कार्यकर्ता देवो भव:, इस भाव से सत्ता और संगठन के समन्वय का यह प्रयास अच्छा है…

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कार्यकर्ता देवो भव:, इस भाव से सत्ता और संगठन के समन्वय का यह प्रयास अच्छा है…

कौशल किशोर चतुर्वेदी

भारतीय जनता पार्टी, मध्य प्रदेश में 2003 के बाद सिर्फ पन्द्रह महीने छोड़कर लगातार सरकार में है। 2018 में बहुत थोड़े अन्तर से कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में सरकार बनाने में सफलता पाई थी लेकिन पंद्रह महीने बाद ही भारतीय जनता पार्टी वापस सत्ता में आ गई थी। 2018 में भाजपा की हार की वजह भी कार्यकर्ताओं के मन में बैठी निराशा और सत्ता के प्रति आक्रोश को माना गया था। 2023 में एक बार फिर लाड़ली बहना योजना के जरिए भारतीय जनता पार्टी ने सत्ता में वापसी कर ली। लेकिन कहीं न कहीं कार्यकर्ता को साधना अनिवार्य है, यह भाजपा लगातार महसूस कर रही है। और इसीलिए अब पार्टी ने सत्ता और संगठन के बीच समन्वय का बेहतर रास्ता तलाशा है। इसकी पूर्ति के लिए ही भारतीय जनता पार्टी प्रदेश कार्यालय में कार्यकर्ताओं से संवाद एवं संपर्क हेतु 1 दिसंबर 2025 मंत्रियों की नियमित बैठकें शुरू की गई हैं। और यह तय किया गया है कि सोमवार से शुक्रवार प्रतिदिन दो मंत्री प्रदेश भाजपा कार्यालय में उपलब्ध रहेंगे। और संगठन और जनता के बीच सेतु कार्यकर्ता के मन की बात भी सुनेंगे और उनकी उम्मीदों पर भी खरा उतरेंगे। मुख्यमंत्री एवं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में सरकार एवं संगठन में किया गया यह नवाचार कार्यकर्ताओं को संतुष्ट करने के लिए एक बेहतर कदम साबित होगा। कार्यकर्ताओं की समस्याओं का त्वरित, पारदर्शी एवं प्रभावी समाधान होगा तो भाजपा संगठन और सरकार के प्रति कार्यकर्ताओं के मन में फील गुड का भाव हमेशा बना रहेगा। और 2028 में भाजपा को 2018 जैसी स्थितियों का सामना नहीं करना पड़ेगा।

 

और जैसा कि भाजपा का मानना है कि भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं विधायक हेमंत खण्डेलवाल के नेतृत्व में मध्यप्रदेश में संगठनात्मक सक्रियता और नवाचारों का नया अध्याय शुरू हो गया है। इसी क्रम में कार्यकर्ताओं से संवाद एवं समन्वय मजबूत करने हेतु 01 दिसंबर 2025 से भाजपा प्रदेश कार्यालय में मंत्रियों की नियमित उपलब्धता की व्यवस्था प्रारंभ की गई है। इस व्यवस्था के अंतर्गत सोमवार से शुक्रवार दोपहर 01 से 03 बजे तक प्रतिदिन मध्यप्रदेश शासन के दो मंत्री प्रदेश कार्यालय में उपस्थित रहकर कार्यकर्ताओं से संवाद करेंगे तथा समस्याओं का समाधान सुनिश्चित करेंगे। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खण्डेलवाल ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता-आधारित एवं कार्यकर्ता-केंद्रित संगठन है। प्रदेश के कार्यकर्ता जनता की समस्याओं को बूथ स्तर से लेकर प्रदेश नेतृत्व तक पहुँचाने का महत्वपूर्ण दायित्व निभाते हैं। प्रदेश कार्यालय में मंत्रियों की उपलब्धता से संगठन और शासन के बीच समन्वय और मजबूत होगा तथा समस्याओं का समाधान त्वरित, प्रभावी और पारदर्शी तरीके से हो सकेगा। यह व्यवस्था कार्यकर्ताओं की जनसमस्याओं के सुगम समाधान के लिए है। कार्यकर्ताओं से संवाद उपरांत मीडिया से चर्चा में उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव तथा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खण्डेलवाल के विचार-विमर्श के बाद यह व्यवस्था प्रारंभ की गई है। इसके माध्यम से जनसमस्याओं पर विभागीय समन्वय कर समयबद्ध फॉलोअप किया जाएगा तथा संबंधित कार्यकर्ताओं को परिणाम से अवगत भी कराया जाएगा।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खण्डेलवाल ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता-आधारित एवं कार्यकर्ता-केंद्रित संगठन है। हमारा प्रयास है कि कोई भी कार्यकर्ता जनसमस्या लेकर समाधान के लिए सीधे संगठन और शासन दोनों का मार्गदर्शन एक ही स्थान पर आसानी से मिले। प्रदेश कार्यालय में मंत्रियों की उपलब्धता से संगठन और सरकार के बीच समन्वय और अधिक सुदृढ़ होगा तथा कार्यकर्ताओं को समयबद्ध समाधान प्राप्त होगा। समय-सारिणी के अनुसार विभिन्न विभागों के मंत्री प्रदेश कार्यालय में बैठकर कार्यकर्ताओं की समस्याओं को सुनेंगे और समाधान कराएंगे। इससे कार्यकर्ता अपने जिले और क्षेत्र की समस्याओं को सीधे सत्ता और संगठन तक पहुंचा सकेंगे। यह प्रयास संगठनात्मक गति, कार्यकर्ता संपर्क और समस्या-निराकरण को नई दिशा देगा।

इस नई व्यवस्था के पहले दिन उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा और प्रदेश शासन के मंत्री गौतम टेटवाल ने कार्यकर्ताओं की समस्याओं को सुना और अधिकांश का समाधान भी कराया। प्राप्त आवेदनों को सूचीबद्ध कर संबंधित विभागों के साथ समन्वय स्थापित कर त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। जिन समस्याओं का तत्काल समाधान नहीं हो सका, उनका फॉलोअप किया जाएगा और समाधान होने पर कार्यकर्ताओं को अवगत भी कराया जाएगा। यह व्यवस्था निरंतर जारी रहेगी। केवल बड़े आयोजनों या विशेष कार्यक्रमों की स्थिति में ही इसे समायोजित किया जाएगा। इसी कड़ी में 2 दिसंबर 2025 को प्रदेश शासन के मंत्री राकेश सिंह एवं दिलीप अहिरवार, 3 दिसंबर को प्रदेश शासन के मंत्री विश्वास सारंग एवं लखन पटेल, 4 दिसंबर को प्रदेश शासन के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय एवं प्रतिमा बागरी, 5 दिसंबर शुक्रवार को प्रदेश शासन के मंत्री विजय शाह एवं नरेन्द्र शिवाजी पटेल कार्यकर्ताओं से संवाद एवं समन्वय करेंगे।

यह अच्छी बात है कि प्रदेश सरकार के

मुखिया डॉ.मोहन यादव के कार्यकाल के दो साल पूरा होने से पहले कार्यकर्ताओं को संतुष्ट करने के लिए प्रदेश सरकार की इस पहल को समय से बहुत पहले एक सर्वसिद्ध प्रयास के रूप में देखा जा सकता है। कार्यकर्ता देवो भव: का भाजपा का महामंत्र सत्ता और संगठन की इस नई पहल में प्रकट हो रहा है। और इस भाव से सत्ता और संगठन के समन्वय का यह प्रयास अच्छा है…।

 

 

लेखक के बारे में –

कौशल किशोर चतुर्वेदी मध्यप्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार हैं। प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में पिछले ढ़ाई दशक से सक्रिय हैं। पांच पुस्तकों व्यंग्य संग्रह “मोटे पतरे सबई तो बिकाऊ हैं”, पुस्तक “द बिगेस्ट अचीवर शिवराज”, ” सबका कमल” और काव्य संग्रह “जीवन राग” के लेखक हैं। वहीं काव्य संग्रह “अष्टछाप के अर्वाचीन कवि” में एक कवि के रूप में शामिल हैं। इन्होंने स्तंभकार के बतौर अपनी विशेष पहचान बनाई है।

वर्तमान में भोपाल और इंदौर से प्रकाशित दैनिक समाचार पत्र “एलएन स्टार” में कार्यकारी संपादक हैं। इससे पहले इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में एसीएन भारत न्यूज चैनल में स्टेट हेड, स्वराज एक्सप्रेस नेशनल न्यूज चैनल में मध्यप्रदेश‌ संवाददाता, ईटीवी मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ में संवाददाता रह चुके हैं। प्रिंट मीडिया में दैनिक समाचार पत्र राजस्थान पत्रिका में राजनैतिक एवं प्रशासनिक संवाददाता, भास्कर में प्रशासनिक संवाददाता, दैनिक जागरण में संवाददाता, लोकमत समाचार में इंदौर ब्यूरो चीफ दायित्वों का निर्वहन कर चुके हैं। नई दुनिया, नवभारत, चौथा संसार सहित अन्य अखबारों के लिए स्वतंत्र पत्रकार के तौर पर कार्य कर चुके हैं।