यह सड़क की धमक से बहुत बड़ी चमक की आहट है…

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यह सड़क की धमक से बहुत बड़ी चमक की आहट है…

 

कौशल किशोर चतुर्वेदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आने से एक दिन पहले केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मध्यप्रदेश पहुंचकर सड़कों की सौगातों से मालामाल कर दिया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मध्यप्रदेश में 5800 करोड़ रूपए लागत वाली 10 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का लोकार्पण एवं भूमि-पूजन किया। गडकरी ने मन की बात साझा की, कि मध्यप्रदेश में विकास की ललक दिखती है। भरोसा दिलाया कि अगले तीन साल में मध्यप्रदेश का राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क अमेरिका से भी अच्छा बनायेंगे। मध्यप्रदेश  के गांव-गांव को सड़कों से जोड़ेंगे, जिससे सबको शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य और विकास का लाभ मिले। तो गडकरी ने यह अहसास भी दिलाया कि यह डबल इंजन की सरकार का प्रताप है। डॉ. यादव ने 12 हजार करोड़ मांगे और केन्द्रीय मंत्री गडकरी ने 33 हजार करोड़ की सौगातें दीं। मोहन ने मध्यप्रदेश के लिए सड़कें मांगी, तो गडकरी ने मंच से ही मंजूर कर निर्माण पूरा होने की समय-सीमा भी तय कर दी। मंच का पूरा दृश्य इस बात की गवाही देता रहा कि मोदी की मध्यप्रदेश पर खास ममता है और गडकरी के सौजन्य से सड़क की यह धमक लगातार देखने को मिलती रहेगी।
तो गडकरी ने मुक्त कंठ से मोहन के नेतृत्व में मध्यप्रदेश के विकास की तारीफ भी की। केन्द्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि मध्यप्रदेश में डबल इंजन की सरकार है। यहां तेजी से विकास हो रहा है। सबको सुखी, समृद्ध और सशक्त बनाने का विजन लेकर मुख्यमंत्री डॉ. यादव बड़ी तेजी से प्रदेश को विकास के पथ पर आगे ले जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजमार्ग सिर्फ एक मार्ग नहीं, यह जन-जन का जीवन बदलने वाले प्रगति पथ होते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में पिछले 10 सालों में हम देश की अधोसंरचना में व्यापक बदलाव लेकर आए हैं। देश को विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाना है, इसमें मध्यप्रदेश की भागीदारी भी होगी। म.प्र. में विकास की ललक दिखाई देती है, इसलिए हम इसे देश के विकास का सबसे बड़ा अंशभागी राज्य बनायेंगे। अगले तीन साल में हम मध्यप्रदेश में उपलब्ध राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क को अमेरिका से अच्छा और सुंदर बनायेंगे। मध्यप्रदेश की उपलब्धियों पर गडकरी यहीं नहीं रुके, उन्होंने चार कदम आगे बढ़ते हुए कहा कि किसी भी देश-प्रदेश के विकास के लिए 4 प्रमुख संसाधनों जल, ऊर्जा, परिवहन और अधोसंरचनात्मक विकास की जरूरत होती है और उन्हें खुशी है कि मध्यप्रदेश इन चारों संसाधनों के विकास पर तेजी से बढ़ रहा है। गडकरी तो मानो सब कुछ देने आए थे, उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ. यादव की मांग पर मंच से ही केन्द्रीय सड़क निधि से 12 हजार करोड़ रूपए लागत से 400 किलोमीटर लंबाई कीं 6 नई राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं के निर्माण एवं विकास कार्यों को मंजूरी दी। केन्द्रीय मंत्री ने मध्यप्रदेश में 33 हजार करोड़ रूपए की लागत से एनएचएआई द्वारा निर्मित किए जाने वाले 5 नए ग्रीनफील्ड इकॉनामिक कॉरिडोर निर्माण कार्य, रिंग रोड, एलिवेटेड कॉरीडोर, सेतु एवं अन्य निर्माण कार्यों को भी मंजूरी देते हुए इन निर्माण कार्यों के पूर्ण होने की समय-सीमा भी घोषित की।
गडकरी ने कहा कि सड़क परियोजनाओं के पूरा होने पर क्षेत्र का विकास होगा। युवाओं को रोजगार मिलेगा, गरीबी दूर होगी। किसानों की फसल को अच्छा दाम मिलेगा। रोड कनेक्टिविटी बढ़ेगी और लोगों के जीवन में खुशहाली आएगी। उन्होंने कहा कि राजमार्ग हैप्पीनेस लाने वाले हाई-वे होते हैं। हम मध्यप्रदेश के गांव-गांव को सड़कों से जोड़ेंगे, ताकि यहां सबको शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य उपचार और विकास का लाभ मिले।
तो डॉ. मोहन यादव की यह बड़ी उपलब्धि ही है कि मोदी-शाह और गडकरी सहित दिल्ली का शक्तिशाली इंजन मध्यप्रदेश पर पूरा मेहरबान है। और डबल इंजन की सरकार मध्यप्रदेश को नया आकार देने में जुटी है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सही ही कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में अटल जी का देश के कायाकल्प का स्वप्न साकार हो रहा है। मालवा अंचल को लाभान्वित करने वाली परियोजनाओं एवं अन्य अधोसंरचना निर्माण कार्यों से सिंहस्थ के सफल आयोजन में मदद मिलेगी। सबसे बड़ी बात यह है कि मोहन और मध्यप्रदेश पर मोदी-शाह का विशेष स्नेह शायद ही इससे पहले देखने को मिला हो। 2014 के बाद डबल इंजन की सरकार लगातार है, लेकिन डेढ़ माह में मोदी-शाह का लगातार दूसरा दौरा और गडकरी द्वारा तारीफों के पुल बांधना मोहन के नेतृत्व में नए मध्यप्रदेश का समृद्ध संकेत दे रहा है…यह सड़क की धमक से बहुत बड़ी चमक की आहट है।