सोलहवीं विधानसभा में नजर आएंगे सत्ताधारी दल के यह “ब्राह्मण द ग्रेट”…

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सोलहवीं विधानसभा में नजर आएंगे सत्ताधारी दल के यह “ब्राह्मण द ग्रेट”…

मध्यप्रदेश कैडर के आईएएस अफसर नियाज खान की पुस्तक “ब्राह्मण द ग्रेट” वर्ष 2023 में खासी चर्चा में रही है। नियाज खान का मानना है कि भारत में ब्राह्मणों के दिमाग का उपयोग करो और उन्हें उच्च पदों पर बिठाकर यदि काम करेंगे तो भारत सुपरपावर बन सकता है।इस किताब में नियाज ने ब्राह्मणों को लेकर बहुत सारी बातें कही हैं। उनकी इस किताब में ब्राम्हण के दिमाग को काफी तेज और सुपर ब्रेन बताया गया है। यही नहींं, उन्होंने सलाह देते हुए अपनी किताब में बताया है कि अगर ब्राह्मण को हर फील्ड में नेतृत्व दिया जाए या सलाहकार बनाया जाए तो देश कई मायनों में बदल सकता है।
तो अब हम बात करते हैं मध्यप्रदेश की सोलहवीं विधानसभा में सत्ताधारी दल के “ब्राह्मण द ग्रेट” नेताओं की। इनकी विद्वत्ता का असर विधानसभा में दिखता रहेगा। तो इनमें से विधानसभा की पहली और दूसरी पंक्ति में भी कई चेहरे नजर आएंगे। वैसे तो चौदहवीं विधानसभा में विधानसभा अध्यक्ष का दायित्व ब्राह्मण नेता डॉ. सीतासरन शर्मा ने निर्वहन किया। तो प्रोटेम स्पीकर का सबसे लंबा कार्यकाल पूरा करने का रिकॉर्ड रामेश्वर शर्मा के नाम दर्ज हो गया है, जो पंद्रहवीं विधानसभा में भाजपा सरकार में इस पद पर आसीन हुए थे। और उनके बाद फिर विधानसभा अध्यक्ष की जिम्मेदारी ब्राह्मण नेता डॉ. गिरीश गौतम को मिली थी। खैर अब एक बार फिर सोलहवीं विधानसभा में सत्ताधारी दल में ऐसे कई ब्राह्मण चेहरे अपनी विद्वत्ता का लोहा मनवाने की पुरजोर कोशिश करेंगे।
इनमें पहला नाम पंडित गोपाल भार्गव का ही आता है, जो सर्वाधिक नौ बार के अजेय विजेता हैं। और लगातार पंद्रह साल तक कैबिनेट मंत्री और नेता प्रतिपक्ष जैसे महत्वपूर्ण पदों को सुशोभित कर चुके हैं। गोपाल भार्गव (जन्म 1 जुलाई 1952) मध्य प्रदेश सरकार में सबसे वरिष्ठ विधायक हैं। उन्होंने अपने छठे कार्यकाल के लिए 2 जुलाई 2020 को कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली थी। यह सरकार में किसी भी मंत्री द्वारा पूरा किए जाने वाले कार्यकाल की सबसे अधिक संख्या है। वह 1985 से रहली विधानसभा का प्रतिनिधित्व लगातार कर रहे हैं। सोलहवीं विधानसभा में भी वह खास भूमिका में नजर आएंगे। बात जब सीएम फेस की होती है, तो भार्गव का नाम अक्सर चर्चा में आ ही जाता है।
राजेंद्र शुक्ल (जन्म 3 अगस्त, 1964) रीवा निर्वाचन क्षेत्र से विधान सभा के सदस्य हैं। उन्होंने 1998 के विधानसभा चुनाव में चुनाव लड़कर राजनीति में अपनी जगह बनाई, जिसमें वह कांग्रेस उम्मीदवार पुष्पराज सिंह से 1394 वोटों के करीबी अंतर से हार गए। वह 2003 में निवर्तमान पुष्पराज सिंह को हराकर पहली बार विधानसभा के लिए चुने गए। उन्होंने 2008 और 2013 के मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में फिर से अपनी जीत दोहराई। 2018 में उनके खिलाफ सत्ता विरोधी लहर के बजाय, उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार अभय मिश्रा के खिलाफ 18,089 वोटों के अंतर से जीत हासिल की। और अब 2023 में पांचवीं बार विधायक चुने गए हैं। अब तक कई विभागों के मंत्री रह चुके हैं। वह दो बार जनसंपर्क मंत्री रह चुके हैं।
गिरीश गौतम (जन्म 28 मार्च 1953, आयु 70 वर्ष) पंद्रहवीं विधानसभा में भाजपा सरकार में विधान सभा के अध्यक्ष पद पर आसीन रहे हैं। गिरीश गौतम ने अपनी राजनीतिक शुरुआत भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) के साथ गुर्ग विधानसभा सीट से की थी। हालांकि उन्होंने 2003 में भाजपा के टिकट पर मनगवां सीट से तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष श्रीनिवास तिवारी के खिलाफ पहला चुनाव जीता था। बाद में, 2008 में मनगवां सीट अनुसूचित जाति (एससी) के लिए आरक्षित कर दी गई। गिरीश देवतालाब सीट पर स्थानांतरित हो गए और यहां से 2008, 2013, 2018 और अब 2023 में लगातार चार चुनाव जीते हैं।
डॉ. सीतासरन शर्मा (जन्म 24 सितम्‍बर, 1950, आयु 73 वर्ष) सन् 1977 से जनता पार्टी तत्‍पश्‍चात् भारतीय जनता पार्टी से संबद्ध रहे हैं। 1990 में नौवीं एवं 1993 में दसवीं विधान सभा के सदस्‍य निर्वाचित हुए। 1998 में ग्‍यारहवीं विधान सभा के सदस्‍य निर्वाचित हुए। इसके बाद 2013 में चौथी बार तथा 2018 में पांचवी बार विधान सभा सदस्‍य निर्वाचित हुए। दिनांक 9 जनवरी, 2014 से 2 जनवरी 2019 तक अध्‍यक्ष, मध्‍यप्रदेश विधान सभा रहे। अब वह नर्मदापुरम विधानसभा सीट से छठवीं बार विधायक चुने गए हैं।
इनके अलावा प्रोटेम स्पीकर रहे रामेश्वर शर्मा (हुजूर विधानसभा), रमेश मेंदोला (इंदौर-2 विधानसभा), राजेंद्र पांडेय (जावरा विधानसभा), संजय सत्येन्द्र पाठक (विजयराघवगढ़ विधानसभा), अम्बरीष शर्मा “गुड्डू” (लहार विधानसभा), राकेश शुक्ला (मेहगांव विधानसभा), बृजबिहारी पटैरिया (देवरी विधानसभा), अरविंद पटैरिया (राजनगर विधानसभा), राजेश शुक्ला बब्लू भैया (बिजावर विधानसभा), श्रीकांत चतुर्वेदी (मैहर विधानसभा), रीति पाठक (सीधी विधानसभा), विश्वामित्र पाठक (सिहावल विधानसभा), प्रणय प्रभात पांडेय गुड्डू भैया (बहोरीबंद विधानसभा), अभिलाष पांडेय (जबलपुर उत्तर विधानसभा), सुशील कुमार तिवारी इंदु भैया (पनागर विधानसभा), उमाकांत शर्मा (सिरोंज विधानसभा), मोहन शर्मा (नरसिंहगढ़ विधानसभा), आशीष गोविंद शर्मा (खातेगांव विधानसभा) और गोलू शुक्ला राकेश (इंदौर-3 विधानसभा) जैसे नाम सत्ताधारी दल के “ब्राह्मण द ग्रेट” विधायक के रूप में सोलहवीं विधानसभा में नजर आएंगे।