लोकतंत्र महापर्व की यही पुकार, सौ फीसदी मतदान अबकी बार…

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लोकतंत्र महापर्व की यही पुकार, सौ फीसदी मतदान अबकी बार…

 

मध्यप्रदेश में लोकसभा निर्वाचन के दूसरे चरण में छह लोकसभा संसदीय क्षेत्रों में मतदान आज यानि 26 अप्रैल 2024 को है। सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक मतदान होगा। लोकसभा सीट टीकमगढ़ (अजा), दमोह, खजुराहो, सतना, रीवा एवं होशंगाबाद दूसरे चरण में शामिल हैं। मतदाताओं की सुविधा के लिये दूसरे चरण के सभी छह लोकसभा संसदीय क्षेत्रों में मतदान दिवस 26 अप्रैल को सार्वजनिक तथा सामान्य अवकाश रहेगा। राज्य शासन ने संबंधित क्षेत्रों में मतदान के दिन निगोशिएबल इन्स्‍ट्रूमेंट्स एक्ट की धारा 25 में प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए सार्वजनिक अवकाश तथा सामान्य अवकाश घोषित किया है। वोटर टर्न-आउट एप एवं सीईओ एमपी की वेबसाईट से नागरिक मतदान प्रतिशत की जानकारी ले सकेंगे। इसके माध्यम से नागरिक हर दो घंटे में दर्ज हुए मतदान प्रतिशत के बारे में जानकारी ले सकेंगे। एप को डाउनलोड कर मतदान प्रतिशत की जानकारी ली जा सकेगी। देश और प्रदेश में निर्वाचन आयोग, सभी दलों के नेता और हर जिम्मेदार नागरिक अधिकतम मतदान करने की अपील कर रहे हैं। और चुनाव ड्यूटी करने के लिए हजारों कर्मचारी मतदान स्थल पर पहुंच चुके हैं। 26 अप्रैल को मध्यप्रदेश की इन छह लोकसभा सीट के हर बूथ पर कर्मचारी मतदाताओं को मतदान करने के लिए व्यवस्था को चाक चौबंद रखेंगे। तो लोकतंत्र के इस महापर्व में छह लोकसभा सीटों के सभी मतदाताओं से यही प्रार्थना है कि शत प्रतिशत मतदान कर आदर्श उदाहरण पेश करें। निश्चित तौर पर तब लोकतंत्र का महापर्व खिल उठेगा। तब ही लोकतंत्र की सार्थकता का उल्लास मनाया जा सकेगा।

लोकसभा चुनाव 2019 में इन छह लोकसभा सीटों पर 2014 लोकसभा चुनाव की तुलना में अधिक मतदान हुआ था। 2019 में टीकमगढ़ में 66.62 फीसदी मतदान हुआ था। इसमें भाजपा के वीरेन्द्र कुमार को 61.26 फीसदी मत मिले थे और कांग्रेस की किरण अहिरवार को 29.54 फीसदी मत मिले थे। दमोह लोकसभा सीट पर 65.83 मतदान हुआ था। इसमें भाजपा के प्रह्लाद सिंह पटेल को 60.51 फीसदी मत मिले थे और कांग्रेस के प्रताप सिंह लोधी को 30.15

फीसदी मत मिले थे। खजुराहो लोकसभा सीट पर 68.31 मतदान हुआ था। भाजपा के विष्णु दत्त शर्मा को 64.46 फीसदी मत मिले थे और कांग्रेस की कविता सिंह को 25.33 फीसदी मत मिले थे। सतना लोकसभा सीट पर 70.71 फीसदी मतदान हुआ था। भाजपा के गणेश सिंह को 52.86 मत मिले थे और कांग्रेस के राजाराम त्रिपाठी को 32.08 फीसदी मत मिले थे। रीवा लोकसभा सीट पर 60.41 मतदान हुआ था। भाजपा के जनार्दन मिश्र को 57.54 फीसदी मत मिले थे और कांग्रेस के सिद्धार्थ तिवारी को 26.71 फीसदी मत मिले थे। होशंगाबाद लोकसभा सीट पर 74.22 मत मिले थे। भाजपा के उदय प्रताप सिंह को 69.33 मत मिले थे और कांग्रेस के चन्द्रभान सिंह को 25.61 फीसदी मत मिले थे।

इस बार यानि लोकसभा चुनाव 2024 में खजुराहो सीट पर भाजपा के विष्णु दत्त शर्मा का मुकाबला इंडिया गठबंधन (आल इंडिया फारवर्ड ब्लाक) राजा भैया प्रजापति से है। उमा भारती इसी सीट से 4 बार सांसद रहीं। 35 सालों में सिर्फ एक बार 1999 में कांग्रेस जीती थी। इस लोकसभा की 8 विधानसभा सीटों में से 8 पर बीजेपी का कब्जा है। सतना सीट पर बीजेपी से गणेश सिंह का मुकाबला कांग्रेस से सिद्दार्थ कुशवाह और बसपा से नारायण त्रिपाठी से है। यह यूपी की सीमा से सटी हुई लोकसभा सीट है। इस सीट पर 1998 से लगातर 6 बार से बीजेपी का कब्जा है। यहां 7 विधानसभा सीटों में से 5 पर बीजेपी 2 पर कांग्रेस का कब्जा है।रीवा सीट पर बीजेपी के जनार्दन मिश्रा का मुकाबला कांग्रेस की नीलम अजय मिश्रा और बीएसपी के अभिषेक पटेल से है।जनार्दन मिश्रा लगातार 2 बार से सांसद हैं। यहां 8 विधानसभा सीटों में से 7 पर बीजेपी, 1 पर कांग्रेस का कब्जा है। दमोह सीट पर बीजेपी के राहुल लोधी का मुकाबला कांग्रेस के तरवर लोधी से है। पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल इसी सीट से दो बार सांसद रहे हैं। वह फिलहाल मध्यप्रदेश सरकार में मंत्री हैं। 1989 से यानि 35 साल से इस सीट पर बीजेपी का कब्जा है। 8 विधानसभा सीटों मे से 7 पर बीजेपी और एक पर कांग्रेस का कब्जा है।टीकमगढ सीट पर भाजपा के वीरेंद्र खटीक का मुकाबला कांग्रेस के पंकज अहिरवार से है। दो बार के केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र खटीक 7 बार के सांसद हैं। 2009 से 2019 तक 3 बार से लगातार टीकमगढ़ से सांसद हैं। इससे पहले सागर सीट से 1996 से 2004 तक 4 बार सांसद रहे हैं।‌ यहां 8 विधानसभा सीटों में से 5 पर बीजेपी, 3 पर कांग्रेस का कब्जा है। होशंगाबाद सीट पर बीजेपी के दर्शन सिंह चौधरी का मुकाबला कांग्रेस के संजय शर्मा से है।पहले इस सीट पर 3 बार राव उदय प्रताप सिंह सांसद रहे हैं। वह 2009 में कांग्रेस से फिर 2014, 2019 में बीजेपी से जीते हैं। फिलहाल विधानसभा चुनाव लडने के बाद मध्यप्रदेश सरकार में मंत्री हैं। यहां की 8 विधानसभा सीटों में से सभी 8 पर बीजेपी का कब्जा है।

तो आइए अधिकतम मतदान करने के लिए सूरज की पहली किरण संग मतदान केंद्र पर पहुंचने की तैयारी कर लें। अधिकतम मतदान ही लोकतंत्र की सेहत के लिए जरूरी है। यही मतदाता की सेहत के लिए भी जरूरी है। तो आओ सब मिलकर नारा लगाएं कि लोकतंत्र के महापर्व की यही पुकार, सौ फीसदी मतदान अबकी बा

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