत प्रदेश की नगर पालिका परिषद, नगर परिषदों के अध्यक्ष पद का निर्वाचन आगामी आम-निर्वाचन में प्रत्यक्ष प्रणाली से सीधे मतदाताओं द्वारा कराये जाने के लिए मध्यप्रदेश नगरपालिका (संशोधन) अध्यादेश 2025 लाये जाने की स्वीकृति प्रदान की गई। मध्यप्रदेश में नगरीय निकायों के अध्यक्ष पद का निर्वाचन प्रत्यक्ष प्रणाली से सीधे मतदाताओं द्वारा वर्ष 1999 से 2014 तक लगातार किया जाता रहा है। कोविड महामारी के आ जाने से वर्ष 2019 में निर्वाचन नहीं हो सके। इसके बाद वर्ष 2022 के नगरीय निकाय चुनाव में अध्यक्ष पद का निर्वाचन अप्रत्यक्ष प्रणाली से किया गया। अब वर्ष 2027 के नगरीय निकायों में अध्यक्ष पद का निर्वाचन प्रत्यक्ष प्रणाली से सीधे मतदाताओं द्वारा किया जाएगा। उपरोक्त स्थिति को दृष्टिगत रखते हुए मध्यप्रदेश नगरपालिका अधिनियम, 1961 की संबंधित धाराओं में संशोधन के लिए मध्यप्रदेश नगरपालिका (संशोधन) अध्यादेश 2025 लाये जाने की स्वीकृति प्रदान की गई।
तो इंदौर नए-नए कीर्तिमान रचकर पूरे देश में मध्य प्रदेश को प्रतिष्ठा दिलाने का काम पिछले 8 साल से लगातार कर रहा है। स्वच्छ वायु सर्वेक्षण में देश में अव्वल आकर इंदौर ने साबित कर दिया है कि अब सभी तरह से उसकी बराबरी पर कोई नहीं है। प्रभारी मंत्री डॉ. मोहन यादव और मेयर पुष्यमित्र भार्गव के नेतृत्व में इंदौर यूं ही आगे बढ़ता रहे। तो मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में कैबिनेट बैठक के प्रदूषण मुक्ति और राजनीतिक शुद्धि वाले फैसले भी नए मध्यप्रदेश की आहट हैं। नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय का नाता इंदौर से भी है और नगरीय प्रशासन विभाग से भी है। उम्मीद यही है कि ऐसी ही उपलब्धियों और फैसलों का साक्षी बनते हुए हम सभी विकसित मध्य प्रदेश के निवासी बनने का गौरव हासिल कर लें…।
लेखक के बारे में –
कौशल किशोर चतुर्वेदी मध्यप्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार हैं। प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में पिछले ढ़ाई दशक से सक्रिय हैं। पांच पुस्तकों व्यंग्य संग्रह “मोटे पतरे सबई तो बिकाऊ हैं”, पुस्तक “द बिगेस्ट अचीवर शिवराज”, ” सबका कमल” और काव्य संग्रह “जीवन राग” के लेखक हैं। वहीं काव्य संग्रह “अष्टछाप के अर्वाचीन कवि” में एक कवि के रूप में शामिल हैं। इन्होंने स्तंभकार के बतौर अपनी विशेष पहचान बनाई है।
वर्तमान में भोपाल और इंदौर से प्रकाशित दैनिक समाचार पत्र “एलएन स्टार” में कार्यकारी संपादक हैं। इससे पहले इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में एसीएन भारत न्यूज चैनल में स्टेट हेड, स्वराज एक्सप्रेस नेशनल न्यूज चैनल में मध्यप्रदेश‌ संवाददाता, ईटीवी मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ में संवाददाता रह चुके हैं। प्रिंट मीडिया में दैनिक समाचार पत्र राजस्थान पत्रिका में राजनैतिक एवं प्रशासनिक संवाददाता, भास्कर में प्रशासनिक संवाददाता, दैनिक जागरण में संवाददाता, लोकमत समाचार में इंदौर ब्यूरो चीफ दायित्वों का निर्वहन कर चुके हैं। नई दुनिया, नवभारत, चौथा संसार सहित अन्य अखबारों के लिए स्वतंत्र पत्रकार के तौर पर कार्य कर चुके हैं।