
5.6 kg newborn पैदा होते ही सुर्खियों में आया यह नवजात
– राजेश जयंत
Dahod: गुजरात के कतवारा सार्थक मल्टी स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में 13 सितंबर 2025 को एक बेहद दुर्लभ और चुनौतीपूर्ण केस सामने आया, जहां 5 किलो 600 ग्राम वजन का स्वस्थ शिशु नॉर्मल डिलीवरी के ज़रिए जन्मा। विशेषज्ञों के अनुसार, इतने भारी शिशु का नॉर्मल जन्म मेडिकल दुनिया में एक बड़ी सफलता है, जो अस्पताल की विशेषज्ञ टीम की कुशलता और समर्पण को दर्शाता है।
सामान्य नवजात शिशु का वजन 2.5 से 4 किलो तक होता है, लेकिन रविवार को कतवारा Sarthak Multi Speciality Hospital में नॉर्मल डिलीवरी से जन्मा यह बच्चा लगभग दोगुना भारी था। हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉ. अंशुल चौहान ने बताया कि इस नवजात ने दुनिया में आते ही एक रिकॉर्ड बना दिया है। दावा किया गया कि गुजरात प्रदेश का यह सबसे वजनी नवजात है। इस तरह के केस में बच्चे को नॉर्मल डिलीवरी से जन्म देना बेहद चुनौतीपूर्ण माना जाता है। वजन अधिक होने से डिलीवरी में शिशु व माता दोनों की जान जोखिम में पड़ सकती है।

ऐसे केस में सामान्य चिकित्सा सावधानी के अलावा एक्स्ट्रा प्रोटोकॉल अपनाने पड़ते हैं, जैसे नियमित अल्ट्रासाउंड मॉनिटरिंग, संक्रमण की रोकथाम, मातृ और शिशु की हर पल कड़ी निगरानी। डॉ. जयराज सेर और डॉ. मधुसूदन बामनिया के कुशल निर्देशन में नर्स विजय मावी व मिनहाज शेख की टीम ने इस नाजुक प्रक्रिया को पूरी योग्यता और धैर्य से पूरा किया।

नवजात की माता प्रमिला भाभोर और पिता बच्चू भाई भाभोर की खुशी का ठिकाना नहीं है। बच्चे की लंबाई 53.34 सेंटिमीटर दर्ज हुई। पूरी डिलीवरी सुरक्षित और तनावमुक्त रही, जिसके बाद नवजात शिशु को पूर्ण टीकाकरण के बाद डिस्चार्ज किया गया।
डॉ. चौहान ने कहा, “ऐसे दुर्लभ मामलों में टीम वर्क और सही चिकित्सीय रणनीति ही सफलता की कुंजी होती है। 5 किलो से अधिक वजनी नवजात का सामान्य डिलीवरी से जन्म लेना बहुत दुर्लभ है। 4 किलो से अधिक वजनी ऐसे शिशुओं को मैक्रोसोमिया कहा जाता है। हालांकि देश में 6 किलो वजन के बच्चे का भी जन्म हो चुका है, जो देश का सबसे वजनी नवजात है।
चिकित्सा क्षेत्र में यह मामला अपने आप में अनोखा है, जो न सिर्फ हॉस्पिटल की तकनीकी क्षमता का परिचायक है, बल्कि मेडिकल स्टाफ की अथक मेहनत और विशेषज्ञता को भी दर्शाता है।





