
सभी को गर्व से भर रहे यह आठ शहर…
कौशल किशोर चतुर्वेदी
वास्तव में उपलब्धि वही है जिसकी पक्ष-विपक्ष सभी मुक्त कंठ से सराहना करें। जिस पर सभी को गर्व हो। मध्य प्रदेश के लिए 17 जुलाई 2025 का दिन वास्तव में ऐसा ही है। जब मध्यप्रदेश के आठ शहरों को विभिन्न श्रेणियों में स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 पुरस्कारों से नवाजा गया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने इंदौर सहित मध्यप्रदेश के सात अन्य शहरों को स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 पुरस्कारों से सम्मानित किया। इंदौर को एक बार फिर 10 लाख से अधिक जनसंख्या वाली श्रेणी में स्वच्छ लीग अवार्ड में सर्वश्रेष्ठ शहर से पुरस्कृत किया गया। राजधानी भोपाल को 10 लाख से अधिक जनसंख्या की श्रेणी में स्वच्छ शहर का द्वितीय पुरस्कार प्राप्त हुआ है। 3 से 10 लाख जनसंख्या वाले शहरों की श्रेणी में उज्जैन को सर्वश्रेष्ठ शहर का पुरस्कार प्राप्त हुआ। शहरों की श्रेणी में 20 हजार से कम आबादी वाली जनसंख्या वाले शहरों में बुधनी सर्वश्रेष्ठ रहा। 50 हजार से 3 लाख जनसंख्या वाले शहरों में देवास को प्रथम पुरस्कार और 20 हजार से कम जनसंख्या वाले शहरों में शाहगंज को तृतीय पुरस्कार प्राप्त हुआ है। इसी प्रकार सफाई मित्र सुरक्षित शहर की श्रेणी में जबलपुर को पुरस्कृत किया गया है और ग्वालियर को प्रोमिसिंग स्वच्छ शहर से पुरस्कृत किया गया।
तो जब उपलब्धियां राष्ट्रीय स्तर पर हों तब सभी को गर्वित होने का अवसर तो बनता ही है। इंदौर लगातार आठवीं बार स्वच्छता के शीर्ष पर बना हुआ है। और 2025 में इंदौर को सुपर स्वच्छ लीग सिटी में सिरमौर होने के साथ ही एक और शहर को स्वच्छतम बनाने का बड़ा दायित्व सौंपा गया है। और यह भी एक संयोग ही है की राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार ग्रहण कर रहे चेहरों में नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय भी इंदौर के हैं और मेयर पुष्यमित्र भार्गव के साथ गर्व के इन क्षणों में वह मंच पर मौजूद रहे।
स्वच्छ सर्वेक्षण-2024-25 में 10 लाख से अधिक जनसंख्या वाले शहरों में भोपाल दूसरे, जबलपुर 5वें और ग्वालियर 14 वें स्थान पर आया है। प्रदेश के 203 शहरों को स्टार रेटिंग प्रमाणीकरण मिला, जिसमें विगत वर्ष के 157 शहरों से 12% अधिक शहरों ने स्टार रेटिंग प्राप्त की। सर्वेक्षण में भोपाल, इंदौर, जबलपुर को 7 स्टार, देवास, रीवा और सतना को 5 स्टार रैंक प्राप्त हुई है। प्रदेश के 36 शहरों को 3 स्टार और 161 शहरों को एक स्टार रैंक मिली है।
यह उपलब्धि इसीलिए सेवन स्टार फाइव स्टार से भी ज्यादा मायने रखती है क्योंकि इसकी खुशी प्रदेश का हर जन मना रहा है। सत्ता पक्ष मना रहा है और विपक्ष भी मना रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु द्वारा स्वच्छ सर्वेक्षण-2024 के सम्मान समारोह में इंदौर को ‘सुपर स्वच्छ लीग सिटीज’ श्रेणी में देश के सबसे स्वच्छ शहर के रूप में सम्मानित किया जाना प्रदेशवासियों के लिए अत्यंत गर्व का विषय है। उल्लेखनीय है कि विगत 7 वर्षों से स्वच्छ शहरों की श्रेणी में इंदौर ने शीर्ष स्थान प्राप्त किया था। इंदौर के साथ भोपाल, देवास, शाहगंज, जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन एवं बुधनी को भी विभिन्न श्रेणियों में स्वच्छता पुरस्कार प्राप्त होना इस बात का प्रमाण है कि पूरा मध्यप्रदेश अब स्वच्छता में देश का अग्रदूत बन चुका है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस सफलता के लिए प्रदेश के समस्त स्थानीय निकायों के नागरिकों, विशेषकर स्वच्छताकर्मियों, जनप्रतिनिधियों एवं संबंधित अधिकारियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं।
महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने इंदौरवासियों को बधाई दी और सफाई मित्रों को धन्यवाद दिया है। महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने इसे इंदौर की आदत, अनुशासन और सामूहिक प्रयासों का परिणाम बताया है। महापौर ने कहा,”इंदौर फिर सिरमौर है, अपना इंदौर फिर सुपर और रैंकिंग में सबसे ऊपर है।” उन्होंने विशेष रूप से शहर के सफाई मित्रों का आभार व्यक्त किया और कहा कि, “उनकी अथक मेहनत और सेवा भावना के कारण ही इंदौर आज फिर से देश के स्वच्छता मानचित्र में शीर्ष पर है।”
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 में शानदार प्रदर्शन के लिए मध्यप्रदेश के सभी नगरीय निकायों, सफाई सैनिकों और जागरूक नागरिकों को हार्दिक बधाई दी और धन्यवाद किया है। इंदौर ने एक बार फिर सुपर स्वच्छ लीग सिटीज में शीर्ष स्थान प्राप्त कर अपनी श्रेष्ठता को साबित किया है। भोपाल ने राष्ट्रीय स्तर पर दूसरा स्थान हासिल कर प्रदेश का गौरव बढ़ाया है। वहीं जबलपुर, ग्वालियर और अन्य शहरों ने भी विभिन्न श्रेणियों में बेहतरीन प्रदर्शन कर सराहना पाई है। उज्जैन को 3-10 लाख की आबादी वाले शहरों में देश का सर्वश्रेष्ठ शहर घोषित किया गया, यह हम सभी के लिए गर्व की बात है। यह उपलब्धियां केवल आंकड़े नहीं हैं, यह प्रदेशवासियों के समर्पण, मेहनत और जिम्मेदारी का प्रमाण हैं। मध्यप्रदेश की जनता को धन्यवाद, जिन्होंने मिलकर प्रदेश का मान बढ़ाया!
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भी
सुपर स्वच्छ लीग में, देश में पहले नंबर पर आने वाली इंदौर की जनता को ढेर सारी बधाई दी है। उन्होंने लिखा है कि स्वच्छता को संस्कार में शामिल कर इंदौर अब सम्मान दिलाने की परंपरा बना चुका है! यह जन जागरूकता से ही संभव है! सुपर स्वच्छ शहर लीग श्रेणी में उज्जैन/बुधनी ने भी मिसाल बनाई है! भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर, देवास, शाहगंज ने भी प्रतिस्पर्धा में सम्मान प्राप्त करने का गौरव हासिल किया है! जीतू पटवारी ने इन सभी को बधाई दी है।
तो गर्व के सही हकदार वह स्वच्छता कर्मी ही हैं, जो 365 दिन, दिन-रात अथक परिश्रम कर मध्य प्रदेश की 8.50 करोड़ आबादी को गर्व करने का अवसर देते हैं। हमें सेवन स्टार की फीलिंग कराते हैं। ऐसे में यह सत्ता पक्ष विपक्ष और आमजन सभी की बधाई के हकदार हैं। उम्मीद यही है कि आने वाले साल में मध्य प्रदेश के सभी शहर सेवन स्टार की लड़ाई लड़ते नजर आएंगे। तब हम सही तौर पर स्वच्छता के अग्रदूत बन जाएंगे। अभी 7 स्टार रैंक भोपाल, इंदौर, जबलपुर, 5 स्टार देवास, रीवा और सतना, 3 स्टार प्रदेश के 36 शहर और एक स्टार 161 शहर स्वच्छता के पर्याय बन गए हैं। अभी आठ शहरों ने गर्व का विशेष अवसर दिया है तो आगे अस्सी शहर भी इसी तरह गर्वित करेंगे। तब फिर एक बार उपलब्धि पर गर्व करने में पक्ष-विपक्ष की दीवार खत्म हो जाएगी…।





