इस बार शनि जयंती है बेहद खास, शोभन नाम का बन रहा है योग

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इस बार शनि जयंती है बेहद खास, शोभन नाम का बन रहा है योग

ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद तिवारी की खास रिपोर्ट

इस बार शनि जयंती बेहद खास मानी जा रही है क्योंकि शनि जयंती के दिन शोभन नाम का योग बन रहा है। यह योग 19 मई को प्रातः काल से शाम 6:17 तक रहेगा और इस दिन गुरु और चंद्रमा एक साथ रहेंगे जिसके चलते गजकेसरी योग भी बन रहा है। शनिदेव अपनी मूल त्रिकोण की राशि यानी कुंभ राशि में विराजमान है जिसके चलते वह शश नाम का योग भी बना रहे हैं, यदि आप इन योग में भगवान शनिदेव को मना लेंगे, पूजा-अर्चना करेंगे तो निसंदेह आप के जीवन से शनि से जुड़ी हुई परेशानियां अपने आप ही दूर होंगी।

शनि जयंती यानी शनिदेव का जन्म दिवस धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान शनि देव का जन्म जेष्ठ मास की कृष्ण पक्ष की अमावस्या के दिन हुआ था। भगवान शनि देव जो कि सूर्य के पुत्र हैं, छाया के पुत्र हैं और न्याय के देवता हैं, हर प्रकार के कर्म का फल देने का कार्य भगवान शनिदेव का है जिनको दंडाधिकारी भी कहा जाता है। ऐसा माना जाता है कि जिसके ऊपर शनि देव की अशुभ दृष्टि पड़े वह राजा से रंक बन जाता है और जिसके ऊपर उनका शुभ प्रभाव पड़े वह अपने जीवन में उच्चतम स्तर को पा लेता है। जीवन में शनि देव की कृपा और उनकी दशा का अपने आप में बड़ा महत्व है। ज्योतिष के अनुसार शनि देव को क्रूर ग्रह यानि पापी ग्रह माना जाता है।

नवग्रहों में शनि सबसे धीमी चाल से चलने वाला ग्रह माना जाता है। वह मनुष्य के ऊपर तीन प्रकार से असर करता है। अपनी महादशा के स्वरूप में अपनी साढ़ेसाती के स्वरूप में और अपने ढईया के स्वरूप में।

यदि आप अपने जीवन में शनि की अशुभ दशा से परेशान हो तो आज शनि देव की जयंती है यदि आज आप शनि को मना लेते हैं तो आपके जीवन में शनि से जुड़ी हुई परेशानियां स्वतः दूर होंगी।

वर्तमान में मकर कुंभ और मीन राशि शनि की साढ़ेसाती में चल रही है और वही कर्क और वृश्चिक राशि शनि की ढैया में चल रही है। अतः जिनके ऊपर शनि की दशा है, आज के दिन शनि के विधिवत रूप से पूजा करें। शनि का दान करें। शनि के मंत्र का जाप करें। सायं काल शनि के मंदिर में जाकर तिल के तेल का दीपक लगाएं l उड़द से बनी हुई मिठाई का भोग लगाएं और गरीबों और असहाय व्यक्तियों को दान करें इससे शनिदेव प्रसन्न होते हैं।